आम आदमी पार्टी की PAC की बैठक में दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए AAP ने 20 उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी की. मनीष सिसोदिया को जंगपुरा से टिकट दी गई. वहीं सिसोदिया की पुरानी सीट पटपड़गंज से अवध ओझा को प्रत्याशी बनाया गया है.
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Delhi Election 2025: आम आदमी पार्टी की PAC की बैठक में दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए AAP ने 20 उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी की. मनीष सिसोदिया को जंगपुरा से टिकट दी गई. वहीं सिसोदिया की पुरानी सीट पटपड़गंज से अवध ओझा को प्रत्याशी बनाया गया है. सिसोदिया को जंगपुरा से प्रत्याशी घोषित किए जाने के बाद उन्होंने जंगपुरा के वॉलिंटियर्स को पत्र लिखा.
पत्र में मनीष सिसोदिया ने कहा कि अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी ने जंगपुरा विधानसभा से चुनाव लड़ने की जिम्मेदारी सौंपी है. यह केवल चुनाव लड़ने की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि यह सुनिश्चित करने का संकल्प है कि जंगपुरा का हर बच्चा बेहतरीन शिक्षा पाए. हर महिला सुरक्षित महसूस करे, हर गली और सड़क साफ-सुथरी हो और हर परिवार को उनकी जरूरतें बिजली, पानी, स्वास्थ्य और रोजगार- बिना किसी बाधा के मिले.
उन्होंने कहा कि यह जिम्मेदारी आपके साथ मिलकर ही निभा संकूगा. आम आदमी पार्टी के बनने से लेकर अब तक मैंने देखा है कि जंगपुरा से पार्टी में एक से बढ़कर एक समर्पित वॉलंटियर्स हैं. जिन्होंने पार्टी के संघर्ष में अपनी मेहनत और योगदान से मिसाल कायम की है. यह आपका समर्पण ही है, जिसने पूरी दिल्ली के लोगों के मन में पार्टी के लिए अथाह प्यार और भरोसा पैदा किया है.
उन्होंने पत्र में लिखा कि इससे पहले मैं पटपड़गंज विधानसभा के भाइयों और बहनों द्वारा तीन बार विधायक के रूप में चुना गया हूं. मैं इसे अपनी राजनीति का जन्मस्थान मानता हूं, लेकिन इस बार जब अवध ओझा ने पार्टी से जुड़ने का निर्णय लिया और मुझसे अपनी इच्छा व्यक्त की कि वे पटपड़गंज, जो शिक्षा की राजनीति की प्रयोगशाला बन चुका है. यहां से अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू करना चाहते हैं, तो उनकी इस भावना ने मुझे गहराई से प्रभावित किया.
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वहीं पड़पड़गंज विधानसभा के साथियों को भी पत्र लिखा और कहा कि यहां मेरा राजनीतिक जन्म हुआ. आप लोगों की उंगली पकड़कर मैंने चलना सीखा. फिर हमने मिलकर पटपड़गंज को एक दिशा दी, एक ऐसी पहचान दी, जिसे आज पूरे दिल्ली और देश में लोग सराहते हैं.
उन्होंने कहा कि यहां के हर बदलाव, हर विकास कार्य की नींव आपने और मिलकर रखी थी. आज जो कुछ भी हमने पटपड़गंज में हासिल किया है, वह आप जैसे समर्पित साथियों के बिना संभव नहीं था. आज पटपड़गंज सिर्फ एक विधानसभा क्षेत्र नहीं, बल्कि शिक्षा पर आधारित राजनीति की एक नई क्रांति का प्रतीक बन चुका है. यह वह धरती है जहां हमने सिद्ध किया कि सरकारी स्कूल भी विश्वस्तरीय हो सकते हैं. नए स्कूलों की शुरुआत से लेकर टूटी-फूटी इमारतों को शानदार परिसरों में बदलना, सरकारी स्कूलों में स्विमिंग पूल, अत्याधुनिक लैब्स और पुस्तकालय जैसी सुविधाएं स्थापित करना - यह सब न केवल एक बदलाव है, बल्कि एक आंदोलन है.