Sandeep Singh की गिरफ्तारी को लेकर हुआ प्रदर्शन, खाप पंचायतों समेत सामाजिक संगठन प्रदर्शन में शामिल
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Sandeep Singh की गिरफ्तारी को लेकर हुआ प्रदर्शन, खाप पंचायतों समेत सामाजिक संगठन प्रदर्शन में शामिल

हरियाणा में जूनियर महिला कोच से छेड़छाड़ के मामले में मंत्री संदीप सिंह की मुसीबतें बढ़ती जा रही हैं.

Sandeep Singh की गिरफ्तारी को लेकर हुआ प्रदर्शन, खाप पंचायतों समेत सामाजिक संगठन प्रदर्शन में शामिल

जगदीप/ झज्जर: हरियाणा में जूनियर महिला कोच से छेड़छाड़ के मामले में मंत्री संदीप सिंह की मुसीबतें बढ़ती जा रही हैं. जिसको लेकर झज्जर की सड़कों पर विशाल प्रदर्शन किया गया.  झज्जर में खाप पंचायतों ने सामाजिक संगठनों, कर्मचारी संगठनों के साथ मिलकर मंत्री की गिरफ्तारी और बर्खस्तगी को लेकर प्रदर्शन किया. प्रदर्शन में अनेक खाप पंचायतों के प्रतिनिधि, कर्मचारी संगठन, किसान संगठन और सामाजिक संगठन और कानपुर की पूर्व सांसद सुहासिनी शामिल रही. प्रदर्शन से पहले यह सभी यहां शहर के महर्षि दयानंद सरस्वती स्टेडियम में एकत्रित हुए और बाद में शहरभर में प्रदर्शन करते हुए लघु सचिवालय पहुंचे. जहां उन्हें रोकने के लिए पुलिस ने पहले ही बैरिकेटस लगा रखी थी. 

बेशक भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष ओपी धनखड़ ने जूनियर कोच के साथ छेड़छाड़ की घटना में शामिल मंत्री संदीप सिंह को चंड़ीगढ़ पुलिस की जांच पूरी होने तक पार्टी की किसी भी बैठक में बुलावा न भेजने की बात कही हो, लेकिन खाप पंचायतों और हरियाणा के उन सामाजिक संगठनों को खेल मंत्री की बर्खास्तगी और गिरफ्तारी से कम कुछ भी मंजूर नहीं है. जिन्होंने पिछले लंबे समय से सरकार और खेल मंत्री के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. 

प्रदर्शनकारियों ने सरकार और खासकर मंत्री के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. मामले की गंभीरता को भांपकर जिला उपायुक्त स्वयं प्रदर्शनकारियों के बीच उनका ज्ञापन लेने के लिए पहुंचे. यहां उन्होंने प्रदर्शनकारियों को आश्वास्त किया कि उनकी मांग सरकार के पास भेज दी जाएगी.

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हरियाणा खाप के प्रधान युद्ववीर धनखड़ ने कहा कि आरोपी मंत्री संदीप सिंह को सीएम साहब बचाना चाहते है, लेकिन वह किसी भी सूरत में बचेंगे नहीं. जब तक संदीप सिंह की गिरफ्तारी नहीं हो जाती तब तक वह यूं ही सड़कों पर संघर्ष जारी रहेगा. 

वहीं समाज सेवी सोनिया दूहण का कहना है कि मैं गणतंत्र दिवस पर पेहवा में झंडारोहण के दौरान विरोध करने पहुंची थी. वहां पर मेरे साथ अशोभनीय व्यवहार किया गया था, जोकि गलत था. मैं सरकार से एक बात पूछना चाहती हूं कि सरकार बताएं कि एक तरफ तो वह बेटी पढ़ाओं और बेटी बचाओ का नारा देती है और दूसरी तरफ बेटियों के साथ इस प्रकार की हरकते करती है.  इससे सरकार का दोहरा चरित्र सामने आ रहा है. सरकार यह अच्छी तरह से समझ ले कि यह हरियाणा है. उन्होंने कहा कि हम पहले भी लड़कर जीतते रहे हैं और आगे भी जीत हमारी ही होगी. 

साथ ही कानपुर से पूर्व सांसद सुहासिनी ने इस पूरे मामले में कहा कि सबसे पहला सवाल यहीं है कि इस प्रकार के आरोप लगने के बाद भी संदीप सिंह अभी तक मंत्री क्यों है. जिस मंत्री के ऊपर यौन शोषण या यौन उत्पीडऩ के आरोप लगे है वह मंत्री सरकार में अभी तक क्यों रखा गया है. ऐसे लोगों के लिए कानून ओर भी ज्यादा सख्त है. इन लोगों को चाहिए कि वह जेल जाकर ही अपने सबूत दे कि वह निर्दोष है. चाहे यूपी का हाथरस हो या फिर हरियाणा का जूनियर कोच का मामला भाजपा वाले सभी को संरक्षण देते है. भाजपा वाले संविधान को नहीं मानते, यह लोग तो केवल मनु समृति को हीं मानते है.