Haryana News: 10-12वीं के एग्जाम का है स्ट्रैस तो स्टूडेंट तुरंत करें इन हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क
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Haryana News: 10-12वीं के एग्जाम का है स्ट्रैस तो स्टूडेंट तुरंत करें इन हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क

Haryana News Hindi: सीबीएसई और हरियाणा बोर्ड की परीक्षाओं में अब बहुत कम समय बचा है. स्टूडेंट में एग्जाम और रिजल्ट का डर खत्म करने के लिए हरियाणा की प्राइवेट स्कूल वेलफेयर एसोसिएशन 31 मार्च तक काउंसलिंग सेवा उपलब्ध कराएगी.

Haryana News: 10-12वीं के एग्जाम का है स्ट्रैस तो स्टूडेंट तुरंत करें इन हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क

Private School Welfare Association: हर साल की भांति फरवरी-मार्च में होने वाले 10वीं व 12वीं कक्षा की वार्षिक परीक्षाओं की तैयारी में छात्र-छात्राएं जुटे है. इस दौरान उनके तनाव को दूर करने के लिए हरियाणा की प्राइवेट स्कूल वेलफेयर एसोसिएशन ने एक पहल शुरू की है. इसके तहत एसोसिएशन छात्र-छात्राओं और उनके अभिभावकों को निशुल्क काउंसलिंग मुहैया कराएगी . इसके लिए एसोसिएशन ने सोमवार को तीन हेल्पलाइन नंबर जारी किए.

तीन नंबर पर 12 घंटे कर सकते हैं संपर्क 

एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष रामअवतार शर्मा और स्टेट काउंसलिंग के लिए अधिकृत अमित डागर ने भिवानी में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान उनका कहना है कि देश में हर वर्ष 3.40 करोड़ स्टूडेंट बोर्ड की परीक्षाएं देते हैं, जिनमें करीब 10 से 15 प्रतिशत बच्चें फेल भी होते हैं. ऐसे में छात्र-छात्राओं की आत्महत्या की प्रवत्ति को रोकने और भय मुक्त परीक्षा का माहौल तैयार करने के उद्देश्य से हेल्पलाइन शुरू की गई है. ये नंबर हैं 9053002213, 9053002214 और  9053002215. इन नंबरों पर सुबह 9 से रात 9 बजे तक संपर्क किया जा सकेगा. उन्होंने बताया कि प्राइवेट स्कूल वेलफेयर एसोसिएशन अब  हर वर्ष 15 दिसंबर से 31 मार्च तक इसे लागू करेगा. 

सीबीएसई और हरियाणा बोर्ड के लिए अलग-अलग पैनल 

इसके साथ ही सीबीएसई बोर्ड और हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के छात्र-छात्राओं के लिए अलग-अलग पैनल बनाया गया है, ताकि परीक्षार्थियों में तनाव दूरकर उन्हें आत्महत्या से रोका जा सके. उनका कहना है कि प्रतिस्पर्धा के इस दौर में अक्सर अभिभावक व परिचित जाने-अनजाने स्टूडेंट के मन में एग्जाम का डर मन में बैठा देते हैं. काउंसलिंग के माध्यम से उनके इसी डर को निकाला जाएगा. छात्रों को समझाया जाता है कि जिस प्रकार से विद्यार्थी ने पिछले 9 या 11 वर्षो तक परीक्षा दी, उसी प्रकार की यह परीक्षा है. जीवन पर्यंत उसे अलग-अलग परिस्थितियों में परीक्षाएं देनी होती हैं.

परीक्षा एक निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है, इससे कभी घबराने या उसमें असफल होने का डर मन में नहीं बैठाना चाहिए. उन्होंने बताया कि काउंसलिंग के साथ ही बच्चों को तुरंत तनाव मुक्त होने के लिए टिप्स दिए जाते हैं. साथ ही योग-प्राणायाम संबंधी जानकारी भी दी जाएगी, ताकि स्ट्रेस को खत्म किया सके. 

इनपुट: नवीन शर्मा 

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