Kisan Andolan 2.0: 21 फरवरी को ट्रैक्टर मार्च का आह्वान! टिकैत ने किसानों से की पूरी ताकत दिखाने की अपील, हरियाणा-पंजाब में इंटरनेट पाबंदी बढ़ी
Advertisement
trendingNow0/india/delhi-ncr-haryana/delhiharyana2115877

Kisan Andolan 2.0: 21 फरवरी को ट्रैक्टर मार्च का आह्वान! टिकैत ने किसानों से की पूरी ताकत दिखाने की अपील, हरियाणा-पंजाब में इंटरनेट पाबंदी बढ़ी

Kisan Andolan 2.0: एक बार फिर से किसानों ने बड़े आंदोलन का ऐलान कर दिया है. 21 फरवरी किसानों ने ट्रैक्टर मार्च निकालने का आह्वान किया है. इसी के साथ किसान 26 और 27 फरवरी को दिल्ली की ओर जाने वाले राजमार्गों पर अपने ट्रैक्टर पार्क करेंगे. 

Kisan Andolan 2.0: 21 फरवरी को ट्रैक्टर मार्च का आह्वान! टिकैत ने किसानों से की पूरी ताकत दिखाने की अपील, हरियाणा-पंजाब में इंटरनेट पाबंदी बढ़ी

Kisan Andolan 2.0: भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) ने घोषणा की है कि 21 फरवरी को उत्तर प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर ट्रैक्टर मार्च निकाला जाएगा. प्रदर्शनकारी किसानों और न्यूनतम समर्थन मूल्य सहित उनकी मांगों के समर्थन में किसान 26 और 27 फरवरी को दिल्ली की ओर जाने वाले राजमार्गों पर अपने ट्रैक्टर पार्क करेंगे. शनिवार को मुजफ्फरनगर के सिसौली में अपने मुख्यालय में एक महापंचायत को संबोधित करते हुए, बीकेयू नेता राकेश टिकैत ने किसानों से 21 फरवरी को ट्रैक्टर मार्च के दौरान अपनी पूरी ताकत दिखाने की अपील की.

किसानों की एक विशाल सभा को संबोधित करते हुए, टिकैत ने सत्तारूढ़ भाजपा सरकार पर तीखा हमला किया और कहा "यह 'नासल और फसल' (पीढ़ी और फसल) की रक्षा की लड़ाई है." टिकैत ने किसानों से अपील की कि वे 21 फरवरी को ट्रैक्टर मार्च के दौरान अपनी पूरी ताकत दिखाएं और फिर 26 और 27 फरवरी को यातायात को बाधित किए बिना हरिद्वार से दिल्ली तक राजमार्गों पर ट्रैक्टर पार्क करें.

ये भी पढ़ेंः Kisan Andolan 2.0: किसान आंदोलन के चलते सब्जियों के बढ़े भाव, लोगों की जेब पर दिखा असर

किसान नेता ने निहित स्वार्थों पर सत्तारूढ़ सरकार के माध्यम से 'रोटी' पर कब्जा करने की साजिश रचने का आरोप लगाया, क्योंकि वे समझ गए थे कि 'रोटी' का व्यवसाय अधिक लाभदायक है. लोग साल में 700 बार 'रोटी' खाते हैं जबकि त्योहारों और समारोहों के दौरान महिलाएं साल में बमुश्किल 17 बार सोना पहनती हैं. उन्होंने किसानों को चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार किसानों की एकता को तोड़ने की कोशिश कर सकती है, लेकिन उन्हें ऐसी किसी भी कोशिश को नाकाम करने के लिए तैयार रहना चाहिए.

टिकैत ने दावा किया कि उनसे भी संपर्क किया गया और पूछा गया कि वह क्या चाहते हैं, लेकिन उन्होंने कहा कि किसी व्यक्ति के बजाय संयुक्त किसान मोर्चा से संपर्क किया जाना चाहिए. बीकेयू नेता ने सभा से कहा कि वे आंदोलन पर एक साल की कमाई खर्च करने के लिए तैयार रहें, क्योंकि यह किसानों के अस्तित्व की लड़ाई है.

ये भी पढ़ेंः Kisan Andolan 2.0: आंदोलन और भारत बंद के बीच बॉर्डर पर हुई किसान की मौत, किन्नर समाज ने जताया दुख

आंदोलन के चलते इंटरनेट पाबंदी बढ़ी

हाल ही में खबर सामने आई है कि चंडीगढ़ किसानों के आंदोलन को देखते हुए इंटरनेट पर पाबंदी बढ़ा दी गई है. इतना ही नहीं  हरियाणा के सात जिलों में भी इंटरनेट पर पाबंदी बढ़ा दी गई है. इस आदेश के बाद से 19 फरवरी रात 12 बजे तक इंटरनेट पर पाबंदी रहेगी. हरियाणा के अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, जींद, हिसार, फतेहाबाद, सिरसा में इंटरनेट सेवाएं बंद रहेंगी. यह आदेश होम सेक्रेटरी की ओर से जारी किए गए हैं.

(इनपुटः अमित भारद्वाज)

Trending news