30 करोड़ की चोरी का मास्टरमाइंड गैंगस्टर विकास लगरपुरिया पकड़ा गया, 7 साल से था फरार
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30 करोड़ की चोरी का मास्टरमाइंड गैंगस्टर विकास लगरपुरिया पकड़ा गया, 7 साल से था फरार

Gangster Vikas Lagarpuria सात साल से फरार चल रहा था. उस पर गुरुग्राम में 30 करोड़ की चोरी का आरोप था. इसके अलावा दिल्ली में हत्या, हत्या का प्रयास जैसे कई संगीन अपराधों में भी उसका नाम है. हरियाणा पुलिस अपनी कस्टडी में लेकर पूछताछ करेगी.

30 करोड़ की चोरी का मास्टरमाइंड गैंगस्टर विकास लगरपुरिया पकड़ा गया, 7 साल से था फरार

नई दिल्ली: गैंगस्टर विकास लगरपुरिया को दुबई से भारत लाया गया है. हरियाणा और दिल्ली पुलिस के जाइंट ऑपरेशन से उसे विदेश से यहां लाया गया. बाद में हरियाणा पुलिस के हवाले कर दिया गया. गैंगस्टर विकास पर दिल्ली से सटे गुरुग्राम (गुड़गांव) में 30 करोड़ की चोरी में नामजद किया गया था. वो इस चोरी का मास्टरमांइंड था. वह 7 साल से फरार था.

दरअसल, पिछले साल 2021 के 5 अगस्त को गुरुग्राम के खेड़कीदौला थाना इलाके में 30 करोड़ की चोरी हो गई थी. इस चोरी को वारदात देने वाले कई चोर अरेस्ट हो गए. उन्होंने पुलिस को विकास के मास्टरमाइंड होने की जानकारी दी. बदमाशों ने पुलिस को बताया था कि गैंगस्टर विकास ने अल्फाजी कार्प मैनेजमेंट सर्विस प्रा. लिमिटेड कंपनी की रकम चुराई थी. इसके बाद वह विदेश भाग गया था. चूंकि मामला हाई प्रोफाइल था, इस लिहाज से पुलिस ने ताबड़तोड़ छापेमारी की. इस मामले में अब तक 17 आरोपियों को अरेस्ट किया जा चुका है. 

दिल्ली पुलिस भी करेगी पूछताछ
दिल्ली पुलिस को सूत्रों से जानकारी मिली थी कि इस चोरी का मास्टरमाइंड विकास लगरपुरिया दुबई में है. उसके खिलाफ पुलिस ने रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया. इसी को आधार बनाकर उसे दुबई में अरेस्ट कर लिया गया. वहां डिपोर्ट करके भारत लाया गया. दिल्ली एयरपोर्ट पर विकास लगरपुरिया की कस्टडी को लेकर गुरुग्राम पुलिस और दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल के बीच लंबे विचार विमर्श के बाद हरियाणा पुलिस कस्टडी सौंपी गई. गैंगस्टर विकास लगरपुरिया पर हत्या, लूट, वसूली के कई मामले भी दर्ज हैं. दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल भी उससे पूछताछ करेगी.

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मध्य प्रदेश से खरीदे हथियार
इससे पहले दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने विकास लगरपुरिया गिरोह के दो शूटरों को चेतन मान उर्फ बॉक्सर और धीरपाल को अरेस्ट किया था. बताया जाता है कि चेतन राष्ट्रीय स्तर का बॉक्सर रह चुका है. विकास लगरपुरिया उर्फ विकास गुलिया दिल्ली एनसीआर में कुछ बड़ा करने के लिए मध्य प्रदेश के खरगोन से खरीदे थे. 

कौन है गैंगस्टर विकास लगरपुरिया (Who Is Gangster Vikas Lagarpuria)
गैंगस्टर विकास लगरपुरिया का ताल्लुक हरियाणा के झज्जर जिले से है. वह लगरपुर गांव का रहने वाला है, गांव के नाम ही उसका सरनेम लगरपुरिया है. उसने ग्रेजुएशन के लिए दिल्ली यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया था. लेकिन फेल हो गया. जिसके बाद अपराध की दुनिया में घुस गया. विकास लगरपुरिया के खिलाफ 15 से अधिक मामले दर्ज हैं. जिनमें हत्या, हत्या के प्रयास, रंगदारी और चोरी जैसे संगीन मामले हैं. एक मामले में उसे साल 2015 में अरेस्ट किया गया था, लेकिन परिवारिक सदस्य के बीमार होने पर वह परोल पर बाहर आया था. यहां से फरार हो गया था. बाद में इसने गुरुग्राम 30 करोड़ की चोरी को अंजाम दिया.

क्या होता है रेड कॉर्नर नोटिस (Red Corner Notice) ?
जिस रेड कॉर्नर नोटिस की वजह से विकास गुलिया को भारत लाया गया, उसके बार में भी जान लीजिए. दरअसल, रेड कॉर्नर नोटिस देश से भागे हुए अपराधिक गतिविधियों में शामिल व्यक्ति के बारे में पता लगाने के लिए जारी किया जाता है. यह तभी जारी होता है जब उस शख्स के खिलाफ किसी अदालत ने संज्ञेय जुर्म की धारा लगाई हो. रेड कॉर्नर नोटिस अंतरराष्ट्रीय गिरफ्तारी का वारंट नहीं होता है, बल्कि जब किसी व्यक्ति के ऊपर रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया जाता है तो समझ लीजिए कि उस व्यक्ति ने देश में कोई गंभीर अपराध किया है यानी वो दोषी है.

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रेड कॉर्नर नोटिस और वारंट में क्या है अंतर?
हालांकि रेड कॉर्नर नोटिस किसी अपराधी की अरेस्टिंग का वारंट नहीं होता. बल्कि इससे आरोपी को खोजने के बाद उसकी प्रोविजनल गिरफ्तारी मुमकिन हो सकती है. हालांकि इसमें भी दो प्रकार के नोटिस होते हैं. पहले नोटिस में दोषी की पहचान जैसे नाम, जन्मतिथि, आखों और बालों का रंग, राष्ट्रीयता इत्यादि होती है. जबकि दूसरी वांटेड व्यक्ति के अपराधों से जुड़ी जानकारी होती है. इन अपराधों में हत्या, रेप, बच्चों के साथ शोषण या सशस्त्र लूट शामिल हो सकती है.