Chandni Chowk Name History: राजधानी दिल्ली का चांदनी चौक दुनियाभर में मशहूर है. संकरी गलियां, बड़े-बड़े गुंबद नुमा भवन सहित यहां कई ऐसी चीजें मौजूद हैं, जिसमें आप मुगल काल की झलक देखने को मिलेगी. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इसका नाम चांदनी चौक कैसे पड़ा. अगर नहीं सोचा तो ये आर्टिकल आपके काम का है.
बादशाह शाहजहां की बेटी जहांआरा को खरीदारी का शौक था. वो अलग-अलग बाजारों से सामान खरीदती थीं. जब शाहजहां को ये बात पता चली तो उन्होंने बाजार बनवाने की योजना बनाई.
इसके बाद बादशाह शाहजहां ने चांदनी चौक की स्थापनी की. वहीं इसका डिजाइन शाहजहां की बेटी जहांआरा ने बनाया था.
चांदनी चौक के नाम में ही इसका मतलब भी छिपा हुआ है. चांदनी चौक का मतलब होता है चांदनी रात में चमकता हुआ चौराहा या बाजार.
दरअसल, चांदनी चौक में एक तालाब था, जिसमें चांद की रोशनी पड़ने प वह चमकने लगता था. इसी तालाब के नाम पर इसका नाम 'चांदनी चौक' पड़ा.
चांदनी चौक मुगलकाल को वो बाजार था, जहां जरूरत का सारा सामान एक ही जगह पर मिलता था.