Benefits of Tulsi: तुलसी के इस्तेमाल से कई समस्या को खत्म करने, खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है. जो कि शारीरिक सुखस प्रदान करता है. साथ ही इसमें मां लक्ष्मी का वास होने से रोजाना इसको पूजा भी जाता है.
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Tulsi Benefits: तुलसी का इस्तेमाल भारत में सदियों से किया जा रहा है और आज भी ज्यादातर घरो में लोग तुलसी का सेवन करते हैं. यहां हर घरों में तुलसी का पौधा जरूर होता है. स्वास्थ्य से लेकर खाने में जायका बढ़ाने में तुलसी के पत्तों का इस्तेमाल किया जाता है. ऐसा माना जाता है कि भारत के ऋषियों को इसके गुणों के बारे में पता चला था, जिसके बाद से तुलसी का कई समस्या को खत्म करने, खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है. बता दें कि आयुर्वेद में तुलसी के बारे में विस्तार में बताया गया है. इसका सेवन शरीर के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है.
औषधीय गुणों से भरपूर है तुलसी (Medicinal Properties of Tulsi)
तुलसी औषधीय गुणों से भरपूर है, जो कि विटामिन और खानिज से भरपूर हैं. इसके सेवन से हमारे शरीर को काफी फायदेमंद मिला है. यह ज्यादा उम्र के व्याक्ति के लिए काफी फायदेमंद होती है. तुलसी के अनेक फायदे है जो लोगों को स्वास्थ अच्छी रखने में सहायक है. साथ ही आपको बता दें कि तुलसी में माता लक्ष्मी का वास होता है, इसीलिए तुलसी को देवी तुलसी मां कहकर भी पुकारा जाता है और तुलसी के धार्मिक महत्व के कारण तुलसी के पौधे को ज्यादातर घरों में लगाया जाता है. साथ ही सुबह उठकर उसमें जल चढ़ाया जाता है.
तुलसी के फायदे (Benefits of Tulsi)
- हमारी सेहत के लिए विटामिन,आयरन और कैल्शियम काफी फायदेमंद होते है, जो कि तुलसी से प्राप्त होते हैं, क्योकि तुलसी विटामिन का एक बेहतरीन सोर्स है और इसलिए तुलसी से आयरन, कैल्शियम और विटामिन-A अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं. ये हमारी आंखों की रोशनी के लिए काफी फायदेमंद साबित होत सकता है.
- तुलसी के सेवन से बालों की ग्रोथ भी काफी तेजी से बढ़ती है और इसी के साथ तुलसी काफी बीमारियों के लिए भी असरदार साबित होती है.
- तुलसी की पत्तियां दिमाग समस्या और सिरदर्द के लिए काफी असरदार होती है और यह साइनस या पीनसरोग में भी लाभदायक होती है और कान के दर्द और सूजन में लाभदायक, साथ ही पथरी से परेशान लोगों के लिए भी लाभदायक साबित हो सकती है.
तुलसी को बनाए किचन का हिस्सा
किचन के कई मसालों के साथ तुसली भी इसी का एक हिस्सा बना चुका है. इसका इस्तेमाल खासतौर पर चायपत्ती के फ्लेवर के रुप में किया जाता है. साथ ही काढ़ा बनाने में भी किया जाता है.