MCD के आधे से ज्यादा नवनिर्वाचित पार्षद हैं करोड़पति, 42 पर दर्ज हैं आपराधिक मामले
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MCD के आधे से ज्यादा नवनिर्वाचित पार्षद हैं करोड़पति, 42 पर दर्ज हैं आपराधिक मामले

दिल्ली के पार्षदों का चुनाव तो आपने कर लिया है लेकिन आप इससे शायद अंजान हैं कि जिन्हें आपने वोट दिया है उनमें से 19 पार्षदों पर गंभीर धाराओं में आपराधिक मामले दर्ज हैं, जबकि कुल 248 में से 167 विजेता करोड़पति हैं. 

MCD के आधे से ज्यादा नवनिर्वाचित पार्षद हैं करोड़पति, 42 पर दर्ज हैं आपराधिक मामले

नई दिल्ली : दिल्ली नगर निगम चुनाव के नतीजे आ चुके हैं, 250 में से 134 वार्डों पर आप ने जीत दर्ज की है तो वहीं बीजेपी के खाते में 104 वार्ड गए हैं. नतीजे तो पार्षदों की सम्पत्ति के भी आ चुके हैं, विजेता उम्मीदवारों में से कुल 167 पार्षद करोड़पति हैं. वहीं 19 पार्षदों पर गंभीर धाराओं में आपराधिक मामले दर्ज हैं, जबकि कुल 17 प्रतिशत पार्षदों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं. चलिए दिल्ली नगर निगम के नवनिर्वाचित पार्षदों का परत दर परत विश्लेषण किया जाए. 

167 विजेता उम्मीदवार हैं करोड़पति
साल 2017 में MCD चुनाव के 51 फीसद विजेता यानी 266 में कुल 135 उम्मीदवार करोड़पति थे. ये संख्या अब 51 फीसदी से बढ़ के 67 प्रतिशत तक पहुंच गई है जिसका मतलब है कि 2022 के MCD चुनाव के 248 में कुल 167 विजेता उम्मीदवार करोड़पति हैं. पार्टी वाइज देखा जाए तो भाजपा के कुल 104 उम्मीदवारों में से 79 प्रतिशत यानी की 82 उम्मीदवारों की कुल संपत्ति 1 करोड़ से ज्यादा की है. वहीं आम आदमी पार्टी के 58 प्रतिशत यानी की 77 उम्मीदवार करोड़पति हैं, जबकि कांग्रेस के 9 में से 6 उम्मीदवार करोड़पति हैं. बता दें कि 3 में से 2 निर्दलीय विजेता उम्मीदवार भी करोड़पति हैं. 

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19 पार्षदों पर दर्ज हैं गंभीर आपराधिक मामले
MCD चुनावों में कुल 42 यानी की 17 फीसदी विजेताओं के ऊपर आपराधिक मामले दर्ज हैं, वहीं साल 2017 के MCD 266 विजेता उम्मीदवारें में 10 फीसदी यानी की 26 पार्षदों ने स्वयं के ऊपर आपराधिक मामले दर्ज होने की घोषणा की थी. बात करें गंभीर आपराधिक मामलों की तो साल 2017 में 266 में से 14 विजाताओं ने यानी की कुल 5 प्रतिशत पार्षदों ने स्वयं पर गंभीर मामले दर्ज होने की पुष्टि की थी जबकि इस साल ये संख्या 5 फीसद से बढ़ के 8 फीसद हो गई है यानी की कुल 19 पार्षदों ने अपने ऊपर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज होने की घोषणा की है. पार्टी के हिसाब से देखा जाए तो AAP के 132 में से 27 पार्षदों पर तो BJP के 104 में से 12 विजेता उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं. वहीं गंभीर आपराधिक मामलों की बात करें तो  AAP के 132 में से 12 के ऊपर गंभीर धाराओं में मामला दर्ज हैं, जबकि BJP के 104 में 6 उम्मीदवारों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं.