सांप के डसने के बाद 2 साल की बच्ची ने लिया ऐसा खौफनाक बदला, तड़प-तड़पकर मर गया
Advertisement

सांप के डसने के बाद 2 साल की बच्ची ने लिया ऐसा खौफनाक बदला, तड़प-तड़पकर मर गया

Snake Bitting Girl : लोगों ने बच्ची को बिंगोल मैटरनिटी एंड चिल्ड्रन हॉस्पिटल अस्पताल में भर्ती कराया, जहां 24 घंटे की निगरानी के बाद उसकी हालत सुधरने लगी. जिस वक्त यह हादसा हुआ, उस दौरान बच्ची का पिता मेहमत एरकान काम पर गया था.

सांप के डसने के बाद 2 साल की बच्ची ने लिया ऐसा खौफनाक बदला, तड़प-तड़पकर मर गया

Snake Bitting Girl : सांप नजर आते ही हममें से अधिकांश लोगों की रूह कांप और अगर कोई विषैला सांप डस ले तो मौत साफ नजर आती है. ऐसे ही एक मामले में घर के पीछे खेल रही 2 साल की मासूम को सांप ने डस लिया. इसके बाद जो हुआ, वह जानकार शायद आप भी हैरान रह जाएंगे. 

दरअसल 10 अगस्त को बच्ची जब घर में खेल रही थी, तभी उसके चीखने की आवाज आई. आवाज सुनकर जब पड़ोसी बच्ची के पास पहुंचे तो एक सांप उसे निचले होठ पर डस चुका था. लोगों ने जो मंजर वहां देखा, वह बहुत हैरान करने और डराने वाला था. बच्ची ने सांप को पकड़कर दांतों में दबा रखा था. सांप के काटने के बाद बच्ची ने पलटकर उसे भी काट लिया, जिससे सांप ने दम तोड़ दिया. 

ये भी पढ़ें : Gallantry Awards : जान देकर आतंकी को 'जन्नत' पहुंचाने वाले आर्मी डॉग एक्सल को वीरता पुरस्कार

यह घटना तुर्की के बिंगोल के पास कंतार गांव की है. लोगों ने बच्ची को बिंगोल मैटरनिटी एंड चिल्ड्रन हॉस्पिटल अस्पताल में भर्ती कराया, जहां 24 घंटे की निगरानी के बाद उसकी हालत सुधरने लगी. जिस वक्त यह हादसा हुआ, उस दौरान बच्ची का पिता मेहमत एरकान काम पर गया था.

उसका कहना था कि अल्लाह ने उसकी बेटी की रक्षा की. पड़ोसियों ने उसे बताया है कि सांप मेरी बेटी के हाथ में था और वह उससे खेल रही थी. इसी दौरान सांप ने बच्ची को डस लिया. इसके बाद उसकी बेटी ने सांप को अपने दांतों से काट खाया. 

ओडिशा में हो चुकी है ऐसी घटना 
पिछले साल, ओडिशा के जाजपुर जिले के एक गांव में एक सांप ने 45 वर्षीय आदिवासी व्यक्ति को डस लिया. इसके बाद उस इंसान ने सांप को पकड़कर काट लिया, जिससे सांप मर गया.  

ये भी पढ़ें : कभी चौके-छक्के लगाकर किया था यूपी का नाम रोशन, अब रिक्शा चलाकर कर रहा गुजारा

तुर्की में पाए जाते हैं 45 प्रजाति के सांप 
तुर्की में पाए जाने वाले सांपों की 45 प्रजातियों में से 12 विषैले होते हैं. WHO के मुताबिक बड़ों की तुलना में बॉडी मास को देखते हुए बच्चे जहर के प्रभाव के प्रति अतिसंवेदनशील होते हैं. सांप की प्रजातियों के आधार पर सांप के जहर में या तो न्यूरोटॉक्सिन होते हैं जो तंत्रिका तंत्र में व्यवधान उत्पन्न करता है या हेमोटॉक्सिन प्रोटीन होते हैं जो रक्त के थक्के में व्यवधान लाता है. इस जहर के असर से लकवा, रक्त स्राव, अंग विफलता और ऊतकों को खासा नुकसान होता है. राष्ट्रीय जहर सूचना केंद्र (एनपीआईसी) के अनुसार तुर्की में 1995 और 2004 के बीच नौ वर्षों में कुल 550 सांप काटने के मामले दर्ज किए गए थे. 

हर साल 1.38 लाख लोगों की हो जाती है मौत 
डब्ल्यूएचओ का अनुमान है कि दुनियाभर में हर साल लगभग 5.4 मिलियन लोगों को सांप डस लेता है. हर साल 81,000 से 138,000 लोगों की मौत सांप के काटने से हो जाती है.

Trending news