Yamuna Expressway Toll: यमुना एक्सप्रेस वे पर अब से वाहन चालकों को ज्यादा टोल टेक्स देना होगा. रिपोर्ट के मुताबिक 1 सितंबर से इन सभी वाहनों पर टोल दरों को बढ़ा दिया गया है. 74वीं बोर्ड बैठक में टोल दरें बढ़ाने का फैसला लिया गया है.
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Yamuna Expressway Toll: यमुना एक्सप्रेस वे पर गाड़ियों को तेज रफ्तार से दौड़ने वाहन चालकों को अब जेब को ओर भी ज्यादा ढीली करनी पड़ेगी. हाल ही में बोर्ड बैठक में टोल दरें बढ़ाने का बड़ा फैसला लिया गया है. बता दें कि ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) यमुना एक्सप्रेस वे का सफर 1 सितंबर से महंगा होने जा रहा है और इसका सीधा असर वाहन मालिकों पर पड़ेगा. 74वीं बोर्ड बैठक में टोल दरें बढ़ाने का फैसला लिया गया है.
1 सितंबर से यमुना एक्सप्रेस वे का सफर होगा मंहगा
खबरों की मानें तो, 1 सितंबर, 2022 से महंगा होने जा रहा है यमुना एक्सप्रेस वे का सफर, इसकी सीधा असर आम जनता की जेब पर पड़ेगा. 2018 से यमुना एक्सप्रेस वे पर टोल दरें नहीं बढ़ाई गई थी. लेकिन, अब हल्के बाहनों पर 10 पैसा किलोमीटर बढ़ाया गया है. वही, जहां पहले व्यवसायिक वाहनों पर 3 रुपये 90 पैसे प्रति किलोमीटर से बढ़कर अब 4 रुपए 15 पैसे प्रति किलोमीटर का भुगतान करना पड़ेगा.
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इसके अलावा बस और ट्रक पर पहले 7 रुपये 90 पैसे थे वहीं अब उन्हें 8.45 पैसे प्रति किलोमीटर देना पड़ेगा, वहीं छह धुरीय वाहनों की बात करें तो उन्हें 12.05 पैसे चुकाने पड़ते थे लेकिन अब 85 पैसे प्रति किलोमीटर की बढ़ोतरी की गई है.
बोर्ड बैठक में टोल टैक्स को दी मंजूरी
बताते चले कि JP इन्फ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड ने यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी को टोल दरें बढ़ाने का प्रस्ताव भेजा था, जिसे बोर्ड की बैठक में आज मंजूरी दे दी गई है. करीब तीन साल बाद टोल की दरों में बढ़ोतरी को मंजूरी दी गई है. जेपी इन्फ्राटेक ने कहा कि- उसने सुरक्षा मानकों पर करीब पिछले कुछ वक्त में करोड़ों रुपये खर्च किए हैं, लिहाजा उसे लागत के आधार पर टोल टैक्स बढ़ाने का प्रस्ताव देना पड़ा है.
इसी के साथ यमुना एक्सप्रेसवे के अथॉरिटी के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने जानकारी देते हुए कहना कि- एक्सप्रेसवे के सड़क सुरक्षा मानकों को ध्यान में रखते हुए टोल टैक्स बढ़ाने पर मुहर लगाई गई है. वहीं, IIT दिल्ली की सिफारिश के बाद रोड सेफ्टी ऑडिट के आधार पर कंपनी ने 22 से ज्यादा क्षेत्रों में सड़क सुरक्षा को लेकर काफी काम किया है.
आपको बता दें कि कोरोना काल के समय में टोल टेक्स बढ़ाने का प्रस्ताव कंपनी ने दिया था, लेकिन इस फैसले पर मुहर नहीं लग पाई थी. इसके बाद फरवरी 2022 में दरों को फिर से बढ़ाने की अनुमति मांगी गई थी मगर अब इसको मंजूरी दी गई है.