हरियाणा में नशे का कारोबार करने वालों की आई शामत, 28 अवैध संपत्तियां की जल्द जाएंगी अटैच
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हरियाणा में नशे का कारोबार करने वालों की आई शामत, 28 अवैध संपत्तियां की जल्द जाएंगी अटैच

हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने कहा कि लोगों को शिक्षित करने के लिए प्रदेश स्तर से पंचायत स्तर पर समितियां बनाई गई हैं, ताकि वह लोगों को नशे के दुष्परिणामों के बारे में बता सकें. 

हरियाणा में नशे का कारोबार करने वालों की आई शामत, 28 अवैध संपत्तियां की जल्द जाएंगी अटैच

चंडीगढ़: हरियाणा में नशे का अवैध कारोबार करने वाले तस्कर हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज के रडार पर है. नशा तस्करी से अवैध संपत्ति बनाने वालों पर उनका बुलडोजर प्रदेशभर में चल रहा है और अब ऐसे कई मामले चिन्हित किए गए हैं. पत्रकारों से बातचीत करते हुए अनिल विज ने बताया कि ऐसे ही 28 केस को हमने चिन्हित करते हुए केंद्र सरकार के पास क्लीयरेंस के लिए भेजा है और जैसे ही क्लीयरेंस मिल जाएगी, अरबों की संपत्ति को अटैच कर कार्रवाई की जाएगी. 

गृह मंत्री ने कहा कि पूरे हरियाणा में हमारा बुलडोजर दौड़ रहा है और सबसे पहले उन्होंने अपने जिले अंबाला से शुरुआत करते हुए अवैध तरीके से संपत्ति बनाने वालों पर कार्रवाई शुरू की थी. गृह मंत्री ने कहा कि हमने अधिकारियों को आदेश दिए हैं कि नशे का कारोबार कर रहे लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाए.

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इसके लिए तस्करों की संपत्ति को भी अटैच किया जा रहा है और कुछ संपत्तियां अटैच करने की तैयारियां कर रहे हैं. कुरुक्षेत्र व अन्य जिलों में करोड़ों रुपये मूल्य की प्रॉपर्टी अब तक अटैच की जा चुकी है. 

नशे के खिलाफ लोगों को शिक्षित करने के लिए पंचायत स्तर तक समितियां 
गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि नशे के कारोबार पर लगाम लगाने के लिए कार्य कर रहे हैं. वह मानते हैं कि थानों में लगे हमारे पुलिसकर्मियों को अलग-अलग कार्य करने पड़ते हैं. कभी वीआईपी ड्यूटी, कभी मेला ड्यूटी, कभी जुलूस. ऐसे में कई बार व्यस्तता होने की वजह से पुलिस नशा तस्करों पर ध्यान नहीं दे पाती. इसी को मद्देनजर रखते हुए उन्होंने स्टेट नारकोटिक कंट्रोल ब्यूरो को स्थापित किया है और एडीजीपी की अध्यक्षता में उन्हें स्टाफ व अन्य जरूरी संसाधान उपलब्ध कराए गए, जोकि अब अच्छा कार्य कर रहे हैं.

इसके अलावा लोगों को शिक्षित करने के लिए प्रदेश स्तर से पंचायत स्तर पर समितियां बनाई गई हैं, ताकि वह लोगों को नशे के दुष्परिणामों के बारे में बता सकें. साथ ही आदी हो चुके युवाओं को नशा छुड़ाने के लिए नशा मुक्ति केंद्र तक ले जा सके. 

नशा तस्करी के खिलाफ ऐप पर दे सकते हैं शिकायत
विज ने कहा कि अगर लोगों को लगता है कि उनके क्षेत्र में नशे का कोई कारोबार हो रहा है तो उसके लिए बकायदा एक ऐप बनाई गई है. इस ऐप की मदद से नशा तस्करी से जुड़ी शिकायत दी जा सकती है, ताकि हम आरोपियों को पकड़ सकें और नशा तस्करी में शामिल लोगों का एक डाटाबेस भी तैयार किया जा सके. गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि हमने ऐसे लोगों को पकड़ा भी है और नशे के कारोबार से जिन्होंने अवैध संपत्ति बनाई है, हमने उन पर बुलडोजर भी चलाया है.

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