Haryana News: आज करनाल में राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने नूंह में हुई घटना को लेकर अपील करते हुए कहा कि हरियाणा वासियों को आपसी भाईचारा बनाकर रखना चाहिए.
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Haryana News: हरियाणा में करनाल पहुंचे राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने नूंह हिंसा मामले में लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है. उन्होंने कहा कि उन्नति के लिए शांति बहुत जरूरी है. सभी लोगों को मिलकर रहना चाहिए. हिंसा प्रवृति नहीं होनी चाहिए. दुराचार भी नहीं होना चाहिए. सभी हरियाणा प्रदेश वासियों से अपील है कि सभी शांति से रहें और सद्भाव से रहें और भाईचारे को निभाए.
कार्यक्रम रहा अदभुत
राज्यपाल ने कहा कि वरित्रा फाउंडेशन की तरफ से रखा गया कार्यक्रम बहुत ही अद्भुत रहा है, जिसमें महिला सशक्तिकरण पर जोर दिया गया है. जिसमें दो बातें सामने आई है. पहली महिलाओं को शिक्षित करना और दूसरी उनको सम्मान देना. आज महिलाओं पर अत्याचार भी बढ़ रहे हैं. लैंगिग हिंसा भी बढ़ रही है. कहीं न कहीं नशा और नैतिक आधार पर शिक्षा न होना भी इसकी वजह हो सकती है. महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए उनके हुनर को बढ़ाऐं और रोजगार दिलाए. छोटी-छोटी व्यापार संस्थाओं को वर्क फ्रॉम होम की तरफ ध्यान देना चाहिए और सेल्फ हेल्प ग्रुप को ओर भी बढ़ावा देना चाहिए.
कार्यक्रम में मौजूद हुए राज्यपाल
करनाल के डॉक्टर मंगलसेन ऑडिटोरियम में ग्रामीण महिलाओं के सशक्तिकरण पर सामाजिक संस्था वर्तित्रा फाउंडेशन तथा वूमेन एंड चाइल्ड डेवलपमेंट डिपार्मेंट हरियाणा सरकार की तरफ से आयोजित 'टेकड़ी' कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर हरियाणा के राज्यपाल बंडारु दत्तात्रेय ने शिरकत की. उनके साथ घरौंडा के विधायक हरविंदर कल्याण तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे. कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलित करते हुए की. इस मौके पर डॉ मंगल सेन ऑडोटोरियम के सभागार में ग्रामीण महिलाओं द्वारा बनाई गई वस्तुओं की प्रदर्शनी लगाई गई, जिसका अवलोकन मुख्य अतिथि राज्यपाल बंडारु दत्तात्रेय ने किया, मौके पर उनके साथ वर्तित्रा फाउन्डेशन की निदेशक ऐशना कल्याण, वर्तित्रा फाउन्डेशन दूसरे निदेशक बलजीत यादव भी मौजूद रही.
800 महिलाओं ने लिया भाग
टेकड़ी का अर्थ गावों में बना वह चबूतरा है जहां पुरुष एकसाथ बैठ कर अपने मन के भाव सांझा कर करते हैं. अब इस टेकड़ी को महिलाओं के लिये सुरक्षित करने का प्रयास किया जा रहा है ताकि महिलाएं भी अपनी बात सबके सामने रख सके. 'टेकड़ी संवाद से शुरुआत' कार्यक्रम के माध्यम से समाज के विभिन्न क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने तथा अपनी कार्यक्षमता पर आत्मनिर्भर बनने वाली महिलाओं की गतिविधियों को एक डॉक्यूमेंट्री के माध्यम से समाज के समक्ष प्रस्तुत किया किया. कार्येक्रम में 15 गांव से लगभग 800 महिलाओं ने भाग लिया. कार्यक्रम में संवाद, नाट्य मंचन के माध्यम से विभिन्न महिलाओं की समस्याओं को उजागर किया गया.
समाज में बदलाव लाना जरूरी
इस अवसर पर बोलते हुए हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि महिलाओं को सशक्त करना तथा उन्हें सम्मान देना जरूरी है मौजूदा समय में महिलाओं पर अत्याचार भी बढ़ रहा है. महिलाओं के साथ लैंगिक हिंसा भी काफी बढ़ रही है. इसके पीछे बड़ा कारण नशा और शिक्षा में नैतिकता की कमी है. महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए सरकार की ओर से भी बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के तहत कार्यक्रम चलाया जा रहा है. महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए छोटी-छोटी व्यापारिक संस्थाओं को उन्हें घर बैठे काम देना चाहिए. पुरुष प्रधान समाज की मानसिकता में बदलाव लाना बेहद जरूरी है.
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भाईचारे बढ़ाने की बात
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने नूंह में हुई घटना को लेकर अपील करते हुए कहा कि हरियाणा वासियों को आपसी भाईचारा बनाकर रखना चाहिए. सामाजिक संस्था वर्तित्रा फाउंडेशन की सहायक निदेशक ऐशना कल्याण ने कहा कि महिलाओं को उसे स्थान तक पहुंचना बेहद जरूरी है, जहां पर बैठकर महिलाओं के लिए फैसले किए जाते हैं और दूसरा कारण समाज की जो पुरुष प्रधान सोच है, उसमें बदलाव लाना बेहद जरूरी है जो उन्हें सार्वजनिक स्थानों पर जाने से रोकता है. उन्होंने कहा कि एक महिला ने कार्यक्रम के दौरान अपनी आपबीती बताना चाहा था जिसे संस्था के कार्यकर्ताओं ने सुना है और उनकी समस्या को जिनसे वह बात करना चाहती थी. उन तक पहुंचा कर उनकी बातचीत करवाई जा रही है.
घर-घर जाकर करना होगा जागरूक
इसके साथ ही मशहूर पर्वत आरोही अनीता कुंडू ने कहा कि महिलाओं को यदि सशक्त बनाना है तो गांव-गांव जाकर उन्हें जागरूक करना होगा. गांव में रहने वाली महिलाएं जो करना चाहती हैं. उन में ज्यादा से ज्यादा पुरुष भी उनका सहयोग करें यह भी जरूरी है और इसके लिए भी इस प्रकार के कार्यक्रमों का गांव में भी होना बेहद जरूरी है. महिलाएं जितनी सशक्त होंगी उतना ही देश समाज और घर सशक्त होगा.