Delhi Floods: हे यमुना! ये कैसा कहर? जहां जाते थे पैदल, वहां जा रही नाव, पानी से लबालब क्या शहर क्या गांव
Advertisement
trendingNow0/india/delhi-ncr-haryana/delhiharyana1776563

Delhi Floods: हे यमुना! ये कैसा कहर? जहां जाते थे पैदल, वहां जा रही नाव, पानी से लबालब क्या शहर क्या गांव

Delhi Floods: ज़ी मीडिया ने दिल्ली के बाढ़ ग्रसित इलाके वजीराबाद का निरीक्षण किया. हमने देखा कि वजीराबाद के राम घाट पर बने मंदिर पानी से जलमग्न हो चुके हैं. जिन मंदिरों में कल तक श्रद्धालु व पुजारी पैदल जाया करते थे. आज उन मंदिर के प्रांगण में पुजारियों को नाव लेकर जाना पड़ रहा है.

Delhi Floods: हे यमुना! ये कैसा कहर? जहां जाते थे पैदल, वहां जा रही नाव, पानी से लबालब क्या शहर क्या गांव

Delhi Floods 2023: दिल्ली में मानसून की दस्तक के बाद से दिल्ली के कई इलाकों में रोजाना बारिश हो रही है. बीते दिनों तो दो तीन दिनों तक दिल्ली में बारिश हो रही है. इसी बीच यमुना में हथिनीकुंज बैराज हरियाणा द्वारा असमान्य रूप से ज्यादा पानी छोड़ने की वजह से यमुना का जलस्तर और बढ़ गया है. इस वजह से यमुना के जलस्तर का साल 1978 का रिकॉर्ड टूट गया है.  

बाढ़ जैसे हालात
यमुना का जलस्तर बढ़ने की वजह से दिल्ली के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात हो चुके हैं. यमुना से लगे कई इलाकों में ओवरफ्लो हो रही है. इस वजह से कई इलाके जलमग्न हो गए हैं. यमुना का वाटर लेवल खतरे के निशान के पार पहुंचने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज शाम एक बैठक बुलाई है. 

ये भी पढ़ें: Yamuna Water Level: यमुना के जलस्तर ने तोड़ा 45 साल का रिकॉर्ड, CM केजरीवाल ने बुलाई आपात बैठक

ज़ी मीडिया ने किया निरीक्षण
इसी बीच ज़ी मीडिया ने दिल्ली के बाढ़ ग्रसित इलाके वजीराबाद का निरीक्षण किया. हमने देखा कि वजीराबाद के राम घाट पर बने मंदिर पानी से जलमग्न हो चुके हैं. जिन मंदिरों में कल तक श्रद्धालु व पुजारी पैदल जाया करते थे. आज उन मंदिर के प्रांगण में पुजारियों को नाव लेकर जाना पड़ रहा है. यमुना घाट किनारे बने रामघाट के तमाम मंदिर डूब चुके हैं. वहीं यहां मंदिरों में रहने वाले लोग अब यमुना किनारे पर पहुंचकर आसरा लिया हुआ है. यमुना किनारे शिविर कैम्प को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता मुन्ना खान ने दिल्ली सरकार पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा, लोग बारिश में खुले आसमान के नीचे बैठने पर मजबूर हैं. 

टूटा 1978 का रिकॉर्ड
वहीं मन्दिर के पुजारी और राजघाट समिति के अध्यक्ष ने बताया कि यमुना जलस्तर ओवरफ्लो जिस तरीके से हुआ ऐसा उन्होंने आजतक अपने जीवनकाल में नहीं देखा. यमुना जलस्तर का रिकॉर्ड जो 1978 में टूटा वही रिकॉर्ड इस बार यमुना नदी ने तोड़ दिया है, जिसके चलते लोगो में डर है कि कहीं दिल्ली में बाढ़ न आ जाए.