Hair Loss Problem: क्या बाल झड़ने की वजह तनाव हो सकता है, जानें यहां
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Hair Loss Problem: क्या बाल झड़ने की वजह तनाव हो सकता है, जानें यहां

Stress For Hair Loss: तनाव के कारण बाल झड़ना एक आम समस्या हो गया है. तनाव कई प्रकार से बाल झड़ने का कारण बनता है. तनाव हमारे बालों को तीन प्रकार से नुकसान पहुंचा है. आइए जानते हैं.  

 

Hair Loss Problem: क्या बाल झड़ने की वजह तनाव हो सकता है, जानें यहां

Stress For Hair Loss: आजकल के खराब लाइफस्टाइल और खानपान के कारण सेहत पर कई तरह के प्रभाव पड़ते हैं. जब सेहत पर प्रभाव पड़ता तो हमे तनाव होता है और तनाव का असर हमारे बालों और स्किन पर दिखता है. आपको बता दें कि जब हम तनाव से भर होते हैं तो हमारे शरीर में कॉर्टिसोल नामक हार्मोन बनता है जो हमारे बालों और स्किन के सवास्थ्य को कीफी प्रभावित करता है. इसके कारण हमारे बाल सफेद होने के साथ-साथ झड़ने भी लगते हैं. आजकल बालों के लगातार गीरने की समस्या आम हो गई है. आए दिन आप देखते और सुनके होंगे कि कई लोग इससे परेशान रहते हैं.  इसका कोई एक कारण नहीं है, इसके कई कारण हो सकते हैं. जैसे डाइट में कमियां, विटामिन्स की कमी, हार्मोनल असंतुलन, तनाव आदि. लेकिन इसमें तनाव एक बड़ा कारण माना जाता है. 

जानें बाल झड़ने के कारण 
तनाव के कारण बाल झड़ना एक आम समस्या सा है, लेकिन इसे हम नजरअंदाज नहीं कर सकते हैं. तनाव कई प्रकार से बाल झड़ने का कारण बनता है. तनाव हमारे बालों को तीन प्रकार से नुकसान पहुंचाा है जैसे- टेलोजेन एफ्लुवियम, ट्राइकोटिलोमेनिया और एलोपेसिया अरेटा. आइए जानते हैं ये तीनों क्या होते हैं. 

टेलोजेन एफ्लुवियम
टेलोजेन एफ्लुवियम में तनाव के कारण अचानके से बाल अधिक झड़ने लगते हैं. इसमें बाल बड़ने का चक्र प्रभावित हो जाता है और बाल अधिक झड़ने लगते हैं. ऐसी स्थिति में हमारे बालों के रोम छिद्र बहुत अधिक सक्रिय अवस्था में हो जाते हैं. आपको बता दें कि रोम छिद्र वो जगह होती है जहां से बाल निकलते हैं और इनके ज्यादा सक्रिय होने से बाल बड़े पैच के रूप में झड़ने हैं. ऐसे में सर बीचों बीच के हिस्से से अधिक बाल झड़ते हैं. इस स्थिति में तनाव कम लेने के लगभग 10 महीने बाद बाल फिर से उगने लगते हैं. 

ट्राइकोटिलोमेनिया 
इसे हेयर पुलिंग डिसऑर्डर यानी बाल खींचने वाली समस्या से जोड़ा जाता है. ट्राइकोटिलोमेनिया में इंसान को बार-बार बाल खींचने की अनियंत्रित इच्छा होने लगती है. जब व्यक्ति को ज्यादा तनाव होने लगता है तो बाल खींचना उसके लिए एक तरह से कॉपिंग मैकेनिज्म का तरीका बन जाता है. बाल खींचने से व्यक्ति को तो आराम मिलता है लेकिन बार-बार बाल खींचने से जड़े कमजोर हो जाते हैं और बाल झड़ने लगते हैं. 

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एलोपेसिया अरेटा
इस स्थिति में बाल में छोटे-छोटे गोल धब्बे बनने लगते हैं और उस जगह से बाल गिरने लगते हैं. इसे ऑटोइम्यून डिसऑर्डर भी कहा जा सकता है. ये भी तनाव के कारण हो सकता है. तनाव के कारण एलोपेसिया अरेटा और भी बिगड़ जाता है और बाल तेजी से झड़ने लगते हैं. इसलिए तनाव थोड़ा कम ही लें क्योंकि तनाव लेने से आपके बाल के साथ-साथ सेहत पर भी बुरा असर पड़ता है.    

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