Agriculture News: पानीपत के किसान 50 एकड़ में जन्नत तरबूज की खेती कर रहे हैं. किसान एक एकड़ में 2 से 3 लाख रुपये कमा रहे हैं. इसके अलावा बॉबी और मृदुल वैरायटी के खरबूजे की खेती का भी फायदा लोगों को मिल रहा है.
Trending Photos
Haryana News: दिल्ली, हरियाणा समेत उत्तर भारत के कई राज्य भीषण गर्मी की चपेट में आ चुके हैं. पिछले 24 घंटे की बात की जाए तो हरियाणा के ज्यादातर जिलों का तापमान 44 से 47 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया है. इतना ही नहीं अगले 5 दिन तक गुरुग्राम, फरीदाबाद, सिरसा, हिसार, सोनीपत, भिवानी समेत कई जिलों में रेड, जबकि उत्तर हरियाणा के पंचकूला, अंबाला, कुरुक्षेत्र और करनाल में येलो अलर्ट जारी किया गया है.
इस भीषण गर्मी के बावजूद पानीपत के किसान नाम मात्र की खाद वाले रंग-बिरंगे तरबूज व खरबूज की खेती कर झुलसती गर्मी से लोगों को राहत पहुंचा रहे हैं. आपको अनेक प्रकार के सस्ते तरबूज व खरबूजे मिल जाएंगे, जिसमें अधिक मात्रा में खाद होती है, लेकिन इन दिनों मंडी में आए विश्व प्रसिद्ध जन्नत तरबूज के अलावा बॉबी व मृदल खरबूजे लोगों की खास पसंद बने हुए हैं.
पढ़ें: कुछ दिनों तक झुलसाएगी Heat Wave, नोएडा-गाजियाबाद में 8वीं के स्कूलों को बंद करने का आदेश
क्या होती है खासियत
गर्मी के मौसम में शरीर के अंदर पानी की मात्रा कम हो जाती है. जन्नत तरबूज और बॉबी-मृदल खरबूजे में पानी की मात्रा अधिक होती है. इसका सेवन करने से बॉडी को पर्याप्त मात्रा में पानी मिल जाता है. सब्जी मंडी में खरीदारी करने आए दिनेश ने कहा कि पानीपत में लोग इस तपती गर्मी में खरबूजे और तरबूज का आनंद ले रहे हैं. विश्व का नंबर वन जन्नत तरबूज व बॉबी खरबूजा में सभी प्रकार के प्रोटीन व पौष्टिक तत्व मौजूद होते हैं. यह शरीर को स्वस्थ रखता है. इस खास तरबूज व खरबूजे में शुगर की मात्रा बहुत कम होती है. उन्होंने बताया कि इन फलों में कम से कम मात्रा में खाद डाली जाती है, जो कि शरीर को हानि नहीं पहुंचाती है.
रोज 30 से 40 क्विंटल तरबूज की खपत
व्यापारी विकास ने बताया कि जन्नत तरबूज के साथ खरबूजे की वैरायटी-बॉबी और मृदुल मंडी में सबसे टॉप पर है. उन्होंने बताया कि डॉक्टर से चेक कराया गया तो इनमें खाद की मात्रा न के बराबर है. विकास ने बताया कि गर्मी के मौसम में हर रोज 30 से 40 क्विंटल तरबूज की खपत हो रही है. उन्होंने किसानों से जन्नत तरबूज के साथ ही खरबूजे की खेती करने की अपील की.
इनपुट: राकेश भयाना