डिजिटल कम्युनिटी बेस्ड प्लैटफॉर्म की एक रिसर्च के अनुसार दिल्ली के 67% लोग कोरोना के लक्षण होने के बाद भी अपनी टेस्ट नहीं करा रहे हैं. राजधानी में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच इस रिसर्च के आकड़े बेहद हैरान कर देने वाले हैं.
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Delhi Corona Report: राजधानी दिल्ली में एक बार फिर कोरोना के मामले डराने लगे हैं. पिछले कुछ दिनों से 2 हजार से ज्यादा संक्रमित मिलने के बाद पॉजिटिविटी रेट 15 प्रतिशत तक पहुंच गया है, तो वहीं एक्टिव केस में भी इजाफा हुआ है. इस बीच एक बेहद चौकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें दिल्ली के 63% लोगों ने कोरोना के लक्षण के बाद भी अपना टेस्ट नहीं कराया.
दरअसल दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच डिजिटल कम्युनिटी बेस्ड प्लैटफॉर्म ने पिछले 30 दिनों में लोगों के उपर एक रिसर्च करते हुए जानकारी साझा की है. इस सर्वे में लगभग 10 हजार 821 लोगों ने अपनी जवाब दिए हैं, जिसमें 67 फीसदी पुरुष और 33 फीसदी महिलाएं शामिल हैं.
कोरोना के लक्षण और टेस्ट को लेकर किया गया सवाल
इस सर्वे में कोरोना जैसे लक्षण होने के बाद कितने लोगों ने Covid-19 का टेस्ट कराया, इस विषय में सवाल किया गया था, जिसमें बेहद हैरान करने वाले जवाब सामने आए हैं. दिल्ली के 63% लोगों ने कोरोना के लक्षण होने के बाद भी अपना टेस्ट नहीं कराया.
सर्वे में पूछे गए सवाल-
पिछले एक महीने में जब आपको या दिल्ली-एनसीआर में आपके परिवार के सदस्यों में कोरोना के कुछ लक्षण थे और कोविड-19 जांच (बिना कहीं गए) की आवश्यकता थी तो आपने किस प्रकार की जांच कराई थी?
इस सवाल के जवाब में किसी भी उत्तरदाता ने केवल आरटी-पीसीआर जांच नहीं कहा.
इसमें कहा गया है कि जहां 25 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि उन्होंने रैपिड एंटीजन टेस्ट का विकल्प चुना, वहीं 12 प्रतिशत का जवाब आरटी-पीसीआर और रैपिड एंटीजन टेस्ट दोनों था.
'लोकलसर्किल्स' ने बयान में कहा, हालांकि 63 प्रतिशत निवासियों ने कहा कि लक्षण होने के बावजूद उन्होंने इनमें से कोई भी जांच नहीं कराई.
अध्ययन के नतीजों के अनुसार पिछले कुछ समय में कोविड-19 के मामले लगभग 15 फीसदी तक बढ़े हैं. रविवार को कोविड-19 के 2,423 मामले सामने आए, जो जनवरी के बाद सबसे ज्यादा हैं. बढ़ते संक्रमण के बीच टेस्ट के लिए लोगों की ये लापरवाही बेहद खतरनाक साबित हो सकती है.