मुख्यमंत्री और नगर निगम कमिश्नर के आदेश के बावजूद ,सफाई को लेकर अभी तक शहर के हालात बदलते हुए नजर नहीं आ रहे हैं. अक्टूबर के महीने में खुद हाथों में झाड़ू लेकर फरीदाबाद के सेक्टर 9 से पूरे प्रदेश में स्वच्छता अभियान की शुरुआत प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने की थी.
Trending Photos
Faridabad News: मुख्यमंत्री और नगर निगम कमिश्नर के आदेश के बावजूद ,सफाई को लेकर अभी तक शहर के हालात बदलते हुए नजर नहीं आ रहे हैं. अक्टूबर के महीने में खुद हाथों में झाड़ू लेकर फरीदाबाद के सेक्टर 9 से पूरे प्रदेश में स्वच्छता अभियान की शुरुआत प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने की थी. उस दिन के 3 घंटे के स्वच्छता अभियान कार्यक्रम के बाद से अब तक शहर के हालात ज्यादा बदलते नजर नहीं आए हैं.
उसके बाद अब मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर पांच दिन पहले फरीदाबाद के दौरे पर पहुंच वाईएमसीए में शहर की सफाई व्यवस्था व अन्य कार्यों की समीक्षा बैठक कर रहे थे. इस बैठक में नगर निगम, एचएसवीपी, एफएमडीए सहित अन्य विभाग अधिकारी शामिल थे.
इस दौरान शहर की सफाई व्यवस्था को देख नगर निगम के जेई (कनिष्ठ अभियंता) को निलंबित करने के साथ ही शहर में सफाई व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए नगर निगम में डिवीजन स्तर पर स्वच्छ भारत अभियान के तहत नई टीम गठित करने के लिए निर्देश भी दिए थे. नई टीम में पांच एसडीओ व अधिकारी शामिल होने की बात भी कही गई थी. उन्होंने कहा था कि सफाई व्यवस्था के लिए अपनी गाड़ियां, डंपर, जेसीबी व अन्य संसाधन तुरंत जुटाकर नगर निगम शहर की सफाई व्यवस्था जल्द से जल्द को दुरुस्त करेगा. नगर निगम कमिश्नर ने भी सड़कों पर जाकर जगह-जगह को कूड़े के ढेर को देखकर वही मौके पर ही नगर निगम के कर्मचारियों को जल्द से जल्द सफाई करने के निर्देश दिए थे.
फरीदाबाद के सेक्टर 3 से होकर सेक्टर 8 जाने वाली प्रमुख सड़क का हाल भी काफी बुरा है. 5 दिन पहले प्रदेश के मुख्यमंत्री इस सड़क से होकर गुजरे थे. तब भी यहां से कूड़ा नहीं हटाया गया था. मुख्यमंत्री ने पूरे शहर की सफाई व्यवस्था की समीक्षा करते हुए नगर निगम के je को सस्पेंड भी करने के आदेश दिए थे.
वहीं फरीदाबाद के सेक्टर 12 के लघु सचिवालय का हाल भी यही है. यहां शहर के लगभग सभी उच्च अधिकारियों के कार्यालय हैं. फिर चाहे वह जिला उपयुक्त हो, एसडीएम फरीदाबाद हो या अन्य विभाग के उच्च अधिकारी. साथ में डिस्ट्रिक्ट कोर्ट की बिल्डिंग मौजूद है. जहां शहर के वकील से लेकर जज तक बैठते हैं. यहां वह सभी विभाग हैं, जिनके जिम्मे शहर की व्यवस्था को देखना और संभालने की जिम्मेदारी है. लेकिन यहां चार-चार दिन तक भी बिल्डिंग के चारों तरफ कूड़े के ढेर लगे हुए रहते हैं.
इनपुट: अमित चौधरी