Haryana News: AAP नेता अशोक तंवर ने HSSC की ग्रुप-C भर्ती परीक्षा में हुई गड़बड़ी को युवाओं के साथ मजाक बताया, साथ ही मनोहर सरकार पर एक साल में एक परीक्षा पूरी नहीं करवा पाने का आरोप लगाया.
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Haryana News: हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (HSSC) की ग्रुप-C भर्ती परीक्षा में बड़ी गड़बड़ी सामने आए है, ग्रुप-56 परीक्षा में पूछे गए 41 प्रश्न ग्रुप-57 के पेपर में रिपीट किए गए. अब इस मुद्दे को लेकर विपक्षी पार्टियां मनोहर सरकार पर आरोप लगा रही हैं. आम आदमी पार्टी नेता अशोक तंवर ने इसे युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ और भद्दा मजाक बताते हुए कहा कि मनोहर सरकार एक साल में एक परीक्षा पूरी नहीं करवा सकी.
AAP नेता अशोक तंवर ने HSSC की ग्रुप-C भर्ती परीक्षा में हुई गड़बड़ी को युवाओं के साथ मजाक बताया, साथ ही मनोहर सरकार पर एक साल में एक परीक्षा पूरी नहीं करवा पाने का आरोप लगाया. उन्होंने मांग की है कि HSSC आयोग को भंग कर चेयरमैन को बर्खास्त किया जाए.
2022 में हुए आवेदन
HSSC ग्रुप-C परीक्षा के लिए 17 जून 2022 से 13 जुलाई 2022 तक आवेदन भरे गए, इस परीक्षा में 32 हजार पदों पर नियुक्ति होनी थी. इसके बाद अगस्त 2022 में आयोजित होने वाली परीक्षा नवंबर 2022 में आयोजित हुई. इसके बाद प्रथम परीक्षा के रिजल्ट को लेकर हाईकोर्ट ने फटकार लगाई, जिसके बाद रिजल्ट जारी हुआ. अब Mains परीक्षा अगस्त 2023 में हुई, इसमें 41 प्रश्न दो परीक्षाओं में रिपीट हुए हैं, जो दो इलग-अलग पदों के लिए थी.
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अशोक तंवर ने मनोहर सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि हरियाणा में ये कोई पहली बार नहीं है जब परीक्षा में प्रश्न रिपीट हुए हों, इससे पहले भी एचपीएससी की एचसीएस प्री परीक्षा में 38 प्रश्न रिपीट हुए थे. मनोहर सरकार के दोनों कार्यकालों में अब तक 25 से ज्यादा नौकरी भर्ती परीक्षा लीक हो चुकी हैं. हर साल परीक्षाओं की गोपनीयता पर 20 करोड़ का खर्च किया जाता है, उसके बाद भी परीक्षा में गड़बड़ी की खबरें सामने आती हैं.
पंजाब में मिल रहा रोजगार
पंजाब में AAP आदमी की सरकार बनने के बाद से अब तक CM भगवंत मान 31,500 नौजवानों को नियुक्ति पत्र दे चुके हैं. काबिल नौजवानों का एक ही समय में 3-4 स्थानों पर भी चयन हुआ. क्योंकि हर काम पारदर्शिता और मेरिट के आधार पर होता है. कोई भाई-भतीजावाद नहीं है. पंजाब में पहले तो नौकरियां निकलती नहीं थी, निकलती थी तो पहले वाली सरकारें नौकरी अपने भाई भतीजे और अफसरों के रिश्तेदारों को देते थे.
पिछले दिनों पंजाब सरकार ने 12,710 शिक्षकों को पक्का किया, वो शिक्षक 2002 से लेकर अब तक कच्चे तौर पर काम कर रहे थे. वो महज 3500 रुपए में ही काम कर रहे थे. पिछले 20 सालों में अकाली दल, कांग्रेस और भाजपा की सरकार रही, इन्होंने न उनके पैसे बढ़ाए और न ही उनको पक्का किया. सीएम भगवंत मान की सरकार ने सभी कानूनी पहलुओं और हाई कोर्ट व सुप्रीम कोर्ट के बयानों के मद्देनजर रखकर नई पॉलिसी बनाई और उस पॉलिसी के तहत 12,710 शिक्षकों को पक्का किया.
Input- Vijay Rana