मौसम विभाग ने 3 दिनों के लिए अलर्ट जारी किया था. इस बीच आज यानी शुक्रवार को हुई बारिश से हरियाणा के कई जिले डूब गए. वहीं हिसार में इस बार भी स्टेडियम में पानी भर गया. पिछली बार भी यह स्टेडियम तीन महीने के लिए तालाब बना रहा. इसके बावजूद प्रशासन ने कोई इंतजाम नहीं किए.
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चंडीगढ़: हरियाणा में शुक्रवार को बादल जमकर बरसे, जिसकी वजह से कई जिलों में पानी ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी. कहीं किसानों की फसल जलमग्न हो गई तो कहीं सड़क पर पानी भरने से रिक्शा पलट गया तो कहीं स्टेडियम में पानी भरने से युवा अपनी प्रेक्टिस नहीं कर पाए. शुक्रवार को कुछ देर की बारिश ने जब हरियाणा का ये हाल कर दिया तो सोचिए कल यानि 30 जुलाई को क्या होगा, क्योंकि मौसम विभाग के मुताबिक प्रदेश में 30 जुलाई को तेज बारिश होने के आसार हैं. ऐसे में फिलहाल तो सरकार और प्रशासन की तैयारियां नाकाफी नजर आ रही हैं.
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हिसार में प्रशासन की लापरवाही युवाओं पर भारी पड़ती नजर आ रही है. महाबीर स्टेडियम में पानी भरने से हाल और भी बदतर हो गए हैं. आलम ये है कि युवाओं को प्रेक्टिस करने के लिए जद्दोजहद करनी पड़ रही है. युवाओं का आरोप है कि पिछल साल भी ये स्टेडियम तीन महीने के लिए तालाब बना रहा, लेकिन फिर भी इस साल प्रशासन ने पहले से इंतजाम नहीं किए.
झज्जर में पानी की निकासी न होने से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा. एक तरफ झज्जर-बहादुरगढ़ रोड पर जाम लग गया तो वहीं बुद्धोमाता कॉलोनी की सड़कों पर बरसाती पानी जमा हो गया. इसको निकलवाने के लिए लोगों ने सड़कों पर उतरकर नारेबाजी की.
पानीपत में मानसून के इस सीजन की सबसे तेज बारिश हुई. शहर की गलियां तालाब बन गईं. जीटी रोड पर जगह-जगह पानी भरने से वाहन बंद हो गए और यात्रियों को खासी परेशानी उठानी पड़ी. वहीं इंसार बाजार में भी पानी भर गया. सनौली रोड पर तो पानी का बहाव इतना तेज था कि सड़क नजर नहीं आ रही थी. पानी इस तरह बह रहा था मानों नदी बह रही हो. पानी निकासी का कोई बंदोबस्त नहीं है. बड़ी हैरत की बात तो यह है कि जलभराव वाली इन जगहों का कोई भी जन प्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारी और कर्मचारी सुध लेने वाला नहीं है. पानीपत में आज 27.8 MM बारिश हुई.
सीएम बोले, फसल को नहीं होने देंगे नुकसान
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल का कहना है कि बारिश से होने वाले जलभराव की निकासी के लिए राज्य सरकार ने पूरे प्रबंध किए हैं. किसी को चिंता करने की जरूरत नहीं है. सीएम ने कहा कि वर्षा के कारण होने वाले अतिरिक्त जलभराव की निकासी के प्रदेश सरकार द्वारा पूरे प्रबंध किए गए हैं, किसी भी किसान की वर्तमान में बोई गई फसल को नुकसान नहीं होने दिया जाएगा और अगली फसल की समय पर बिजाई करने में भी परेशानी नहीं आने दी जाएगी.
नेता विपक्ष बोले, किसानों को तुरंत मुआवजा दे सरकार
वहीं नेता विपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सरकार को घेरते हुए किसानों को मुआवजा देने की मांग की है. उन्होंने राज्य सरकार से खेतों में जलभराव की समस्या के तत्काल समाधान की मांग की. हुड्डा ने कहा कि एक सप्ताह से अधिक समय बीत चुका है, लेकिन सरकार ने खेतों से अतिरिक्त पानी निकालने के लिए कोई कदम नहीं उठाया है. आने वाले दिनों में भारी बारिश का अनुमान है, जिससे किसानों को चिंता है कि समस्या और बढ़ सकती है. जलभराव का धान, कपास, गन्ना और ज्वार सहित फसलों के उत्पादन पर बड़ा प्रभाव पड़ेगा. उन्होंने कहा कि सरकार को तुरंत किसानों को मुआवजा देना चाहिए.