Modi Ki Guarantee: प्रधानमंत्री ने कहा कि यह घोषणापत्र विकसित भारत के सभी 4 मजबूत स्तंभों - युवा शक्ति, महिला शक्ति, गरीब और किसान को सशक्त बनाता है. हमारा ध्यान निवेश के जरिए जीवन की गरिमा, जीवन की गुणवत्ता और नौकरियों पर है. पिछले दस वर्षों में भारत के लगभग 25 करोड़ लोग बहुआयामी गरीबी से बाहर आए हैं.
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BJP Manifesto: बीजेपी ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में चुनावी घोषणा पत्र 'संकल्प पत्र' जारी कर दिया. इस दौरान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृहमंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे. पार्टी ने संकल्प पत्र को 'मोदी की गारंटी' के तौर पर पेश किया गया. इतना ही नहीं, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 'मोदी की गारंटी' को 24 कैरेट सोने जितना शुद्ध बताया. चुनावी घोषणा पत्र में महिलाओं, गरीबों, किसानों समेत कई वर्गों को भविष्य के सपने दिखाए गए, लेकिन आम जनमानस के मन में कुछ सवाल भी उठ रहे हैं, जिनका जवाब वो बिना किसी राजनीतिक चक्रव्यूह में फंसे मतदान करने से पहले पा लेना चाहते हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह घोषणापत्र विकसित भारत के सभी 4 मजबूत स्तंभों - युवा शक्ति, महिला शक्ति, गरीब और किसान को सशक्त बनाता है. हमारा ध्यान निवेश के जरिए जीवन की गरिमा, जीवन की गुणवत्ता और नौकरियों पर है. भाजपा सरकार ने गरीबों को 4 करोड़ पक्के घर बनाकर दिए हैं. अब हम 3 करोड़ घर और बनाने का संकल्प लेते हुए आगे बढ़ेंगे. अभी तक हमने सस्ते सिलेंडर घर-घर पहुंचाए हैं और अब हम पाइप से सस्ती रसोई गैस घर-घर पहुंचाने के लिए तेजी से काम करेंगे. पिछले दस वर्षों में भारत के लगभग 25 करोड़ लोग बहुआयामी गरीबी से निकल आए हैं. मोदी की गारंटी है कि मुफ्त राशन की योजना आने वाले 5 साल तक जारी रहेगी. हम ये सुनिश्चित करेंगे कि गरीब के भोजन की थाली पोषणयुक्त हो, उसके मन को संतोष देने वाली हो और अफोर्डेबल हो, सस्ती हो.
पीएम ने कहा कि भारत आज women led development में दुनिया को दिशा दिखा रहा है. पिछले 10 वर्ष, नारी गरिमा, नारी को नए अवसरों को समर्पित रहे हैं. आने वाले 5 वर्ष नारीशक्ति की नई भागीदारी के होंगे. हमने वरिष्ठ नागरिकों और ट्रांसजेंडर समुदाय को आयुष्मान भारत योजना के दायरे में लाने का फैसला किया है, लेकिन प्रधानमंत्री की इन गारंटियों पर क्या लोगों को पूरी तरह भरोसा है?
कुछ ही घंटों राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्म निर्माता विनोद कापरी ने एक्स पोस्ट किया-मणिपुर से बेहद भयावह खबरें और विचलित करने वाली तस्वीरें आ रही हैं. इस आदमी पर कोई असर नहीं पड़ने वाला.
सोशल मीडिया यूजर्स समेत अन्य लोगों का सवाल है कि जब बहुआयामी प्रतिभा की धनी मोदी सरकार ने 10 वर्षों में 25 करोड़ जनता को गरीबी से निकाल लिया है तो क्यों अगले पांच साल तक 80 करोड़ जनता को मुफ्त अनाज मुहैया कराने का वादा किया है? 140 करोड़ की आबादी वाले इस देश में 80 करोड़ को अनाज देने का मतलब तो यही समझ में आता है कि आत्मनिर्भर भारत में करीब 57 फीसदी लोग रोजी रोटी के लिए सरकार के रहमोकरम पर निर्भर हैं, जो कि एक बड़ा वोट बैंक है. लोगों का कहना हैं कि केंद्र सरकार को भारत में गरीबी का सटीक आंकड़ा पेश करना चाहिए.
आप नेता और दिल्ली सरकार की शिक्षा मंत्री आतिशी ने बीजेपी के संकल्प पत्र को जुमला पत्र करार दिया. उन्होंने कहा कि 10 साल सरकार चलाने के बाद भी बीजेपी सरकार एक वादा भी पूरा नहीं कर पाई है. पीएम ने युवाओं से वादा किया था कि हर साल 2 करोड़ नौकरियां दी जाएंगी, लेकिन आज देश में बेरोजगारी का आंकड़ा इस देश के इतिहास में सबसे ज्यादा है.
अभी हाल ही में कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने नौकरी की तलाश कर रहे हरियाणा के युवाओं को मौत के मुंह में धकेलने का आरोप बीजेपी सरकार पर लगाया था. उन्होंने लिखा था- कैथल-करनाल-अंबाला-हरियाणा, रोज़गार की तलाश में दर-दर भटकते युवाओं को यूक्रेन-रूस लड़ाई में जबरन “मौत के मुँह” में धकेला गया है पर देश-प्रदेश में भाजपा सरकारों ने बेबस नौजवानों की “घर वापसी” से मुंह मोड़ लिया है. सवाल है कि अगर देश के विभिन्न विभागों में हजारों-लाखों पद खाली पड़े हैं तो हरियाणा समेत देश के तमाम युवा रोजगार की तलाश में खुद को दूसरे देश में मौत के हवाले करने पर मजबूर क्यों हो रहे हैं?
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने किसानों की आय को लेकर मोदी की गारंटी पर सवाल उठाया. उनका कहना है कि पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा था कि वह किसानों की आय दोगुनी कर देंगे। वह एमएसपी बढ़ाएंगे और कानूनी गारंटी देंगे पर उन्होंने ऐसा नहीं लिया. युवा नौकरी ढूंढ रहा है. महंगाई, बेरोजगारी की इन्हें कोई चिंता नहीं है.10 साल में ये आदमी कुछ नहीं कर सका. गरीबों के लिए उनके घोषणापत्र पर भरोसा करना सही नहीं है.
आज पीएम ने अपने घोषणापत्र में नारी सशक्तीकरण की बात कही. इस पर कांग्रेस नेता अशोक गहलोत ने कहा, मुझे लगता है कि 2014 और 2019 में जो स्थितियां थीं, वे अब बदल गई हैं. जो भी वादे किए गए थे, वे वादे ही रह गए. किसानों और पहलवानों के विरोध जैसे मुद्दे पर बीजेपी अपनी विश्वसनीयता खो चुकी है. गहलोत ने सवाल किया- बीजेपी कब तक पीएम मोदी के नाम पर राजनीति करती रहेगी. बेरोजगारी, मुद्रास्फीति और चुनावी बांड घोटाले पर बीजेपी के पास कोई जवाब नहीं है.
ऐसे में अब बीजेपी के सामने ये साबित करने की चुनौती है कि 24 कैरेट गोल्ड जैसी 'मोदी की गारंटी' कितनी टिकाऊ रहती हैं., क्योंकि सुनार भी ज्वेलरी बनाते समय उसे मजबूत करने के लिए सोने में तांबे की कुछ मात्रा डालता है, क्योंकि शुद्ध सोना कभी भी मुड़ सकता है.