न केजरीवाल की लहर, न मोदी का जादू और न राहुल का कद, 201 उम्मीदवार की जमानत जब्त
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न केजरीवाल की लहर, न मोदी का जादू और न राहुल का कद, 201 उम्मीदवार की जमानत जब्त

दिल्ली MCD चुनाव के नतीजे 7 दिसंबर को आ गए हैं. 134 सीटें पाकर आम आदमी पार्टी दिल्ली नगर निगम को जीत चुकी है, लेकिन इस जीत और केजरीवाल लहर के बावजूद आप के 3 प्रत्याशियों के जमानत जब्त हो गई है. ऐसे ही भाजपा के 10, कांग्रेस के 188 इत्यादी को मिलाकर कुल 784 प्रत्याशियों का जमानत जब्त हुआ है.

न केजरीवाल की लहर, न मोदी का जादू और न राहुल का कद, 201 उम्मीदवार की जमानत जब्त

प्रिंस कुमार/नई दिल्ली: दिल्ली MCD Election 2022 में आम आदमी पार्टी ने 15 सालों से निगम की सत्ता में काबीज भाजपा को हरा कर एक शानदार जीत दर्ज की है. निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी को 134 सीटें मिली हैं.  साथ ही आम आदमी पार्टी के तीन प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई है. वहीं निगम के चुनाव में 17 केंन्द्रीय मंत्री को उतारने वाली भाजपा के 10 कांग्रेस के 188 प्रत्याशी अपनी जमानत नहीं बचा पाए हैं. 

AAP BJP और कांग्रेस की जमानत जब्त
दिल्ली MCD चुनाव में आम आदमी पार्टी,  भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस जैसी नामी पार्टियों के उम्मीदवारों के जमानत जब्त हुए हैं. इसके अलावा कई दिग्गजों के निर्वाचन क्षेत्र में भी उनकी पार्टियों का सुपड़ा-साफ हुआ है. दिल्ली भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता के विधानसभा के तीनों सीटों से आप जीती है. ऐसे ही दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और जेल मंत्री सत्येंन्द्र जैन के क्षेत्र में आप का प्रदर्शन बेहद निराशापूर्ण रहा है.

784 उम्मीदवारों की जमानत जब्त 
राज्य निर्वाचन आयोग के आकड़ों के अनुसार दिल्ली निगम चुनाव में 784 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हुई है, जिसमें आम आदमी पार्टी के 3, भाजपा के 10 और कांग्रेस के 188 उम्मीदवार शामिल हैं. साथ ही बसपा के 128 और 370 निर्दलीय उम्मीदवार भी अपनी जमानत नहीं बचा सके हैं. राजधानी के वोटरों ने केजरीवाल पर भरोसा जताते हुए भाजपा के 15 सालों के एकक्षत्र राज को तोड़ा है और 'आप' को चुना है.   

पहली बार भाजपा को सत्ता से किया बाहर 
2022 के MCD चुनाव में आम आदमी पार्टी ने एक रिकार्ड भी बनाया है. बिते 15 सालों से भारतीय जनता पार्टी निगम के सत्ता पर काबिज थी. ऐसे में 2022 का निगम चुनाव ऐसा पहला चुनाव है जिसमें Aam Aadmi Party ने भाजपा को सत्ता से बाहर किया है. पिछले 7 बार आम आदमी पार्टी चुनावी रण में विभीन्न पार्टियों से भिड़ी है, जिसमें 2013 के विधानसभा चुनाव में आप ने कांग्रेस को शिकस्त दी थी. 

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आम आदमी पार्टी भले निगम की चुनाव जीत गई हो, लेकिन जिस तरीके से सत्येंन्द्र जैन, मनीष सिसोदिया, और आतिशी के विधानसभा के वार्ड़ों में आप का सुपड़ा साफ हुआ है, उससे ये तो जाहिर है अरविंद केजरीवाल खुश नहीं होंगे. सत्येंद्र जैन की निर्वाचन क्षेत्र शकूर बस्ती (सरस्वती विहार, पश्चिम विहार और रानी बाग) के सभी तीन वार्ड में आम आदमी पार्टी की हार हुई है. ऐसे ही आतिशी मारलेना के विधानसभा कालकाजी के सभी वार्डों में आप हारी है. दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया के निर्वाचन क्षेत्र पटपड़गंज के चार में से तीन सीटें बीजेपी ने जीती है. 

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