Jewar Airport News: दरअसल पैसेंजर टर्मिनल बनाने के लिए जरूरी स्पेशल ग्रेड की स्टील मार्केट में नहीं मिल रही है. स्टील की कमी समेत अन्य समस्याओं के समाधान के लिए यूपी सरकार के मुख्य सचिव 28 जून को ग्रेटर नोएडा में मीटिंग करेंगे.
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Greater Noida News: यमुना प्राधिकरण क्षेत्र के जेवर में नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे का निर्माण कार्य एडवांस स्टेज में पहुंच गया है, लेकिन अब इस साल यहां से विमान उड़ान नहीं भर पाएंगे. नोएडा से फ्लाइट लेने के लिए अभी और छह महीने इंतजार करना होगा. सोमवार को यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (YIAPL) ने यह जानकारी दी. इसके मुताबिक जेवर एयरपोर्ट पर कमर्शियल ऑपरेशन शुरू करने के समय को छह महीने आगे बढ़ा दिया गया है. पहले अक्टूबर 2024 में विमान सेवा शुरू करने की तैयारी थी, लेकिन अब अप्रैल 2025 में विमान यहां से उड़ान भरेंगे.
कंपनी ने शेयर की जानकारी
दरअसल नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण, विकास और ग्रीनफील्ड परियोजना के संचालन के लिए यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (YIAPL) की स्थापना की गई थी. ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी की सहायक कंपनी YIAPL उत्तर प्रदेश सरकार के साथ पीपीपी मॉडल के तहत काम कर रही है. कंपनी ने एयरपोर्ट पर अब तक हुए निर्माण कार्यों की जानकारी शेयर की.
रनवे, पैसेंजर टर्मिनल और कंट्रोल टावर पर चल रहा काम
कंपनी का कहना है कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (IATA कोड-DXN) बनाने और उसके विकास का काम अग्रिम चरण में है. यह एक बड़ी और जटिल परियोजना है और इसके निर्माण गतिविधियों के अगले कुछ सप्ताह महत्वपूर्ण हैं. एयरपोर्ट पर रनवे, यात्री टर्मिनल और नियंत्रण टावर पर काम काफी आगे बढ़ चुका है. हाल ही में वाणिज्यिक क्षेत्रों के संचालन, ग्राउंड हैंडलिंग और रखरखाव संबंधी कॉन्ट्रैक्ट किए गए. इसके अलावा एयरपोर्ट पर यात्रियों को बेहतर विमान सेवा उपलब्ध कराने के लिए कई एयरलाइन के साथ समझौते किए गए हैं. बता दें कि जेवर एयरपोर्ट बनने के बाद इसकी सालाना यात्री क्षमता 12 मिलियन होगी.
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कंपनी ने अपने बयान में कहा कि वर्तमान निर्माण स्थिति को देखते हुए हमें उम्मीद है कि जेवर एयरपोर्ट पर अप्रैल 2025 के अंत तक कमर्शिएल फ्लाइट सर्विस शुरू हो जाएगी. कंपनी ने ये भी कहा कि हम दिल्ली-एनसीआर और यूपी के लिए एक टिकाऊ और विश्वस्तरीय एयरपोर्ट देने के अपने लक्ष्य के लिए प्रतिबद्ध हैं. हम अपने ठेकेदारों और अन्य शेयर होल्डरों के साथ मिलकर एयरपोर्ट के निर्माण के स्तर को उच्च बनाए रखने के लिए काम कर रहे हैं.
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स्टील की कमी पर 28 जून को होगी मीटिंग
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक स्टील नहीं मिलने की वजह से निर्माण कार्य में देरी हो रही है. पहले यूपी सरकार और ज्यूरिख इंटरनेशनल एयरपोर्ट के बीच हुए कॉन्ट्रैक्ट के मुताबिक जेवर एयरपोर्ट का निर्माण सितंबर 2024 तक पूरा करने और अक्टूबर से फ्लाइट सर्विस शुरू करने का लक्ष्य तय किया गया था, लेकिन एयरपोर्ट का पैसेंजर टर्मिनल बनाने के लिए जरूरी स्पेशल ग्रेड की स्टील मार्केट में उपलब्ध नहीं है. स्टील की कमी समेत अन्य समस्याओं के समाधान के लिए यूपी सरकार के मुख्य सचिव 28 जून को प्रोजेक्ट से जुड़ी कंपनी और अधिकारियों के साथ ग्रेटर नोएडा में मीटिंग करेंगे.