Cyber Crime: ठगी का शिकार हुई शिक्षिका, ATM कार्ड बदलकर निकाले 97 हजार रुपये
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Cyber Crime: ठगी का शिकार हुई शिक्षिका, ATM कार्ड बदलकर निकाले 97 हजार रुपये

रेवाड़ी में एक शिक्षिका से ATM कार्ड बलदकर ठग ने 97 हजार रुपये निकाल लिए. इतना ही नहीं बैंक की तरफ से पैसे निकालने का मैसेज भी दो दिन बाद आया. प्रशासन के बार-बार निर्देश देने के बाद भी बैंक ने नहीं उठाए कोई कदम.

Cyber Crime: ठगी का शिकार हुई शिक्षिका, ATM कार्ड बदलकर निकाले 97 हजार रुपये

पवन कुमार/रेवाड़ी: पुलिस प्रशासन साइबर क्राइम से बचाव को लेकर लगातार लोगों को जागरूक कर रहा है. इसके बाद भी साइबर क्राइम की घटनाएं आए दिन सामने आ रही हैं. ताजा मामला रेवाड़ी जिले के बावल शहर से आया है. जहां एक स्कूल अध्यापिका के बैंक खाते से शातिर ठग ने 97 हजार रुपये की नगदी पर हाथ साफ कर दिया. ठग ने एटीएम बूथ पर एटीएम कार्ड बदलकर इस ठगी की वारदात को अंजाम दिया है. ये हैरानी की बात ये है कि बैंक की तरफ से पीड़ित टीचर को दो दिन बाद बैंक में हुई ट्रांजेक्शन का मैसेज मिला है. इस मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

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आपको बता दें कि बावल की रहने वाली ममता राजस्थान में टीचर है, जिसका बैंक खाता राजस्थान के कोट कासिम है. ममता के पति की सात साल पहले मौत हो चुकी है. इनका बेटा सातवीं क्लास में पढ़ता है. बेटे की स्कूल फीस के लिए पैसे निकलवाने के लिए ममता 28 अक्टूबर को बावल स्थित एसबीआई के एटीएम बूथ पर गई थी. जहां जैसे ही मशीन में 5 हजार रूपये निकलवाने के लिए एटीएम कार्ड डाला वहां एक शख्स और मौजूद था. मशीन से पैसे नहीं निकले और ममता ने उस अंजान व्यक्ति के कहने पर अपना बैलेंस चैक कर लिया, जिसके बाद वो वापिस घर आई गई. 

इस दौरान 28 से 30 अक्टूबर के बीच उसके बैंक खाते से 12 ट्रांजेक्शन की गई और 97 हजार 278 रूपये की ठगी की वारदात को अंजाम दिया. ममता ने कहा कि इस दौरान उसे बैंक की तरफ से ट्रांजेक्शन का कोई मैसेज नहीं मिला. 30 अक्टूबर को जब मैसेज मिला तो उसने तुरंत बैंक से संपर्क करके एटीएम कार्ड बंद कराया और पुलिस को शिकायत दी. पुलिस ने इस मामले में अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. यहां आपको बता दें कि जिला प्रशासन बार-बार बैंक को निर्देश देता है कि एटीएम बूथ पर सीसीटीवी और सुरक्षा कर्मी लगाए, लेकिन बैंक ऐसा नहीं करते हैं. जिस बूथ पर वारदात हुई है. वहां भी कोई सुरक्षाकर्मी मौजूद नहीं था. जिस वक्त जी मीडिया की टीम एटीएम बूथ पर गए तब भी एक से ज्यादा व्यक्ति एटीएम बूथ पर मौजूद थे. जबकि बूथ के अंदर ट्रांजेक्शन के दौरान केवल एक व्यक्ति मौजूद होना चाहिए.