Jewar Airport: 25 मार्च के बाद एयरपोर्ट हो जाएगा शुरू, पहले दिन तीन इंटरनेशनल फ्लाइट भरेंगी उड़ान
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Jewar Airport: 25 मार्च के बाद एयरपोर्ट हो जाएगा शुरू, पहले दिन तीन इंटरनेशनल फ्लाइट भरेंगी उड़ान

Jewar Airport: यमुना प्राधिकरण के सीईओ अरुणवीर सिंह के मुताबिक एयरपोर्ट लाइसेंस के लिए 20 दिसंबर को अप्लाई किया जाएगा. इससे पहले 15 नवंबर से 15 दिसंबर तक चलने वाले दूसरे चरण में अकासा, एयर इंडिया और इंडिगो समेत कई एयरलाइंस के विमान यहां से टेकऑफ और लैंडिंग करके देखेंगे.

 

Jewar Airport: 25 मार्च के बाद एयरपोर्ट हो जाएगा शुरू, पहले दिन तीन इंटरनेशनल फ्लाइट भरेंगी उड़ान

Noida International Airport: जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर फ्लाइट कैलिब्रेशन का प्रथम चरण का कार्य पूरा हो चुका है. 15 अक्टूबर से लेकर 18 अक्टूबर तक इसकी टेस्टिंग की गई. इस दौरान कैलिब्रेशन फ्लाइट यहां पर लैंड कराई गई. इस दौरान रनवे व लैंडिंग सिस्टम की जांच की गई, जो सफल रहा. वहीं अब इसकी रिपोर्ट डीजीसीए को भेज दी गई है. अब दूसरे चरण में 15 नवंबर से 15 दिसंबर तक यहां पर लगातार विमान उड़ान भरेंगे और उनका ट्रायल किया जाएगा.

15 से 18 अक्टूबर तक कराया गया कैलिब्रेशन  
यमुना प्राधिकरण के सीईओ अरुणवीर सिंह ने बताया कि 1 अक्टूबर को यमुना प्राधिकरण में जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट को लेकर फ्लाइट शेड्यूलिंग की बैठक हुई थी, जिसमें एयरपोर्ट अथॉरिटी से जुड़े हुए अधिकारी वन्य एजेंसी और डीजीसीए के लोग भी शामिल हुए थे. इस दौरान तय हुआ कि फ्लाइट शेड्यूलिंग कर दिया जाए. इसके बाद 15 अक्टूबर से लेकर 18 अक्टूबर तक कैलिब्रेशन  कराया गया. इस दौरान लगातार चार-पांच दिन कैलिब्रेशन फ्लाइट आई और लैंडिंग सिस्टम रनवे की जांच हुई और यह ट्रायल सही पाया गया. इसका पूरा डाटा डीजीसीए को सबमिट कर दिया गया. इसके बाद इसका अप्रूवल प्राप्त हो गया यानी कुल मिलाकर कैलिब्रेशन सक्सेसफुल रहा और पहला चरण इसका पूरा हो गया.

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15 नवंबर से 15 दिसंबर होगा ट्रायल 
उन्होंने बताया कि अब दूसरे चरण में 15 नवंबर से लेकर 15 दिसंबर तक यहां पर विमान ट्रायल करेंगे. इस दौरान अकासा एयरलाइंस, इंडिगो व एयर इंडिया व इसके अलावा वह एयरलाइन्स जिनसे एग्रीमेंट हुए हैं. वह सब यहां पर रोजाना लगातार उड़ान भरेंगे. इस दौरान एयरपोर्ट अथॉरिटी के छोटे विमान भी यहां पर उड़ान भरेंगे. करीब लगातार एक माह तक इनके द्वारा उड़ान भरने और लैंडिंग की यह प्रक्रिया चलेगी. उसके बाद अंत में एक विमान सभी क्रू मेंबर्स के साथ उड़ान भरेगा और लैंडिंग करेगा. उसके बाद पूरे 1 महीने का डाटा इकट्ठा करके डीजीसीए की वेबसाइट पर अपलोड  किया जाएगा. उसके बाद डीजीसीए से एरोड्रम का लाइसेंस मांगा जाता है. यानी कि एयरपोर्ट का लाइसेंस मांगा जाता है जो की 20 दिसंबर को सबमिट कर दिया जाएगा.

मार्च तक आ सकता है लाइसेंस
अरुणवीर सिंह ने बताया कि हम 20 दिसंबर को एयरपोर्ट के लाइसेंस के लिए अप्लाई कर देंगे. उसके बाद करीब 3 महीने में यह लाइसेंस आ जाता है. उन्होंने कहा कि अधिकतम 20 मार्च तक यह लाइसेंस आ जाएगा. उसके बाद यह एयरपोर्ट फंक्शनल हो जाएगा और पहले ही दिन तीन अंतरराष्ट्रीय उड़ाने यहां से उड़ान भरेंगी. 25 डोमेस्टिक उड़ान भी पहले दिन उड़ेंगी, और उसी दिन कार्गो की फ्लाइट भी उड़ान भरेगी.