Bandipur Tiger Reserve: पीएम को नहीं दिखा टाइगर तो मधुसूदन की गलती क्या? जयराम रमेश बोले-वो कैमरा वो पोज, सब बर्बाद!
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Bandipur Tiger Reserve: पीएम को नहीं दिखा टाइगर तो मधुसूदन की गलती क्या? जयराम रमेश बोले-वो कैमरा वो पोज, सब बर्बाद!

Bandipur Tiger Reserve: बीजेपी के कुछ नेताओं, पार्टी कार्यकर्ता और वरिष्ठ अधिकारियों ने ड्राइवर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की, जो अपनी गाड़ी में पीएम को अभ्यारण्य में ले गया था. वहीं वन विभाग ने इसे लेकर प्रधानमंत्री के सिक्योरिटी स्टाफ पर दोष मढ़ा.

 

 

Bandipur Tiger Reserve: पीएम को नहीं दिखा टाइगर तो मधुसूदन की गलती क्या? जयराम रमेश बोले-वो कैमरा वो पोज, सब बर्बाद!

PM in Bandipur Tiger Reserve: हाल ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर्नाटक में बांदीपुर टाइगर रिजर्व (बीटीआर) में अपनी पहली सफारी के दौरान 22 किलोमीटर तक भ्रमण किया, लेकिन इस दौरान उन्हें एक भी टाइगर नजर नहीं आया. इसके बाद तो कुछ भाजपा नेताओं के वन विभाग के अधिकारियों पर उस ड्राइवर के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कर डाली, जो अपनी गाड़ी में पीएम को अभ्यारण्य में ले गया था. साथ ही उस वाहन का रजिस्ट्रेशन रद्द करने की भी मांग कर डाली. इधर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ट्वीट कर पीएम पर तंज कसते हुए कहा-वो कैमरा, वो पोज, सब बर्बाद हो गया. 

एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बीजेपी के कुछ नेताओं, पार्टी कार्यकर्ता और वरिष्ठ अधिकारियों ने ड्राइवर मधुसूदन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की, जो पीएम को सफारी पर ले गया था. उनका कहना है कि सफारी के लिए वो रास्ता इसलिए चुना गया, क्योंकि यहां बाघ देखे गए थे, लेकिन जब प्रधानमंत्री टाइगर रिजर्व गए तो एक भी टाइगर नजर नहीं आया. ड्राइवर रास्ता भी बदल सकता था, लेकिन उसने ऐसा नहीं किया. अब सवाल उठता है कि प्रधानमंत्री समेत वीवीआईपी लोगों की सुरक्षा को लेकर उन्हें एक प्रोटोकॉल का पालन करना होता है तो ड्राइवर यूं ही कैसे अपने मन से रूट बदल सकता था.

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हालांकि इस पूरे मामले में बीआरटी में वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने यह कहते हुए बचाव किया कि ड्राइवर मधुसूदन के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी. उसने अपना काम किया. वह पीएम को उसी रूट पर लेकर गए, जो निर्धारित किया गया था. वन अधिकारियों ने टाइगर नहीं दिखने के लिए प्रधानमंत्री के सिक्योरिटी स्टाफ पर दोष मढ़ दिया.बीटीआर के निदेशक रमेश कुमार के मुताबिक पीएम की सवारी वाले वाहन का पंजीकरण रद्द करने की बात फर्जी है. जो वाहन नंबर चल रहा है, वह पुराना है और उसकी समय सीमा खत्म हो चुकी है. वाहन अब उपयोग में नहीं है. उन्होंने कहा कि हाई सिक्योरिटी के नाम पर  वाहन बार-बार चयनित मार्ग पर चले गए, जिसकी वजह से पीएम टाइगर नहीं देख पाए.

मामला सामने आने के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने ट्वीट कर प्रधानमंत्री की सफारी को लेकर तंज कसा. उन्होंने ट्वीट किया- यह अब पता चला है कि शिकारी शंभू बांदीपुर में टाइगर नहीं देख पाया. वह क्रोधित था. एसपीजी ने वनकर्मियों पर लगाया आरोप, बदले में वन विभाग सिक्योरिटी पर दोष मढ़ रहे हैं इन सब में भूपेंद्र यादव ने खुद को दूर कर लिया. मैं कहूंगा कि उन्हें बर्खास्त करो. वो कैमरा, वो पेज, सब बर्बाद हो गया.

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