Haryana Clerks Strike: सरकार दे रही अलग-अलग तर्क, लेकिन यह नहीं बता रही कि कितना वेतन दे सकती है- संगठन मंत्री
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Haryana Clerks Strike: सरकार दे रही अलग-अलग तर्क, लेकिन यह नहीं बता रही कि कितना वेतन दे सकती है- संगठन मंत्री

Haryana Clerks Strike News: आज क्लर्कों और सरकार के बीच तीसरी दौर की वार्ता भी विफल रही है. जिसको लेकर क्लर्क एसोसिएशन संगठन मंत्री पवन कुमार ने कहा हल निकालने की बजाय अलग-अलग तर्क दे रही है. सरकार की ओर से कहा जा रहा है कि डेढ़ लाख लोगों को बढ़ा हुआ वेतन देना पड़ेगा.

Haryana Clerks Strike: सरकार दे रही अलग-अलग तर्क, लेकिन यह नहीं बता रही कि कितना वेतन दे सकती है- संगठन मंत्री

Haryana Clerks Strike: आज क्लर्कों और सरकार के बीच तीसरी दौर की वार्ता भी विफल रही है. बातचीत के बाद भी कोई हल नहीं निकला. बैठक के बाद मुख्यमंत्री के ओएसडी जवाहर यादव ने कहा कि आज हमारे और क्लर्कों के बीच सौहार्दपूर्ण वातावरण में बातचीत हुई है. क्लर्कों ने अपनी मांगों को रखा और सरकार ने अपने तर्कों को रखा. प्रदेश में जो बाढ़ के हालात बने हुए हैं, उसे देखते हुए आज की बैठक स्थगित की गई है. क्लर्कों के साथ फिर से किसी और दिन बैठक की जाएगी. जवाहर यादव ने कहा कि फिरहाल क्लर्क अपनी हड़ताल जारी रखेंगे, लेकिन बाढ़ग्रस्त इलाकों में हालात सुधारने के लिए सहायता करेंगे.

वहीं बैठक के बाद क्लर्क एसोसिएशन के संगठन मंत्री पवन कुमार ने कहा कि सरकार थकाने की नीति पर चल रही है. सरकार यह सोच रही है कि इनको थकाएंगे तो यह टूट जाएंगे, लेकिन हम भी देखते हैं कि सरकार कितना थकाती है.

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उन्होंने कहा कि सरकार अभी भी अपना मुंह नहीं खोल रही है. सरकार यह नहीं बता रही कि वह हमें कितना वेतन देना चाहती है. हमसे ही बार-बार पूछा जा रहा है. इसके अलावा सरकार इस मामले का हल निकालने की बजाय अलग-अलग तर्क दे रही है. सरकार की ओर से कहा जा रहा है कि डेढ़ लाख लोगों को बढ़ा हुआ वेतन देना पड़ेगा. अगर आपको वेतन दिया गया तो दूसरे विभागों के कर्मचारी भी यह मांग उठाएंगे, लेकिन सरकार हमें यह नहीं बता रही थी सरकार हमें कितना देगी. 

क्लर्क एसोसिएशन महिला विंग की प्रधान शर्मिला हुड्डा ने कहा कि यह हड़ताल हमारी मर्जी से नहीं हुई है. हमने 18 जून को करनाल में मुख्यमंत्री आवास पर जाकर कहा था कि हमारी 35400 रुपये वेतन की मांग है और यह जायज मांग है, इसे माना जाए. तब हमें यह कहा था कि सरकार की ओर से 4 जुलाई को बुलाया जाएगा, लेकिन हमें नहीं बुलाया गया. इस वजह से हमें 5 जुलाई से हड़ताल करनी पड़ी. हम सरकार से कहना चाहते हैं कि चाहे सरकार कितनी भी बैठकें बुला ले, लेकिन जब तक हमारी मांग पूरी नहीं होगी हमारी हड़ताल जारी रहेगी.

Input: Vijay Rana 

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