Haryana News: भ्रष्टाचार पर नकेल कसने के लिए हरियाणा सरकार ने की चीफ विजिलेंस अफसरों की नियुक्ति
Advertisement
trendingNow0/india/delhi-ncr-haryana/delhiharyana1961537

Haryana News: भ्रष्टाचार पर नकेल कसने के लिए हरियाणा सरकार ने की चीफ विजिलेंस अफसरों की नियुक्ति

Haryana News: हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल द्वारा इस संबंध में जारी परिपत्र में कहा गया है कि सीवीओ किसी संगठन के सतर्कता प्रभाग का प्रमुख होगा और सभी सतर्कता मामलों पर प्रशासनिक सचिव/विभागाध्यक्ष के विशेष सहायक/सलाहकार के रूप में कार्य करेगा. 

Haryana News: भ्रष्टाचार पर नकेल कसने के लिए हरियाणा सरकार ने की चीफ विजिलेंस अफसरों की नियुक्ति

Haryana News: हरियाणा सरकार ने सतर्कता विभाग, हरियाणा में मुख्य सतर्कता अधिकारी (सीवीओ) के पद पर  सेवारत व सेवानिवृत्त अधिकारियों को नियुक्त किया है. मुख्य सतर्कता अधिकारी के पद पर नियुक्त सेवारत अधिकारियों में दीपक बुरा, दिनेश राठी, कृष्ण कुमार,शामिल हैं. सेवानिवृत्त अधिकारियों में  जरनैल सिंह बोपाराय, महावीर सिंह, राजेंद्र कुमार मलिक, शशि कांत शर्मा,  रामेश्वर मेहरा, संजीव कुमार जैन,  सतीश कुमार जैन, अशोक कुमार शर्मा, शामिल हैं. 

मुख्यसचिव ने दी जानकारी
हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल द्वारा इस संबंध में जारी परिपत्र में कहा गया है कि सीवीओ किसी संगठन के सतर्कता प्रभाग का प्रमुख होगा और सभी सतर्कता मामलों पर प्रशासनिक सचिव/विभागाध्यक्ष के विशेष सहायक/सलाहकार के रूप में कार्य करेगा. सीवीओ की भूमिका में निवारक सतर्कता कार्य शामिल हैं, जिसका लक्ष्य संभावित भ्रष्टाचार के स्थानों और स्रोतों की पहचान करके भ्रष्ट प्रथाओं को विफल करना है. सीवीओ भ्रष्टाचार से संबंधित खुफिया जानकारी एकत्र करने, हितधारकों को संवेदनशील बनाने और भ्रष्ट प्रथाओं के खिलाफ जागरूकता को बढ़ावा देने के कार्य भी उनकी भूमिका का हिस्सा होगा. इसके अलावा, मौके पर जांच और भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के साथ ही संबंधित अनुशासनात्मक प्राधिकारी के विचार के लिए रिपोर्ट प्रस्तुत करना भी शामिल है.

सरकारी दिशा-निर्देशों को पालन कराने की जिम्मेदारी
सीवीओ एक मजबूत तंत्र की स्थापना और रखरखाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे. इसमें आम जनता से जानकारी एकत्र करने के लिए सावधानीपूर्वक डिजाइन की गई मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) का निर्माण और कार्यान्वयन शामिल है. इन प्रक्रियाओं का हरियाणा सरकार द्वारा उल्लेखित दिशा-निर्देशों के अनुसार कड़ाई से पालन करना चाहिए.

समीक्षा कार्य करेंगे
सीवीओ संबंधित विभाग में जांच निरीक्षण और औचक जांच  करेंगे. साथ ही, अभियोजन स्वीकृति मामलों की कड़ी निगरानी, सतर्कता रिपोर्ट के आधार पर अनुशासनात्मक मामलों की निगरानी, रिपोर्टों की सावधानीपूर्वक जांच करने के साथ-साथ निरीक्षण रिपोर्ट, शिकायतों और आरोपों की समीक्षा भी करेंगे.

ये भी पढ़ें: सरकारी पाबंदियों को 'मुंह चिढ़ाते लोग', खुलेआम किया जा रहा है निर्माण कार्य

विभिन्न कार्यों की होगी जिम्मेदारी
इसके अलावा, सीवीओ वार्षिक आधार पर, विशेष रूप से जनवरी में, संदिग्ध सत्यनिष्ठा वाले अधिकारियों की सूची (ऑफिसर्स ऑफ डाउटफुल इंटीग्रिटी) की सूची को संकलित करने और अद्यतन करने के लिए जिम्मेदार होंगे. साथ ही, सीवीओ की विभाग के अंदर संवेदनशील पदों की पहचान और कर्मचारियों का समय-समय पर रोटेशन की प्रक्रिया, वार्षिक संपत्ति रिटर्न की जांच और भ्रष्टाचार से संबंधित शिकायतों की जांच और आगामी कार्रवाई की जिम्मेदारी होगी. सतर्कता प्रभाग के प्रमुख के रूप में कार्यरत सीवीओ, अपने संबंधित विभाग/बोर्डों/निगमों के भीतर सतर्कता विंग की गतिविधि और कार्यप्रणाली पर त्रैमासिक रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे.

INPUT- VIJAY RANA

Trending news