Rapid Transit: गुजरात के सावली प्लांट से 1 जून रवाना हुई पहली रैपिड रेल चार राज्यों का सफर करके बीते रविवार को दुहाई पहुंच गई है. बता दें कि दुहाई डिपो से ही आने वाले अगस्त महीने से इसका ट्रायल शुरू किया जाएगा. इसके लिए ट्रैक बिछाने से लेकर बिजली समेत सभी तरह की तैयारियों को पूरा कर लिया गया है. रैपिड रेल का ट्रायल तीन चरणों में किया जाएगा. इसके बाद 2023 के मार्च महीने से साहिबाबाद से दुहाई तक के प्राथमिकता खंड में लोग इसकी सवारी कर सकेंगे.
गुजरात के सावली से 2 जून को ट्रेन के 6 कोच, 6 बड़े ट्रेलरों पर रखकर रवाना किया गया था. 957 किमी का सफर तय करके दुहाई पहुंच गई है. 11 दिन में इन ट्रेलरों ने गुजरात, राजस्थान, हरियाणा और यूपी की यात्रा पूरी की.
बता दें कि बड़ी क्रेन की मदद से ट्रेलरों पर लदे कोच को नीचे उतारा गया. जल्द ही इन कोचों को आपस में जोड़ा जाएगा. दुहाई में यह पहला ट्रेनसेट खड़ा किया जाएगा.
NCRTC का दावा है कि अगस्त-2022 में साहिबाबाद से दुहाई डिपो (फर्स्ट फेज) के बीच ट्रायल शुरू हो सकता है. इससे पहले ट्रेन को चालू करके उसकी टेस्टिंग की जाएगी.
11 महीने में पहला कोच तैयार किया गया है. रैपिड रेल के पहले कोच का निर्माण कार्य 15 जुलाई 2021 को प्लांट में शुरू हुआ था. इसी के साथ दिल्ली, गाजियाबाद, मेरठ तक 82 किमी लंबे रैपिड रेल कॉरिडोर में 30 ट्रेनें दौड़ेंगी.
आगे बताते चले कि रैपिड रेल का इस्तेमाल ग्रीन कॉरिडोर की तरह किया जाएगा. NCRTC ने कोच में स्ट्रेचर ले जाने के लिए विशेष स्थान निर्धारित किया है. इतना ही नहीं गंभीर मरीज को इमरजेंसी की स्थिति में मेरठ से दिल्ली 55 मिनट में पहुंचाया जा सकेगा.
रैपिड ट्रेन के अंदर का नजारा काफी खूबसूरत है. बता दें कि रैपिड ट्रेन के अंदर की कुछ तस्वीरें भी सामने आई है. रैपिड ट्रेन की खासियत है कि यह सिर्फ 60 मिनट में दिल्ली से गाजियाबाद होते हुए मेरठ पंहुच जाएगी.
पहले खंड के बाद दुहाई से मेरठ दक्षिण तक अक्तूबर 2023 में दूसरा सेक्शन को शुरू किया जाएगा. इसके बाद जून 2024 में साहिबाबाद से दिल्ली और 2025 में मेरठ दक्षिण से मेरठ के मोदीपुरम का सेक्शन शुरू किया जाएगा.