ट्विन टावर कैसे होगा ध्वस्त, ड्रोन कैमरे से शूट होगा पूरा मंजर, 2.30 बजे तक नोफ्लाई जोन रहेगा नोएडा
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ट्विन टावर कैसे होगा ध्वस्त, ड्रोन कैमरे से शूट होगा पूरा मंजर, 2.30 बजे तक नोफ्लाई जोन रहेगा नोएडा

Twin Tower Demolition: नोएडा के सेक्टर-93A सुपरटेक एमराल्ड कोर्ट ट्विन टावर को गिराने की तैयारियां अंतिम दौर में है. इस बीच टावर गिराने वाली कंपनी CBRI के साथ बैठक होनी है. इसके बाद इनके ध्वस्तीकरण का रास्ता साफ हो जाएगा. आसपास के लोगों को वहां से सेफली निकालने का प्लान भी कंपनी ने बना लिया है.

ट्विन टावर कैसे होगा ध्वस्त, ड्रोन कैमरे से शूट होगा पूरा मंजर, 2.30 बजे तक नोफ्लाई जोन रहेगा नोएडा

बलराम पांडे/अंकित मिश्रा/नोएडा: नोएडा के ट्विन टावर को गिराने की तारीख नजदीक आती जा रही है. वैसी ही तैयारी को अंतिम रूप दिया जा रहा है. आज इस संबंध में अहम मीटिंग भी होगी. शुक्रवार तक अंतिम ब्लास्ट की तैयारी पूरी हो जाएगी. 3700 किलोग्राम विस्फोटक लगाने का काम पूरा हो चुका है. अब विस्फोटकों को तार से जोड़ा जाना बाकी है, यह काम भी पूरा होने वाला है. विस्फोटक को तार से जोड़ने का काम मंगलवार से शुरू हुआ जो बुधवार शाम तक खत्म हो जाएगा

सीबीआरआई तैयारी के अलावा ब्लास्ट की पल-पल की हलचल पर नजर रखेगी. इसके लिए इंस्टीट्यूट की ओर से ड्रोन कैमरे, थर्मल सेंसर व आरजीवी कैमरे सहित कई उपकरण मौके पर लगाए जाएंगे. 25 अगस्त सीबीआरआई काम शुरू करेगी. 28 अगस्त तक हर पल को कैमरे में कैद कर एक-एक पॉइंट पर स्टडी की जाएगी. आईआईटी चेन्नई की ओर से भी कंपन मापने के लिए यंत्र लगाए जाएंगे.

ब्लास्ट के दिन ट्विन टावर के पास सिर्फ 10 लोग ही मौजूद होंगे, जिसमें एडिफिस इंजीनियरिंग (इमारत गिरने वली कंपनी) के प्रोजेक्ट मैनेजर मयूर मेहता और दक्षिणी अफ्रीकी कंपनी जेट डिमोलिशन के 7 विशेषज्ञ शामिल होंगे. इसके साथ इंडियन ब्लास्टर भी मौजूद रहेंगे. एडफिसि इंजीनियरिंग में इंडियन एयर फोर्स AAI को पत्र लिखकर बताया कि 28 अगस्त को दोपहर 2:30 पर करीब 300 मीटर की ऊंचाई तक धूल का गुबार उड़ेगा. ऐसे में हवाई यातायात प्रभावित हो सकता है, दोनों एजेंसियां एहतियात के मुताबिक कदम उठाएं.

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तीन सोसाइटीज और हॉस्पिटल में ठहराए जाएंगे आस पड़ोस के लोग
ट्विन टावर में विस्फोट से खतरा हो सकता है. इसलिए आसपास की सोसाइटीज के लोगों को सेफ रखने की प्लानिंग भी अथॉरिटी ने की है. ट्विन टावर में विस्फोटक करने से पहले पड़ोस के एमराल्ड और एटीएस टावर को खाली कराया जाएगा. यहां रहने वाले करीब 700 हजार परिवारों को सेक्टर-93ए स्थित पाशर्वनाथ प्रेस्टीज सोसाइटी, सेक्टर-93 की पूर्वांचल सिल्वर सिटी और सेक्टर-137 की पूर्वांचल सोसाइटी में रखा जाएगा. इस दौरान लोगों को सुराक्षित तरीके से अपने घरों से बाहर कैसे निकलना है. घरों को किस तरह से बंद करना है, इसका प्रशिक्षण भी कंपनी के द्वारा दिया जा रहा है.

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बीमारी से ग्रस्त लोगों को अस्पताल में किया जाएगा शिफ्ट
वहीं बीमारी से ग्रस्त लोगों को 27 अगस्त तक नोएडा के सेक्टर-137 स्थित फेलिक्स अस्पताल में भर्ती करा दिया जाएगा. एम्बुलेंस से उन्हें अस्पताल तक पहुंचाया जाएगा. इस दौरान उनसे किसी तरह की फीस या इलाज का चार्ज नहीं वसूला जाएगा. पार्किंग में खड़े वाहनों को भी 27 अगस्त की शाम तक तय जगह पर पहुंचाकर पार्किंग को खाली करना होगा.

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