सोनीपत में हुए दो हादसों में चार लोग यमुना में डूब गए, वहीं महेंद्रगढ़ में 8 फीट ऊंची प्रतिमा के साथ करीब 9 लोग नहर में बह गए. सीएम मनोहर लाल ने हादसों पर गहरा दुख जताया है.
Trending Photos
सोनीपत/महेंद्रगढ़ : हरियाणा के सोनीपत और महेंद्रगढ़ में शुक्रवार को गणेश विसर्जन के दौरान हुए तीन हादसों में पिता-पुत्र समेत 8 लोगों की मौत हो गई. वहीं नदी-नहर में डूबे कुछ लोगों की तलाश जारी है. सीएम मनोहर लाल ने हादसों पर दुख जताते हुए कहा, इस कठिन समय में हम सभी मृतकों के परिजनों के साथ खड़े हैं. NDRF की टीम ने कई लोगों को डूबने से बचा लिया है. मैं उनके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं.
महेंद्रगढ़ और सोनीपत जिले में गणपति विसर्जन के दौरान नहर में डूबने से कई लोगों की असामयिक मृत्यु का समाचार हृदयविदारक है।
इस कठिन समय में हम सभी मृतकों के परिजनों के साथ खड़े हैं।
NDRF की टीम ने कई लोगों को डूबने से बचा लिया है, मैं उनके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूँ।
— Manohar Lal (@mlkhattar) September 9, 2022
सोनीपत में पहला हादसा गन्नौर के बेगा घाट पर हुआ. गन्नौर के रेहडा बस्ती निवासी सुमित परिवार व पडोसियों के साथ गणेश विसर्जन करने के लिए बेगा घाट पहुंचा था. यहां यमुना में मूर्ति विसर्जन के दौरान सुमित और उसके साथी डूबने लगे. इस दौरान वहां मौजूद नाव चालक ने किसी तरह छह युवकों को तो बचा लिया, लेकिल सुमित तेज बहाव में बह गया. बाद में पुलिस ने गोतखोरों की मदद से सुमित का शव बरामद कर लिया.
दूसरा मामला सोनीपत के मिमारपुर यमुना घाट का है. लाल दरवाजा क्षेत्र निवासी दीपक, सुनील और उसका बेटा कार्तिक गणपति विसर्जन के दौरान यमुना में डूब गए. इसके अलावा महेंद्रगढ़ में गणेश विसर्जन के लिए झांकी लेकर गांव झगड़ोली के पास नहर पहुंचे कई लोग पानी में बह गए. हादसे के बाद देर शाम तक आठ लोगों को नहर से निकाला गया, जिनमें से चार की मौत हो चुकी थी, जबकि चार लोगों की स्थिति गंभीर बनी हुई हुई है.
दरअसल महेंद्रगढ़ के मोहल्ला ढाणी गणेश मंडल के सदस्य गणेश विसर्जन के लिए झगड़ोली की नहर पर गए थे. जब लोग गणपति की 8 फीट ऊंची प्रतिमा को विसर्जित करने के लिए पानी में उतरे तो करीब नौ लोग भी प्रतिमा के साथ बह गए.
गायब लोगों की सूचना देने की अपील
इस दुखद घटना की सूचना मिलने पर पूर्व शिक्षामंत्री मौके पर पहुंचे, जिन्होंने नहर विभाग के चीफ से बात कर नहर के पानी को रुकवाया. इस दौरान महेंद्रगढ़ के लगभग सभी निजी अस्पतालों के चिकित्सक सहायता करने के लिए सरकारी अस्पताल . अस्पताल में जिला उपायुक्त डॉ. जयकृष्ण आभीर ने ने बताया कि घटनास्थल पर देर रात तक बचाव कार्य चल रहा है. उन्होंने शहर के मोहल्ला ढाणी मुनादी भी करवाई है कि अगर किसी भी परिवार का कोई सदस्य घर नहीं लौटा है तो तुरंत इसकी सूचना प्रशासन को दें.