Kurukshetra News: पानी बचाने के लिए किसानों को बागवानी की तरफ आकर्षित किया जा रहा है. जिला उद्यान अधिकारी ने कहा कि बागवानी लगाने पर किसानों को 50,000 हजार प्रति एकड़ सब्सिडी भी दी जाती है. मैक्सिमम 10 एकड़ तक बाग लगाकर किसान इसका फायदा उठा सकते हैं.
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कुरुक्षेत्र: हरियाणा में किसान खेती और बागवानी को लेकर नई-नई नीतियां अपना रहे हैं, जिससे की उनकी आय में इजाफा हो. इसके लिए सररकार भी इनका साथ दे रही है. इसी कड़ी मे हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिले में पानी बचाने के लिए किसानों को बागवानी की तरफ आकर्षित किया जा रहा है.
जिला उद्यान अधिकारी सतनारायण ने कहा कि नए बाग लगवाए जाएं, इसके लिए किसानों को सरकार प्रोत्साहित कर रही है. वहीं किसानों का भी इसरे तरफ पूरा रुझान है. उन्होंने कहा कि गन्नौर में फ्रूट मंडी बनने जा रही है. बागवानी लगाने पर किसानों को 50,000 हजार प्रति एकड़ सब्सिडी भी दी जाती है. मैक्सिमम 10 एकड़ तक बाग लगाकर किसान इसका फायदा उठा सकते हैं. जिला बागवानी अधिकारी का कहना है कि सरकार की सोच है कि भविष्य में पानी की किल्लत न हो इसलिए बागवानी की तरफ किसानों का रुझान करवाया जाए क्योंकि हम पानी बचा तो सकते हैं, लेकिन बना नहीं सकते.
किसान राजेश कुमार का कहना है कि बाग लगाने पर किसानों का फायदा ही फायदा है. 50,000 हजार प्रति एकड़ सब्सिडी मिलने के साथ-साथ पानी की भी बचत होती है. साथ ही दूसरे किसान तेजपाल सिंह राणा ने कहा कि कि धान में बहुत अधिक पानी की खपत लगती है, लेकिन बागवानी में पानी नाम मात्र लगता है. उन्होंने कहा कि आम, अमरूद, लीची, आडु के पेड़ लगाने के लिए सरकार किसानों को प्रोत्साहित कर रही है और अमरूद की हाइब्रिड फसल उगाकर किसानों से विदेशों में भेज सकते हैं.
Input: दर्शन कैत