Delhi News: 300 करोड़ रुपये घूस लेने का मामला, CBI सत्यपाल मलिक से करेगी पूछताछ
Advertisement

Delhi News: 300 करोड़ रुपये घूस लेने का मामला, CBI सत्यपाल मलिक से करेगी पूछताछ

Delhi News: 300 करोड़ रुपये की कथित रिश्वत लेने के मामले में सीबीआई आज फिर जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक (Satya Pal Malik) से पूछताछ करेगी.

Delhi News: 300 करोड़ रुपये घूस लेने का मामला, CBI सत्यपाल मलिक से करेगी पूछताछ

Delhi CBI News: रिलायंस जनरल इंश्योरेंस (Reliance Insurance) घोटाले के मामले में आज यानी शुक्रवार को सीबीआई (CBI) जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक (J&K Ex Governer Satya Pal Malik) से पूछताछ करेगी. सत्यपाल मलिक से मामले में 300 करोड़ की कथित रिश्वत लेने के लिए सीबीआई उनके घर जाकर पूछताछ करेगी. वहीं करीब 7 महीने पहले भी सीबीआई इस मामले में पूर्व राज्यपाल से पूछताछ कर चुकी है. वहीं इस पूछताछ को लेकर CBI ने मलिक को नोटिस जारी कर कथित बीमा घोटाला मामले में कुछ सवालों के जवाब मांगे हैं.

ये भी पढ़ें: SC का केंद्र सवाल- समलैंगिक शादियों को मान्यता दिए बगैर ऐसे कपल के लिए क्या कर सकती है सरकार

 

27-28 अप्रैल का दिया था समय
बता दें कि भ्रष्टाचार के इस मामले में CBI ने लगभग सालभर पहले मामला दर्ज किया था. वहीं मामले में सीबीआई 6 राज्यों में पहले ही छापेमारी कर चुकी है. सीबीआई ने भ्रष्टाचार के मामले में मिली शिकायत को लेकर ज्यादा जानकारी के लिए सत्यपाल मलिक को बुलाया था. इस पर मलिक ने CBI को 27 और 28 अप्रैल का समय दिया था. वहीं उन्होंने पूछताछ के लिए अकबर रोड गेस्ट हाउस में उन्हें आने के लिए कहा था. 

3 आरोपियों के खिलाफ किया था मामला दर्ज
सीबीआई (CBI) ने एक साल पहले जम्मू-कश्मीर में किरु पनबिजली परियोजना और सरकारी कर्मचारियों के लिए चिकित्सा बीमा योजना के ठेके देने में भ्रष्टाचार को लेकर एक साल पहले दो FIR दर्ज की थी. सीबीआई इस मामले में तभी से जांच कर रही है. वहीं इस मामले में तीनों आरोपियों पर साजिश और मिलीभगत से पदों और अन्य चीजों का दुरुपयोग करने का आरोप है. सीबीआई ने इस मामले में रिलायंस जनरल इंश्योरेंस, ट्रिनिटी री-इंश्योरेंस ब्रोकर्स लिमिटेड और लोक सेवकों को इस मामले में आरोपी बनाया है.

एक फाइल पास करने के 150 करोड़ रुपये
वहीं जब सत्यपाल मलिक को जम्मू-कश्मीर से हटाकर मेघालय का राज्यपाल बनाया गया तो उन्होंने इस मामले में एक बड़ा दावा किया था. उन्होंने कहा था कि जब मैं जम्मू-कश्मीर का राज्यपाल था तब उन्हें दो फाइलों को मंजूरी देने के लिए उन्हें 300 करोड़ रुपये की रिश्वत की पेशकश की गई थी. उन्हें बताया गया था कि हर फाइल को पास करने के लिए उन्हें 150-150 करोड़ रुपये मिलेंगे. 

Trending news