क्या मुश्तरका मालकान भूमि मामला बन जाएगा हरियाणा सरकार के गले की फांस? आखिर ये है क्या मामला?
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क्या मुश्तरका मालकान भूमि मामला बन जाएगा हरियाणा सरकार के गले की फांस? आखिर ये है क्या मामला?

मुश्तरका मालकान व जुमला मालकान भूमि मामले को लेकर भारतीय किसान यूनियन चढूनी ग्रुप (Bhartiya Kisan Union Chadhuni Group) ने आज करनाल के प्रेमनगर स्थित सीएम आवास पर धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान बड़ी संख्या में महिला किसान धरने में शामिल हुई.

क्या मुश्तरका मालकान भूमि मामला बन जाएगा हरियाणा सरकार के गले की फांस? आखिर ये है क्या मामला?

कमरजीत विर्क/ करनाल : मुश्तरका मालकान व जुमला मालकान भूमि मामले को लेकर भारतीय किसान यूनियन चढूनी ग्रुप (Bhartiya Kisan Union Chadhuni Group) ने आज करनाल के प्रेमनगर स्थित सीएम आवास पर धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान बड़ी संख्या में महिला किसान धरने में शामिल हुई. किसानों ने मंत्रियों से मांग की है कि उनकी खाने-पीने की व्यवस्था की जाए अन्यथा वे भूख हड़ताल पर रहेंगे. सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस ने सीएम आवास के बाहर कड़े इतंजाम किए हैं. पुलिस ने सीएम आवास के पास सड़क पर दोनों तरफ बैरिकेड्स लगाए हैं.

रामनगर में सीएम आवास का घेराव
करनाल में मुश्तरका मालकान व जुमला मालकान कानून को लेकर भारतीय किसान यूनियन चढूनी ग्रुप ने करनाल के रामनगर में सीएम आवास का घेराव किया. भारी संख्या में पहुंचे किसानों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. साथ ही आज रात सीएम आवास पर ही डेरा डालने का निर्णय लिया गया है. आज सुबह 10 बजे तीन जिलों के किसान सेक्टर 12 जाट भवन में एकत्र हुए और वहां से करीब 11:20 पर वह सीएम आवास के लिए रवाना हुए और 12 बजे वह सीएम आवास पर पहुंचे. पुलिस ने  बैरिकेड्स लगाकर उनका रास्ता रोका, जिसके बाद किसानों ने सड़क पर ही डेरा डाल दिया. किसानों ने फैसला किया है कि वे कल शाम 5 बजे अपने धरने को समाप्त करेंगे.

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सरकार हड़पना चाहती है किसानों की जमीन

जिला अध्यक्ष अजय सिंह राणा ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में मुश्तरका मालकान और जुमला मालकान जमीन को सरकार हड़पना चाहती है, लेकिन भाकियू ऐसा कतई होने नहीं देगी. पूरे हरियाणा में गुरुवार व शुक्रवार को कैबिनेट मंत्रियों के आवास पर धरना प्रदर्शन किया जा रहा है. इसका खर्च मंत्री को ही उठाना होगा और किसानों के रहने-खाने की व्यवस्था करनी होगी. यदि ऐसा नहीं किया जाता है तो किसान दो दिनों तक भूख हड़ताल पर रहेंगे. 

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अजय सिंह राणा ने मुश्तरका मालकान कानून का जिक्र करते हुए बताया कि जमीन की चकबंदी हुई थी, उस वक्त सरकार ने हर मरब्बे से किसानों के हिस्से की कुछ जमीन अपने पास रख ली थी, जिसके पास जितनी जमीन थी, उसी के हिसाब से उसका हिस्सा काटा गया था. यह जमीन कुएं व रास्तों के लिए छोड़ी गई थी या फिर बची हुई जमीन का उपयोग गऊ चरांद, स्कूल, स्टेडियम व अन्य तरह से किया जा रहा था और कुछ हिस्से पर किसान खेती कर रहे थे. 

किसान विरोधी नीतियां नहीं की जाएंगी बर्दाश्त 
किसानों का कहना है कि अब सरकार कोर्ट के माध्यम से वह कानून तोड़कर उस जमीन का इंतकाल अपने नाम करवाने जा रही है. इससे पहले यह इंतकाल किसानों के नाम था. इसके बाद किसान उक्त जमीन के मालिक नहीं रहेंगे. अजय राणा ने बताया कि पूरे हरियाणा में लाखों एकड़ जमीन है और सरकार के इस कदम से प्रत्येक किसान पर असर पड़ेगा. सरकार किसान विरोधी नीतियां लेकर आ रही है, जिसे किसान बर्दाश्त नहीं करेंगे. 

एक इंच नहीं देंगे जमीन

महिला प्रदेश अध्यक्ष अंजू संधू ने कहा कि यह सरकार गूंगी बहरी है. भाजपा सरकार द्वारा मुश्तरका मालकान व जुमला मालकान कानून के विरोध में आज सीएम आवास का घेराव करने के लिए पहुंचे. उन्होंने कहा कि किसान अपनी  एक इंच जमीन सरकार को नहीं देंगे. सरकार इस बात को समय रहते समझ जाए नहीं तो किसान आगे और भी बड़ा फैसला ले सकते हैं. 

 

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