Delhi Flood Alert: बरसात के बाद जलभराव की स्थिति को कंट्रोल को कंट्रोल करने और भलस्वा लैंडफिल साइट का निरीक्षण करने मेयर शैली ओबेरॉय पहुंची. जहां उन्होंने जलभराव के साथ-साथ भलस्वा लैंडफिल साइट पर हो रही समस्याओं का भी समाधान करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए.
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Delhi News: दिल्ली में 3 दिन से बरसात के बाद दिल्ली सरकार ने सभी अधिकारियों की छुट्टी रद्द करके 24 घंटे ड्यूटी पर कहने के लिए कहा है. ताकि दिल्ली में जो जलभराव की स्थिति को कंट्रोल किया जा सके. आज दिल्ली नगर निगम की मेयर शैली ओबेरॉय का क्षेत्र में भलस्वा औचक निरीक्षण किया. यहां पहुंच कर उन्होंने क्षेत्र का जायजा लिया और हो रही जलभराव की समस्याओं को जाना और अधिकारियों को निर्देश दिए कि जल्द से जल्द भलस्वा में जो जलभराव की स्थिति है उसको दुरुस्त किया जा सके.
आपको बता दें कि दिल्ली की सबसे बड़ी लैंडफिल साइट भलस्वा साइट यहीं पर मौजूद है और पिछले साल भी भलस्वा लैंडफिल साइट का एक हिस्सा भरभरा कर गिर गया था. जहां एक बड़ा हादसा होने से भी बच गया था आपको बता दें कि भलस्वा लैंडफिल साइट के पास हजारों की संख्या में लोग रहते हैं जिन को जान का खतरा लगातार बना रहता है.
यहां मेयर शैली ओबेरॉय ने औचक निरीक्षण किया और जलभराव के साथ-साथ भलस्वा लैंडफिल साइट पर हो रही समस्याओं का भी समाधान करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए. मेयर शैली ओबेरॉय ने बताया कि आम जनता की समस्याओं को सुनना है. दिल्ली में पिछले 40 सालों का रिकॉर्ड टूटा है. हम भलस्वा लैंडफिल साइट के पास निरीक्षण करने आए हैं. भलस्वा लैंडफिल साइट से पानी और कूड़ा यहां बसी कॉलोनी में आ गया था. जैसे ही हमें इसका पता चला तो हम यहां निरीक्षण करने पहुंचे.
यहां पर स्थानीय निगम पार्षद टिम्सी शर्मा और स्थानीय विधायक अजेश यादव ने इसकी सूचना दी. मेयर ने कहा कि लगातार हम भलस्वा लैंडफिल साइट को मॉनिटर कर रहे हैं. इसके लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी अधिकारियों को निर्देशित कर रखा है. जल्द ही हम यहां ऐसी व्यवस्था करने वाले हैं, जिससे कि यहां हो रही समस्या को खत्म किया जा सके. अभी मानसून और चलेगा और हम लगातार भलस्वा लैंडफिल मॉनिटर करते रहेंगे.
स्थानीय विधायक अजेश यादव ने बताया कि जल्दी इस कूड़े के पहाड़ को यहां से खत्म करने वाले हैं, लेकिन उससे पहले यहां पर एक बॉन्ड्री की जाएगी ताकि भलस्वा लैंडफिल साइट से पानी और कूड़ा नीचे ना सके.
Input: Neeraj Sharma