प्रधानमंत्री को मिले उपहारों को देख और महसूस कर सकेंगे दिव्यांग, NGMA ने की ये सराहनीय पहल
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प्रधानमंत्री को मिले उपहारों को देख और महसूस कर सकेंगे दिव्यांग, NGMA ने की ये सराहनीय पहल

 यह प्रदर्शनी 17 सितंबर यानी पीएम मोदी के जन्मदिन से शुरू हुई थी और 2 अक्टूबर यानी गांधी जयंती तक चलेगी. इसमें 100 रुपये से लेकर 10 लाख तक के बेस प्राइस वाले 1200 से ज्यादा गिफ्ट को दर्शाया गया है. 

प्रधानमंत्री को मिले उपहारों को देख और महसूस कर सकेंगे दिव्यांग, NGMA ने की ये सराहनीय पहल

नई दिल्ली : नेशनल गैलरी ऑफ मॉडर्न आर्ट (NGMA) की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश और दुनिया से मिले उपहारों की नीलामी के लिए लगातार चौथी बार प्रदर्शनी लगाई गई है, लेकिन इस बार की प्रदर्शनी पिछली तीन वर्षों से कुछ अलग है. इस बार NGMA ने दिव्यांगों के लिए सांकेतिक भाषा में प्रदर्शनी देखने की सराहनीय पहल की है.

नेशनल गैलरी ऑफ मॉडर्न आर्ट ने अंतरराष्ट्रीय सांकेतिक भाषा दिवस के अवसर पर इसकी शुरुआत की. इस दिन को खास बनाते हुए दिव्यांगों के लिए कई मनोहारी कार्यक्रम आयोजित किए गए. म्यूजिकल परफार्मेंस के अलावा पपेट और मैजिक शो का भी आयोजन किया गया. इसमें पहले ही दिन बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं व अन्य दिव्यांग जन शामिल हुए.

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उन्होंने पीएम मोदी को मिले गिफ्ट ऑक्शन के लिए लगी प्रदर्शनी का अवलोकन किया. यह अनुभव उन सभी मासूमों के लिए पहला और बिल्कुल अगल था. जब बच्चों ने पीएम को मिले उपहारों को साइन लैंग्वेज में और हाथों से छूकर महसूस किया और उनसे जुड़ी जानकारी हासिल की. इन दिव्यांग बच्चों के साथ आए उनके शिक्षकों ने बताया कि बच्चे इस दिन को कभी भुला नहीं पाएंगे.यह अनुभव सदा के लिए यादगार बन गया है.

नेशनल गैलरी ऑफ मॉडर्न आर्ट की निदेशक टेम्सुनारो जमीर ने बताया, सभी वर्गों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए यहां कई तरह के रचनात्मक कार्यक्रमों के आयोजन की शुरुआत की गई है. अंतरराष्ट्रीय सांकेतिक भाषा दिवस पर हमने मूक बधिरों के लिए सांकेतिक भाषा में एक स्पेशल टूर्स प्रोग्राम डिजाइन किया था. इसके अलावा यहां ऑडियो गाइड ऐप के साथ-साथ ब्रेल में यहां की चुनिंदा चीजों की एक सूची भी रिलीज की है.

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को मिले उपहारों को देखने का अधिकार सबको है और किसी भी कुदरती कमी के कारण उन्हें इससे वंचित नहीं रखा जा सकता. इसी को ध्यान में रखते हुए NGMA ने यह शुरुआत की है कि उन्हें कभी इस बात का अहसास न हो कि वो किसी भी तरह से किसी से कम है. समाज के इस वर्ग के लिए इस कार्यक्रम के माध्यम से एक सामाजिक सेतु का काम किया जा रहा है. NGMA सभी वर्गों के लिए एक लोकतांत्रिक स्थान है, जहां हर किसी की पहुंच बराबर है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी विचारों को साकार करने के लिए सभी समुदायों को बड़ी संख्या में भाग लेने में सक्षम बनाने के लिए यह बड़ी पहल है.

2 अक्टूबर तक है मौका 
बता दें कि यह प्रदर्शनी 17 सितंबर यानी पीएम मोदी के जन्मदिन से शुरू हुई थी और 2 अक्टूबर यानी गांधी जयंती तक चलेगी. इस नीलामी से प्राप्त होने वाली राशि को भारत सरकार द्वारा गंगा की सफाई के लिए चलाए जा रहे कार्यक्रम ‘नमामि गंगे’ में लगाया जाएगा. इसमें 100 रुपये से लेकर 10 लाख तक के बेस प्राइस वाले 1200 से ज्यादा गिफ्ट को दर्शाया गया है. 

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