दिल्ली नगर निगम के चुनावों का ऐलान हो चुका है. इस दौरान हमारी जी मीडिया की टीम छतरपुर वार्ड पहुंची, जहां उन्होंने वहां के कुछ लोगों से बातचीत की. वहीं लोगों ने बताया कि यहां साफ सफाई की सबसे बड़ी परेशानी है.
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आकांक्षा चौहान/ नई दिल्ली: दिल्ली की ठंड में सियासत को गर्म करने वाले MCD चुनाव 4 दिसंबर को होने वाले हैं. ऐसे में हर वार्ड से अलग-अलग कहानीयां सुनने को मिल रही हैं. चुनावी चौराहे के कड़ी में जी न्यूज की टीम छतरपुर (Chhatarpur) के वार्ड संख्या 159 में पहुंची और लोगों से उनकी परेशानियां के बारे में जाना और वो किन-किन मुद्दों को लेकर इस बार वोटिंग करेंगे इसपर चर्चा की गई है.
कूड़ा सबसे बड़ी समस्या
लोगों का कहना है कि छतरपुर की सबसे बड़ी और प्रत्यक्ष समस्या कूड़े की है. उनका कहना है कि यहां कूड़े के पहाड़ बन चुके हैं. MCD कर्मचारी अपने मन के मुताबिक हफ्ते में एक-दो बार आ जाते हैं.
ब्लॉक पड़ी हैं नालियां
लोगों ने बताया कि यहां नालियां का निवारण नहीं हो पा रहा है, यहां पर नालियां ब्लॉक्ड पड़ी हैं. नाली का मालवा लोगों को खुद हटाना पड़ता हैं. लोगों ने कहा कि कोई कर्मचारी नहीं है जो यहां नाली साफ करे, यहां कोई साफ सफाई नहीं की जाती है. यहां के निवासी खुद ही नाली साफ करने को मजबूर हैं.
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कूड़े के पहाड़ के पास स्कूल
कूड़े के पहाड़ और खुली नाली के पास ही यहां MCD का स्कूल है. बच्चे कूड़े के ढेर से स्कूल की ओर जाने में मजबूर हैं. बता दें कि जहां खड़ा होना मुश्किल है वहीं बच्चों की क्लास में कूड़े और भरी नाली की बदबू जाती है, जिससे बच्चें इसी स्थिति में पढ़ते को मजबूर हैं. बच्चों का कहना है कि स्कूल की खिड़की खोलो तो सांस लेना मुश्किल हो जाता है.
MCD के कर्मचारी लेते हैं Corruption
लोगों ने बताया कि यहां खुला करप्शन होता है. एमसीडी के कर्मचारी सिर्फ उनकी बात सुनते हैं, जो उन्हें पैसा खिलाता है. बाकियों के काम नहीं किए जाते और न ही उनकी बात सुनी जाती है.
लोगों को हैं पार्किंग की समस्या
लोगों ने चुनावी चौराहे के दौरान बताया कि यहां कोई पार्किंग सुविधा नहीं है और नही पब्लिक टॉयलेट है. सड़कों की हालत खराब है, गड्ढे हैं, खुली नालियों हैं जिस वजह से लोग उस में गिर जाते हैं और कई बार बड़े बड़े हादसे घट जाते हैं.