Haryana News: हरियाणा के यमुनानगर और अंबाला में जहरीली शराब पीने की वजह से 20 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई, जिसके बाद से लगातार हरियाणा पुलिस एक्शन मोड में नजर आ रही है. शुक्रवार को अंबाला पुलिस ने भी अवैध शराब बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया, जिसके बाद आज पुलिस ने पकड़ी गई शराब की अवैध फैक्ट्री पर कार्रवाई की है. पुलिस-प्रशासन ने आज गांव धनौरा-बिंजलपुर के बीच खेतों में बनी अवैध फैक्ट्री में पहुंचकर यहां बुलडोजर चलाया. अवैध फैक्ट्री को ध्वस्त करने का कार्य अभी भी जारी है, मौके पर DSP बराड़ा अनिल कुमार, SHO मुलाना सुरेंद्र सिंह समेत भारी पुलिस बल तैनात है.
अंबाला की इस अवैध फैक्ट्री में बनी 227 शराब की पेटी यमुनानगर में अलग-अलग अवैध खुर्दो पर सप्लाई हुई थी. जहरीली शराब पीने से अंबाला और यमुनानगर में 22 लोगों की मौत हुई, कई लोगों की संदिग्ध मौत भी हुई हैं. इस मामले में अंबाला पुलिस ने मास्टरमाइंड अंकित उर्फ मोगली समेत 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. मास्टरमाइंड मोगली 6 दिन के पुलिस रिमांड पर है. मोगली द्वारा अन्य आरोपियों के नाम बताने के बाद CIA शहजादपुर ने करनाल के रमनदीप उर्फ दीपू और अंशुल को गिरफ्तार किया है. आरोपियों ने एक्स्ट्रा न्यूट्रल अल्कोहल की तस्करी की थी.
इस मामले में हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने कहा था कि जहरीली शराब मामले में जिस-जिस की भागेदारी मिलेगी उसके खिलाफ बुलडोजर की कार्रवाई भी होगी. SP जशनदीप सिंह रंधावा ने बताया कि गैंगस्टर मोनू राणा ने ही धनौरा के फैक्ट्री के मालिक उत्तम और पुनीत को बोलकर यह अवैध फैक्ट्री मास्टरमाइंड अंकित उर्फ मोगली को दिलाई थी. गांव धनौरा निवासी पुनीत खेत मालिक उत्तम सिंह का मोनू राणा गैंग के जुड़े अंकित उर्फ मोगली से संपर्क कराया, इसके बाद उत्तम ने मोगली को अपने खेत में बनी फैक्ट्री को किराए पर दी थी.
UP का रहने वाला आरोपी शेखर मोगली का पुराना जानकार था. किसी को अवैध फैक्ट्री की भनक न लगे इसलिए शेखर ही प्रवीण समेत अन्य मजदूरों को हरियाणा लेकर पहुंचा था. पुलिस ने सहारनपुर के सौरभ को 13 नवंबर को गिरफ्तार किया था. इसके बाद प्रिंस वालिया को गिरफ्तार किया गया. आरोपी प्रिंस वालिया जहरीली शराब सप्लाई कर रहा था. 13 नवंबर को ही पुलिस ने मास्टरमाइंड अंकित उर्फ मोगली को गिरफ्तार किया था. आरोपी मोगली पहले भी शराब बनाने का काम करता रहा है. साल 2021 में भी पकड़ी गई अवैध शराब फैक्ट्री में भी मोगली का हाथ था.
पूछताछ में खुलासा हुआ है कि कलंदरी गेट करनाल के रहने वाले रमन उर्फ दीपा ने इथेनॉल की सप्लाई की थी. आरोपी दीपा कैटल की दवा फैक्ट्री में काम करता था, साल 2020-21 में आरोपी पार्ट टाइम में किसी फैक्ट्री से सैनिटाइजर लेकर बेचता था. जहां सैनिटाइजर बनाए जा रहे थे, वहां आरोपी दीपा का संपर्क था. आरोपी वहीं से भारी मात्रा में इथेनॉल मंगवाता था.
दीपा के जरिए ही अंकित मोगली की कंबोपुरा की फैक्ट्री के मालिक के साथ संपर्क में आया. मोगली ने 2 लाख रुपए में करनाल के फैक्ट्री मालिक अंकुश गर्ग से 200-200 लीटर के 10 ड्रम इथेनॉल के खरीदे थे. पुलिस आरोपी दीपा और अंकित को गहन जांच के लिए दोबारा कोर्ट में पेश करके रिमांड पर लेगी, जिसके बाद इस मामले में कई अन्य खुलासे हो सकते हैं.
Input- Aman Kapoor