Dhanteras 2022: इस बार धनतेरस पर बन रहा सर्वार्थ सिद्धि योग, जानें खरीदारी के लिए शुभ मुहूर्त
Advertisement
trendingNow0/india/delhi-ncr-haryana/delhiharyana1399187

Dhanteras 2022: इस बार धनतेरस पर बन रहा सर्वार्थ सिद्धि योग, जानें खरीदारी के लिए शुभ मुहूर्त

देशभर में लोग दिवाली की तैयारी कर रहे हैं. वहीं लोग नए चीज खरीदने के लिए धनतेरस का इंतजार कर रहे हैं. इस बार धनतेरस पर खरीदारी के लिए अद्भुत संयोग बन रहा है.

Dhanteras 2022: इस बार धनतेरस पर बन रहा सर्वार्थ सिद्धि योग, जानें खरीदारी के लिए शुभ मुहूर्त

Shopping Muhurat Dhanteras 2022: देशभर में लोग दिवाली की तैयारियां कर रहे हैं. वहीं लोग नई चीजों की खरीदने के लिए धनतेरस का बेसबरी से इंतजार कर रहे हैं. धनतेरस दिवाली के दो दिन पहले आती है और इस दिन लोग सोना-चांदी, बर्तन, आभूषण, भूमि और वाहन की खरीदारी करना उन्नतिदायक माना जाता है. वहीं इस साल धनत्रयोदशी के दिन खरीदारी के लिए अद्भुत संयोग बन रहा है. इस दिन खरीदारी करने से 13 गुना वृद्धि होती है. आइए आपको धनतेरस पर खरीदारी के शुभ मुहूर्त के बारे में बताते हैं. 

ये भी पढ़ें: Diwali 2022: दिवाली पर घर की इन जगहों की जरूर करें सफाई, मां लक्ष्मी होंगी प्रसन्न

धनतेरस पर चांदी या उससे बने बर्तन खरीदने या गहने खरीदने से मानसिक संतुष्टि प्राप्त होती हैं. चांदी को चंद्रमा का प्रतीक माना गया है. वहीं सोना खरीदने से मां लक्ष्मी का घर में वास होता है.

बता दें कि इस बार धनतेरस 22 अक्टूबर 2022 को शाम 6 बजकर 3 मिनट से शुरू होकर 23 अक्टूबर को शाम 6 बजकर 4 मिनट तक रहेगी. इसलिए खरीदारी के लिए दोनों दिन शुभ हैं.

धनतेरस पर सोना-चांदी खरीदने का शुभ मुहूर्त - 22 अक्टूबर 2022, शाम 6 बजकर 2 मिनट से शुरू होगा और 23 अक्टूबर शाम 6 बजकर 3 मिनट पर खत्म होगा. 

बताया जा रहा हैं कि इस बार धनतेरस पर सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है. ऐसे में इस योग में खरीदारी करना बेहद शुभ माना जा रहा है. इस योग में पूजा पाठ, शुभ कार्य और खरीदारी कई गुना वृद्धि प्रदान करती है. अपने नाम स्वरूप इसमें सभी सिद्धियां विद्यमान होती हैं. सर्वार्थ सिद्धि योग 23 अक्टूबर को पूरे दिनभर रहेगा.

इस दिन धातु से बनी चीजें जैसे सोना, चांदी, तांबा, पीतल की वस्तुएं खरीदना बेहद शुभ होता है. इस दिन बर्तन खरीदने की मान्यता सालों से चली आ रही है. कहते हैं धनत्रयोदशी पर भगवान धनवंतरी हाथ में अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे. शुभ मुहूर्त में इनकी खरीदारी से मां लक्ष्मी स्थायी रूप से घर में निवास करती हैं. साथ ही कुबेर देवता प्रसन्न होकर जातक पर धन की वर्षा करते हैं.