राजेंद्र पाल गौतम ने अपने निवास स्थान से लेकर बाबासाहेब आंबेडकर स्मारक तक जाति उन्मूलन संकल्प यात्रा निकाली. इस दौरान उन्होंने कहा कि हमें सशक्त भारत बनाना है.
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नई दिल्ली: दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री राजेंद्र पाल गौतम के समर्थन में जनसैलाब उमड़ आया. जाति उन्मूलन संकल्प यात्रा में हजारों की संख्या में लोगों के साथ अपने आवास से निकलकर बाबासाहेब आंबेडकर स्मारक तक पहुंचे. यहां उन्होंने बौद्ध भिक्षु के साथ दलित समाज के लोगों को संबोधित करते हुए उनसे जाति छोड़ो भारत जोड़ो का आह्वान किया. साथ ही लोगों को शपथ दिलाई कि वह एकजुट होकर रहेंगे जातियों के बंधन से मुक्त होंगे, ताकि एक मजबूत भारत की नींव रखी जा सके.
दिल्ली के सीमापुरी सीट से विधायक राजेंद्र पाल गौतम ने बताया कि वह समाज को एकजुट करने के लिए अलग-अलग राज्यों के बौद्ध भिक्षु स्थलों पर जाकर उनका का आशीर्वाद लेंगे और उनके साथ मिलकर एक सशक्त मजबूत जाति रहित भारत की नींव रखने की कोशिश करेंगे. इसके लिए देश के करोड़ों दलित समाज के लोगों का उन्हें समर्थन प्राप्त है.
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दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने कहा कि देश की बड़ी दूसरी पार्टियों ने भारत को तोड़ने की कोशिश की है. जात- पात के नाम पर राजनीति की है, इस राजनीति की वजह से भारत के लोग आपस में उलझे हुए हैं. देश का प्रत्येक नागरिक जात-पात को छोड़कर "रोटी बेटी का रिश्ता" कायम करेगा. देश में दलित समाज के अलग-अलग इलाकों से लोगों ने उनके साथ हुंकार भरते हुए उन्हें समर्थन दिया. केंद्र सरकार को लेकर विधायक राजेंद्र पाल गौतम ने कहा कि गृहमंत्री और प्रधानमंत्री भी जात-पात की राजनीति कर रहे हैं. देश के लोगों को जात-पात के भ्रम से बाहर निकल कर एक नई मजबूत भारत की स्थापना करनी होगी, तभी बाबासाहेब आंबेडकर का सपना पूरा होगा.
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राजेंद्र पाल गौतम ने कहा कि देश का दलित व्यक्ति समाज का दबा-कुचला व्यक्ति नहीं है, वह भारत का शिल्पकार है. देश के निर्माण में दलितों का बहुत बड़ा योगदान है, जिनका समाज के उच्च तबके के लोग शोषण कर रहे हैं और इसी शोषण की वजह से दलित आजादी के बाद 75 सालों में भी अपना भी मुकाम हासिल नहीं कर पाया. जिसकी परिकल्पना डॉ. बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर ने की थी.