Sirsa News: सरसों की नहीं हो रही सरकारी खरीद, प्राइवेट में कम दाम पर बेचने को मजबूर किसान
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Sirsa News: सरसों की नहीं हो रही सरकारी खरीद, प्राइवेट में कम दाम पर बेचने को मजबूर किसान

हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने 15 मार्च से सरसों की सरकारी खरीद शुरू करने का ऐलान किया था. वहीं अब नमी का बहाना बनाकर प्रशासन सरसों की खरीद नहीं कर रहा है.

Sirsa News: सरसों की नहीं हो रही सरकारी खरीद, प्राइवेट में कम दाम पर बेचने को मजबूर किसान

विजय कुमार/सिरसा: सिरसा में सरसों की सरकारी खरीद नहीं होने से इन दिनों किसान परेशान दिखाई दे रहे हैं. सिरसा की अनाज मंडी में सरसों की बिक्री के लिए रोजाना किसान पहुंच रहे हैं, लेकिन सुबह से शाम तक इंतजार करने के बाद किसानों की सरसों की फसल की सरकारी खरीद नहीं हो रही है, जिससे किसान बेहद परेशान दिखाई दे रहे हैं. प्राइवेट कंपनियां मनमाने रेट से सरसों की खरीद कर रहे है, जिससे किसानों को आर्थिक नुकसान हो रहा है. ज़ी मीडिया संवाददाता विजय कुमार ने सिरसा की अनाज मंडी में सरसों की खरीद को लेकर स्थिति का जायजा लिया और किसानों से खास बातचीत की.

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आपको बता दें कि सरसों का इस समय 5450 रुपये सरकारी रेट हैं, लेकिन प्राइवेट कंपनियां 4500 से लेकर 5200 रुपये तक सरसों की खरीद कर रही हैं. मार्किट कमेटी के सरकारी आंकड़ों के अनुसार अब तक 28 मार्च तक सरसों की 68 हजार 743 क्विंटल खरीद हो चुकी है, लेकिन अब तक केवल 3000 क्विंटल ही सरसों की सरकारी खरीद हुई है. 

हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने पिछले दिनों सिरसा दौरे पर 15 मार्च से सरसों की सरकारी खरीद शुरू करने का ऐलान किया था, लेकिन कृषि मंत्री के ऐलान का कोई असर सिरसा में देखने को नहीं मिला. 2 हफ्ते बीतने के बावजूद सिरसा में सरसों की सरकारी खरीद शुरू नहीं हो सकी है. हालांकि मार्किट कमेटी के अनुसार कल ही यानि 28 मार्च को ही सरसों की सरकारी खरीद शुरू हुई है. मार्किट कमेटी और जिला प्रशासन को उम्मीद है कि अब जल्द से जल्द सरसों की सरकारी खरीद में तेजी लाई जाएगी.

मंडी में आवारा पशुओं के होने के कारण भी किसानों को परेशान होना पड़ रहा है, क्योंकि आवारा पशु किसानों की सरसों की फसल को खराब या बिखेर देते हैं. किसानों की सरसों की फसल की बिक्री सरकारी कम बल्कि प्राइवेट ज्यादा हो रही है. खुले आसमान के नीचे किसानों की सरसों की फसल की कई ढेरियां लगी हुई हैं. 

बारिश के मौसम के चलते किसानों को भी अपनी सरसों की फसल के खराब होने का डर सता रहा है. हालांकि काफी जगहों पर शेड की भी व्यवस्था है, लेकिन अधिकतर जगहों पर शेड की बजाए खुले आसमान के नीचे ही सरसों की ढेरियां लगी हुई है. सरकारी बाबू सरसों की फसल में नमी का बहाना बनाकर सरकारी खरीद नहीं कर रहे हैं. आपको बता दे कि पिछले दिनों सिरसा में भी बेमौसमी बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की गेहूं, सरसों की फसल खराब हुई है.

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