Haryana Anaj Mandi Crop Damaged: हरियाणा में गेंहू और सरसों की मंडियों में आवक शुरू हो चुकी है. इसी बीच सरकार फसलों के उठान और खरीद को लेकर कई दावें भी करती नजर आई है, लेकिन कई जिलों में पूरी व्यवस्था न होने के कारण गेंहू भीगता हुआ नजर आ रहा है.
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Haryana Anaj Mandi Wheat Crop Damaged: देश के कई हिस्सों में पिछले कुछ दिनों से मौसम का मिजाज काफी बदला हुआ है. पश्चिमी विक्षोभ का असर लगभग पूरे देश में देखने को मिल रहा है. पिछले महीने से ही रुक-रुक कर हो रही बारिश की वजह से मौसम काफी सुहावना भी हो गया है. यही वजह है कि तापमान में भी भारी गिरावट देखने को मिल रही है. काफी सालों बाद ऐसा हुआ जब चिलचिलाती गर्मी वाले मई के महीने में मौसम इतना सुहावना है. हालांकि इस बेमौसम बारिश से किसानों को भारी नुकसान हो रहा है. जगह-जगह से किसानों को हुए नुकसान के मामले सामने आ रहे हैं. ऐसे में हरियाणा के रोहतक और जिंद अनाज मंडी में खुले में पड़े अनाज के भीगने का मामला सामने आ रहा है.
रोहतक अनाज मंडियों में लाखों क्विंटल गेंहू भीगा
रोहतक की अनाज मंडियों में पड़ा लाखों क्विंटल गेंहू भीगने से सरकार और प्रशासन पर बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं. जहां गेंहू भीगने से किसान और आढ़ती को नुकसान हो रहा है. वहीं सरकार को भी इसकी कीमत चुकानी पड़ सकती है. रोहतक अनाज मंडी में अब तक 5 लाख 31 हजार क्विंटल गेंहू की खरीद हुई है. जबकि 3 लाख 25 हजार क्विंटल गेंहू का उठान हुआ है.
जिंद अनाज मंडी एकमात्र शेड हुआ कंडम- खुले आसमान के नीचे भीगा गेंहू
वहीं हरियाणा के जिंद में बारिश ने मंडी प्रशासन के दावों की पोल खोल कर रख दी है. जहां बरिश होने से मंडी में लाखों क्विंटल गेंहू भीगा गया. खुले में पड़ी गेंहू की बोरियों पर बारिश से बचाव के लिए त्रिपाल भी नहीं ठका गया, इससे मंडी प्रसाशन की लापरवाही साफ नजर आती है. बता दें कि मंडी में 3 करोड़ रुपये की लागत से मंडी में शेड बनना था, लेकिन पिछले 1 साल से शेड न बनने के कारण किसानों का गेंहू भीगा गया.
इसी कारण जींद हो रही बारिश से मंडी प्रशासन के दावों की पोल खोलती नजर आ रही है. मंडी सचिव संजीव कुमार का कहना है कि पिछले डेढ़ साल से जींद अनाज मंडी में 3 करोड़ रुपये की लागत से शेड बनना था. पहले शेड था जो कि कंडम हो गया था, लेकिन कहा गया था कि अगले सीजन तक शेड को कंप्लीट कर दिए जाने का आश्वासन दिया गया था जो कि आज तक नहीं हुआ. इसी कारण गेंहू भीगा है. उन्होंने कहा कि पहले उसको सुखना पड़ेगा और उसके बाद गेंहू को एजेंसी द्वारा खरीदा जाएगा.
चरखी दादरी अनाजमंडी में बारिश से भीगा हजारों टन गेंहू
वहीं चरखी दादरी अनाजमंडी में बारिश के कारण हजारों टन गेंहू भीग गया. वहीं प्रशासन द्वारा बारिश के मौसम को देखते हुए व्यापक प्रबंध किए गए थे. मार्केट कमेटी सचिव परमजीत नांदल ने बताया कि अनाजमंडी में 2 लाख 45 हजार क्विंटल गेंहू व साढ़े तीन लाख क्विंटल सरसों की आवक हुई है, जिसमें से 2 लाख क्विंटल गेंहू और 3 लाख क्विंटल की खरीद की जा चुकी है. परमजीत नांदल ने बताया कि गेंहू की 60 प्रतिशत से ज्यादा और सरसों की 50 प्रतिशत से ज्यादा की लिफ्टिंग की जा चुकी है. परमजीत नांदल ने बताया कि सभी खरीद एजेंसियों व आढ़तियों को निर्देश दिए गए हैं कि फसलों को बारिश से बचाने के लिए पूरे प्रबंध रखें. परमजीत नांदल ने बताया कि हमारे सभी शेड भरने के कारण गेंहू को बाहर रखा गया है जिसको भी जल्द लिफ्टिंग करवा दिया जाएगा. हमारा प्रयास है कि बारिश के कारण गेंहू और सरसों को कम नुकसान हो.
Input: Raj Takiya, Narendra Mandola