PM Modi Birthday 2023: अपने 73वें जन्मदिन पर PM मोदी 30 हजार छात्राओं को देने जा रहे हैं ये नायाब तोहफा, पिछड़े समुदायों और जातियों के लिए उठाया ये बीड़ा
Advertisement
trendingNow0/india/delhi-ncr-haryana/delhiharyana1873498

PM Modi Birthday 2023: अपने 73वें जन्मदिन पर PM मोदी 30 हजार छात्राओं को देने जा रहे हैं ये नायाब तोहफा, पिछड़े समुदायों और जातियों के लिए उठाया ये बीड़ा

PM Modi Birthday 2023: देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बार अपने जन्मदिन पर देशवासियों को कई बड़ी सौगत देने जा रहे हैं. इनमें से एक है पिछड़े समुदायों और जातियों के लोगों का भी बीड़ा मोदी सरकार ने उठाया है, जिसके लिए वो 17 सितंबर को "विश्वकर्मा योजना" की शुरुआत करने जा रही है.

PM Modi Birthday 2023: अपने 73वें जन्मदिन पर PM मोदी 30 हजार छात्राओं को देने जा रहे हैं ये नायाब तोहफा, पिछड़े समुदायों और जातियों के लिए उठाया ये बीड़ा

PM Modi Birthday 2023: 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपना 73वां जन्म दिवस मनाने जा रहे हैं. इस खास अवसर पर वो देशवासियों को कई नई सौगातों से भी नवाजने वाले हैं. इसी के साथ पूरे देश में "विश्वकर्मा योजना" शुरु की जाएगी. जन्मदिन के अवसर पर खास बात तो ये हैं कि देश के चुने गए 70 स्थानों पर 70 मंत्रियों की मौजूदगी रहेगी.

विश्वकर्मा योजना की करेंगे शुरुआत

बता दें कि स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा था कि वो अपने जन्मदिन पर "विश्वकर्मा योजना" की शुरुआता करेंगे. केन्द्र सरकार ने छोटे कामगारों, कौशल वाले लोगों की आर्थिक मदद के लिए पीएम विश्वकर्मा योजना को मंजूरी दी थी, जिसको वो 17 सितंबर को शुभरंभ करेंगे. इस योजना के तीन मंत्रालयों MSME, कौशल विकास और वित्त मंत्रालय मिल कर लागू करेंगे. इस योजना में आने वाले 5 सालों में 13 हजार करोड़ रुपए खर्च होंगे.

ये भी पढ़ें- Delhi News: लोकायुक्त की रिपोर्ट का हवाला देकर BJP ने AAP सरकार पर लगाया एक और घोटाले का आरोप, कहा- सब कुछ संदेहास्पद

खबरों की मानें तो साल 2023-24 में 3 लाख से ज्यादा कामगारों इस योजना बड़ा लाभ पहुंचाने का लक्ष्म केंद्र सरकार ने रखा है. इसी के साथ इस योजना में 18 तरह के अलग-अलग क्षेत्रों में काम कर रहे लोगों को शामिल किया गया है. इसी के बाद 2023-24 से लेकर 2027-28 तक की अवधि में 30 लाख कारीगरों को इसमें शामिल किया जाएगा.

जानें, क्या है विश्वकर्मा योजना

स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी विश्वकर्मा योजना के बारे में जानकारी देते हुए कहा था कि इस योजना से समाज के पिछड़े वर्ग के कामगरों के लिए बनाया गया है. इस योजना के तहत मोची, धोबी, बढ़ई जातियों के कारीगरों को पहले चरण में पांच प्रतिशत की दर से एक लाख रुपये, जिसके लिए कोई कोलैटरल नहीं लगेगा और दूसरे चरण में दो लाख रुपये का कर्ज दिया जाएगा.

