Panchkula News: धरने पर बैठे Group D के उम्मीदवारों को मिला गुरनाम सिंह चढूनी का साथ, 3 सितंबर तक मांगें पूरी न हुई तो करेंगे रणनीति तैयार
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Panchkula News: धरने पर बैठे Group D के उम्मीदवारों को मिला गुरनाम सिंह चढूनी का साथ, 3 सितंबर तक मांगें पूरी न हुई तो करेंगे रणनीति तैयार

Group D Recruitments Sports Quota: किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने धरने पर बैछे  स्पोर्ट्स कोटा ग्रुप डी के उम्मीदवार ज्वाइनिंग की मांग को लेकर समर्थन दिया और कहा कि अगर सरकार 3 तारीख तक मांग नहीं मानती तो आगे की रणनीति बनाई जाएगी. 

Panchkula News: धरने पर बैठे Group D के उम्मीदवारों को मिला गुरनाम सिंह चढूनी का साथ, 3 सितंबर तक मांगें पूरी न हुई तो करेंगे रणनीति तैयार

Panchkula News: पंचकूला के सेक्टर 5 में कई दिनों से स्पोर्ट्स कोटा ग्रुप डी (Sports Quota Group-D) के उम्मीदवार ज्वाइनिंग की मांग को लेकर धरने पर बैठे हैं. वहीं कुछ उम्मीदवार ज्वाइनिंग की मांग को लेकर आमरण अनशन पर बैठे है. इसी कड़ी में आज स्पोर्ट्स कोटा ग्रुप डी के उम्मीदवारों के धरने में किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी अपना समर्थन देने के लिए पहुंचे. 

किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि जिन खिलाड़ियों ने देश का मान-सम्मान बढ़ाया और मेडल लाए उन्हें धरना देनना पड़ा रहा है. ये हैरानी की बात है. उन्होंने कहा कि सरकार ने वादा किया है कि जो मेडल लाएगा उसको नौकरी देंगे और ग्रुप डी की भर्ती के उम्मीदवार अपनी ज्वाइनिंग की मांग कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि कई दिनों से धरने पर बैठे हैं और कुछ आमरण अनशन पर बैठे हैं. कहा कि यह खिलाड़ी अपना अधिकार मांग रहे हैं.

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किसान नेता ने कहा कि अगर सरकार नहीं मानती तो भारतीय किसान यूनियन उनके साथ है. साथ ही कहा कि अगर 3 सितंबर तक सरकार इनकी मांगे नहीं मानती तो आगे की रणनीति बनाई जाएगी. किसानों की लंबित मांगों पर बोलते हुए कहा कि किसानों की सभी मांगे आज भी वही्ं खड़ी हैं. आज देश भुखमरी की कगार पर चला गया है, सरकार कह रही है कि 80 करोड़ लोगों को राशन दे रही है. इसका मतलब 80 करोड़ लोग भूखे मरने की कगार में है और जो बाकी बचे हैं उनका अगला नंबर है. वहीं अगर बेरोजगार की बात करें तो 38 बेरोजगार रोजाना और 33 किसान रोजाना खुदकुशी कर रहे हैं. जितना कर्ज किसानों पर है, उससे दो गुना कर्ज देश के कुछ पूंजीपतियों पर है. 

उन्होंने कहा कि यहां रेत, बजरी, कोयला की डकैती हो रही है. देश की हालत इस कदर है कि जिस देश को शहीदों ने सिर देकर आजाद कराया था उसी देश में आज की नई पीढ़ी रहना नहीं चाहती. साथ ही किसान यूनियन के हर जगह पहुंचने व समर्थन देने के सवाल पर बोलते हुए कहा कि राजनीति तो नहीं हो रही, लेकिन राजनीति करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि राजनीति की वजह से कई बेरोजगार और किसान खुदकुशी कर रहे हैं. यह खुदकुशी राजनीति की वजह से कर रहे हैं और राजनीति की वजह से ही बच्चे देश छोड़कर जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि नौ लोगों के पास 50 करोड़ लोगों के बराबर संपत्ति है और 23 करोड़ लोग रोजाना भूखे सोते है. हमें जाति धर्म की घुट्टी पिलाकर फिर आपस में लड़वाते हैं. उन्होंने कहा कि 3 तारीख तक उनकी मांगे पूरी करें नहीं तो 3 तारीख को फिर से मीटिंग करके अगले रणनीति बनाई जाएगी. 

Input: Divya Rana