संसद में गूंजा पानीपत की औद्योगिक इकाइयों का मुद्दा, वजूद बचाने के लिए बताई इस चीज की जरूरत
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संसद में गूंजा पानीपत की औद्योगिक इकाइयों का मुद्दा, वजूद बचाने के लिए बताई इस चीज की जरूरत

उद्योगपति ने कहा कि सांसद संजय भाटिया ने व्यापारियों के लिए का मुद्दा उठाया है जो कि बहुत जरूरी था. क्योंकि व्यापारियों पर तलवार की धार की तरह यह लटका हुआ है. उन्होंने कहा कि 400 डाइंग हाउस  इतनी कैपेसिटी नहीं है कि उन्हें PNG में परिवर्तित कर पाते. 

संसद में गूंजा पानीपत की औद्योगिक इकाइयों का मुद्दा, वजूद बचाने के लिए बताई इस चीज की जरूरत

राकेश भयाना/पानीपतः हरियाणा के पानीपत उद्योगपतियों को PCB द्वारा नोटिस दिए जाने के बाद पिछले काफी समय से 400 से अधिक डाइंग यूनिट बंद पड़े हैं. क्योंकि  PCB द्वारा नोटिस दिया गया था कि 23 सितंबर तक सभी डाइंग हाउस PNG में कन्वर्ट कर दिया जाए.

लेकिन, उद्योगपति द्वारा यह करना असंभव था, जिसे लेकर आज लोकसभा में सांसद संजय भाटिया ने पानीपत के उद्योगों के लिए संसद में उठाई मांग, साथ ही साथ करनाल लोकसभा क्षेत्र को NCR से बाहर करने की पुरजोर मांग की. सांसद द्वारा लोकसभा में मुद्दा उठाने पर सांसद का धन्यवाद किया.

करनाल लोकसभा क्षेत्र के सांसद संजय भाटिया ने संसद में करनाल लोकसभा क्षेत्र को NCR से बाहर करने या पानीपत की औद्योगिक इकाइयों में बॉयलरों में कोयले के इस्तेमाल की अनुमति देने का अनुरोध करते हुए इसकी पुरजोर मांग उठाई है. 

संजय भाटिया ने औद्योगिक क्षेत्र की मांग को उठाते हुए कहा कि करनाल लोकसभा क्षेत्र में हजारों औद्योगिक इकाइयां हैं जो कि कोयले से चलती हैं. इन औद्योगिक इकाइयों में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा कोयले के इस्तेमाल को लेकर नोटिस दिया जा रहा है.

उन्होंने कहा कि PCB की तरफ से औद्योगिक इकाइयों ने लगे बॉयलर को कोयले के बजाय PNG में बदलने के नोटिस आ रहे हैं. सांसद ने संसद में मांग उठाते हुए कहा कि बॉयलर को PNG पर लाने से ईंधन की लागत बहुत अधिक बढ़ जाएगी. 

उन्होंने आगे कहा कि इससे पानीपत की औद्योगिक इकाइयां वैश्विक स्तर पर कीमतों में मुकाबला नहीं कर पाएंगी. क्योंकि इससे ईंधन की लागत भी 3 गुना बढ़ जाएगी जो आर्थिक रूप से भी व्यावहारिक नहीं है. उन्होंने पुरजोर मांग उठाते हुए कहा कि अगर कोयले से चलने वाले सभी बॉयलर इकाइयों को छूट नहीं दी गई तो इकाइयां बंद हो जाएंगी और वैश्विक स्तर पर पिछड़ जाएंगे.

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उन्होंने अपने बयान में आगे कहा कि यही नहीं व्यापार के क्षेत्र में वे शेष भारत से भी पिछड़ जाएंगे. PNG भी बहुत महंगी है और PNG की सप्लाई कंपनी का क्षेत्र में एकाधिकार है, इसलिए वर्तमान समय में औद्योगिक इकाइयों की मांग को देखते हुए और पानीपत की औद्योगिक इकाइयों को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा बरकरार रखने के लिए कोयले की अनुमति प्रदान करें या करनाल लोकसभा संसदीय क्षेत्र को NCR से बाहर किया जाए.

उद्योगपति विनोद धमीजा ने कहा कि सांसद संजय भाटिया ने व्यापारियों के लिए का मुद्दा उठाया है जो कि बहुत जरूरी था. उन्होंने कहा कि डाइंग प्लांट के 400 यूनिट बंद है. उन्होंने इन डाइंग प्लांट बंद होने का कारण बताते हुए कहा कि PBC द्वारा 23 सितंबर, 2022 तक सभी बॉयलर PNG में परिवर्तित करने के आदेश दिए है जो कि बिल्कुल असंभव है.

उद्योगपति ने कहा कि यह मांग बहुत जरूरी थी क्योंकि व्यापारियों पर तलवार की धार की तरह यह लटका हुआ है. उन्होंने कहा कि 400 डाइंग हाउस  इतनी कैपेसिटी नहीं है कि उन्हें PNG में परिवर्तित कर पाते. सांसद संजय भाटिया ने लोकसभा में यह मुद्दा उठाया है. सभी व्यापारी संगठन तहे दिल से धन्यवाद करते हैं. 

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