Health Tips: हाथ की पकड़ खोलेगी सेहत का राज, इन लक्षणों को भूलकर भी न करें नजरअंदाज
Advertisement
trendingNow0/india/delhi-ncr-haryana/delhiharyana2084365

Health Tips: हाथ की पकड़ खोलेगी सेहत का राज, इन लक्षणों को भूलकर भी न करें नजरअंदाज

Health Tips: दिल्ली के डॉक्टरों द्वारा पब्लिश रिसर्च में बताया गया कि अगर आपके हाथों की ग्रिप सही नहीं है या धीरे-धीरे कम हो रही है तो आपको डायबिटीज, दिल की बीमारी, स्ट्रोक, किडनी और लिवर संबंधी बीमारी हो सकती हैं. 

Health Tips: हाथ की पकड़ खोलेगी सेहत का राज, इन लक्षणों को भूलकर भी न करें नजरअंदाज

Health Tips: अगर आपके हाथों की पकड़ मजबूत नहीं है तो ये आपके बीमार होने का संकेत हो सकता है और बार-बार आपको अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत पड़ सकती है. ये हम नहीं बल्कि रिसर्च कह रही है. हाल ही में दिल्ली के डॉक्टरों द्वारा पब्लिश रिसर्च में बताया गया कि अगर आपके हाथों की ग्रिप सही नहीं है या धीरे-धीरे कम हो रही है तो आपको डायबिटीज, दिल की बीमारी, स्ट्रोक, किडनी और लिवर संबंधी बीमारी हो सकती हैं. कमजोर हड्डियों के साथ फ्रैक्चर और कुछ तरह के कैंसर का खतरा भी हो सकता है. 

हाल ही में दिल्ली के अपोलो अस्पताल के आर्थोपेडिक सर्जन डॉ. राजू वैश्य और फोर्टिस अस्पताल सी डॉक डायबिटीज सेंटर के हेड डॉ. अनूप मिश्रा की इस रिसर्च को पब्लिश किया गया है. डॉ राजू वैश्य के मुताबिक हाथों की पकड़ कमजोर होने को मेडिकल भाषा में 'सारकोपीनिया' बीमारी का नाम दिया गया है. इस बीमारी से ग्रस्त व्यक्ति की मसल्स धीरे-धीरे कमजोर होने लगती हैं. ऐसे लोगों को दिल की बीमारी होने का खतरा भी ज्यादा रहता है.

ये भी पढ़ें- Diabetes Control: एक चीज के सेवन से आसानी से कंट्रोल होगा शुगर लेवल, इस तरह करें सेवन

अब सवाल उठता है कि ये पता कैसे करें कि हमारी ग्रिप कमजोर पड़ने लगी है तो एक आसान तरीका है. अगर 44 साल का पुरुष 27 किलो और महिला 18 किलो वजन उठाने या उसे होल्ड कर पाने में सक्षम नहीं है तो इसका मतलब है कि उनकी मांसपेशियां कमजोर नहीं हुई हैं. इसे और अच्छी तरह से समझने के लिए हड्डी रोग विशेषज्ञ हैंड ग्रिप टेस्ट कराने की सलाह देते हैं. ये टेस्ट एक डायनमोमीटर की मदद से किया जा सकता है, जिसे हाथ में पकड़ाकर उसकी ताकत का एक पैमाना स्केल पर नापा जा सकता है.

मसल्स को मजबूत कैसे करें 
डॉ. अनूप मिश्रा के मुताबिक, ऐसे लोगों को वजन पर कंट्रोल करना चाहिए. सैर करने के अलावा ऐसे मरीजों को रजिस्टेंस एक्सरसाइज करनी चाहिए, जिसमें वेट लिफ्टिंग और थेराबैंड (Theraband) यानी रबर की फ्लेक्सिबल रस्सी जैसे स्ट्रैप से हाथों की ग्रिप के लिए एक्सरसाइज करने की जरूरत होती है. इसके अलावा कुछ लोग प्लासनुमा डिवाइस से भी हाथों की एक्सरसाइज कर सकते हैं.

हैंड ग्रिप टेस्ट से भी स्वास्थ्य जांच 
दरअसल सेहतमंद होने के चार खास पैमाने माने गए हैं. बॉडी टेम्परेचर यानी शरीर का तापमान जो सामान्य स्तर पर 98.6 F या 37 डिग्री सेल्सियस, ब्लड प्रेशर 120/80, सांस लेने की गति एक मिनट में 12 से 18 और हार्ट रेट 60 से 100 बीट्स पर मिनट होती है. इन चार के अलावा अब एक्सपर्ट्स शरीर में ब्लड शुगर और ऑक्सीजन की मात्रा को भी मानक मानने पर जोर देने लगे हैं. साथ ही हैंड ग्रिप टेस्ट को सातवें स्टैंडर्ड के तौर पर देखा जा रहा है. इसके जरिये ये पता चल सकेगा कि मरीज की सेहत का हाल क्या है.

 

 

Trending news