ये भी पढ़ें- Delhi News: पराली से प्रदूषण नहीं, मिलेगा 5 लाख लोगों को रोजगार, ईंधन बनाने के लिए लगेंगे 1 हजार प्लांट

पीएम मोदी ने आगे बताया कि विश्वकर्मा योजना के तहत शिल्पकारों और कामगरों को प्रशिक्षण भी दिया जाएगा और इसके तहत ट्रेनिंग लेने वालों को हर दिन 500 रुपये का स्टाईपेंड भी दिया जाएगा. इसी के साथ सफल पंजीकरण के बाद इन लाभार्थियों को पीएम विश्वकर्मा प्रमाण पत्र और पहचान पत्र दिया जाएगा. कौशल सत्यापन के बाद हर लाभार्थी को 15000 रुपये का टूलकिट दिया जाएगा.

उन्होंने आगे जानकारी दी कि विश्वकर्मा योजना के लाभार्थियों को गुणवत्ता प्रमाणन, ब्रांडिंग, ई-कॉमर्स और जेएएम प्लेटफार्म पर शाविज्ञापन, प्रचार और अन्य कार्यों के रुप में विपनण सहायता दी जाएगी ताकि घरेलु और वैश्विक मुल्य श्रंखलाओं के साथ संपर्क को और बेहतर बनाया जा सके.

ये भी पढ़ें- घर बैठे बना सकते हैं आयुष्मान भव: कार्ड, 17 सितंबर से 31 दिसंबर तक होंगे विशेष आयोजन

पारंपरिक कारीगरी के लिए सरकारी योजना

बता दें कि पारंपरिक कारीगरी के काम में लगी इन सभी जातियों को सरकारी योजना का लाभ और स्वरोजगार को बढावा देने और इनकी कला को देश विदेशों तक पहुंचाने को बीड़ा मोदी सरकार ने उठाया है. इतना ही नहीं हाथों और औजारों से काम करने वाले कारीगरों को प्रशिक्षइत कर दिया जाए जो दुनिया के कोने कोने में लेबर की मांग को पूरा करने में ये सक्षम हैं. इनकी हैंड होल्डिंग कर पीएम मोदी ने भी सुनिश्चित कर लिया है ताकि 2024 में ये तबका उनका बड़ा वोट बैंक बने.

पिछड़े समुदायों और जातियों को मिलेगा लाभ

आपको बता दें कि भारतीय अर्थव्यवस्थआ में बहुत बड़ी संख्या में कारीगर और शिल्पकार हैं जो हाथों और औजारों से काम करते हैं, जिन्हें अनौपचारिक तौर पर असंगठित क्षेत्र माना जाता है. सोनार, लोहार, कुम्हार, बढई, मूर्तिकार जैसे कारीगरों और शिल्पकारों को विश्वकर्मा कहा जाता है. इसलिए 18 तरह के व्यवसायों को इस योजना में शामिल किया जाएगा.

ये जातियां हैं बढई, नाव निर्माता, अस्त्रकार, लोहार, हथौडा और टूटकिट निर्माता, ताला बनाने वाले, सुनार, कुम्हार, मूर्तिकार, पत्थर तोडने वाला, मोची, राजमिस्त्री, टोकरी, चटाई, डू बनाने वाले बुनकर, गुडिया और खिलौना निर्माता, नाई, मालाकार, धोबी, दर्जी, और पिशिंग. बताते चले कि 18 साल के कारीगर अब इस पंजिकरण के लिए पात्र हो जाएंगे. इस स्कीम से मिलने वाले लाभों को प्रति परिवार एक सदस्य तक ही सीमित रखा जाएगा. सराकारी सेवा में कार्यरत कोई भी व्यक्ति या उसका रिश्तेदार इसका पात्र नहीं होगा.

छात्राओं को ये तोहफा देगी मोदी सरकार

आपको बता दें कि गुजरात के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल ने बीते गुरुवार को जानकारी देते हुए कहा कि पीएम मोदी के जन्मदिन के खास अवसर पर स्कूली छात्राओं का बैंक अकाउंट खुलवाया जाएगा. उन्होंने बताया कि हमने नवसारी जिले में 30 हजार स्कूली छात्राओं की पहचान करते हुए ये फैसला लिया है कि उनके लिए बैंक खाता खोला जाए, ताकि वो "पीएम सुकन्या समृद्धि" योजना का लाभ उठा सकें.

Trending news