Delhi Assembly Session: दिल्ली विधानसभा में उस आज उस वक्त हंगामा मच गया, जब आप विधायक सदन में नोटों की गड्डियां लहरा दीं. आज दिल्ली विधानसभा सत्र का तीसरे दिन है. आप विधायक ने सदन में नोटों की गड्डियां दिखाईं और उन्होंने दावा किया कि जो पैसा वह सबके सामने दिखा रहे हैं, ये नोट रिश्वत के हैं.
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Delhi Assembly Session: बाबा साहेब अंबेडकर अस्पताल में नर्सिंग आदि की भर्ती के लिए टेंडर निकला है. सरकार का क्लोज है कि 80 फीसदी पुराने कर्मचारियों को रखना है, लेकिन ऐसा नहीं होता. इसमें बड़े स्तर पर पैसे की उगाही होती है. नौकरी हो जाने के बाद भी कर्मियों को पूरे पैसे नहीं मिलते. ठेकेदार उनमें से बहुत पैसे खुद खाते हैं. कर्मचारी इस मामले को लेकर अस्पताल में स्ट्राइक पर बैठे, वहां उनके साथ मारपीट हुई. मैंने इसे लेकर DCP से कंप्लेन की. CS और एलजी तक से शिकायत की. उन्होंने मुझसे सेटिंग की कोशिश की कि विधायक को भी मिला लें.
जानें, क्या है पूरी कहानी
बता दें कि दिल्ली विधानसभा में बुधवार यानी की आज आम आदमी पार्टी (AAP) विधायक मोहिंदर गोयल ने नोटों की गड्डी लहराई. उन्होंने नोटों की गड्डी को लहराते हुए कहा कि उन्हें खरीदने की कोशिश की गई. इसी के साथ उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली के अंबेडकर अस्पताल में माफिया पैसे लेकर नौकरियां दे रहा हैं. मुझे चुप रहने के लिए रिश्वत देने की कोशिश की गई. उन्होंने कहा कि यह मुद्दा LG वीके सक्सेना के सामने भी उठाया था.
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मोहिंदर गोयल आज 15 लाख के नोटों की गड्डी झोले में लेकर विधानसभा पहुंचे थे. विधानसभा में संबोधन के दौरान उन्होंने झोले से नोटों की गड्डी निकालकर टेबल पर रख दी और इसके बाद उन्होंने नोटों की गड्डी को हाथों में उठाकर कहा कि ये वो टोकन मनी है, जो मुझे रिश्वत के तौर पर गए. मैंने पैसे के बदले नौकरी दिए जाने का मुद्दा मुख्य सचिव और LG के सामने भी रखा. मैंने उन्हें पत्र लिखा कि मैं जान जोखिम में डालकर यह काम कर रहा हूं. वो लोग इतने दबंग हैं कि मेरे साथ भी गलत हो सकता है. मुझे पैसा दिया गया कि आप आवाज मत उठाओ.
सरकारी नौकरी भर्तियों पर AAP विधायक ने लगाया आरोप
आपको बता दें कि गोयल ने अंबेडकर अस्पताल में भर्तियों का मामला विधानसभा में उठाया है. इस दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि यहां जिन लोगों को नियमानुसार नौकरी दी जानी चाहिए, उन्हें नहीं दी जा रही है. यहां नर्सिंग और दूसरे पदों के लिए टेंडर निकाला गया है. सरकार के नियमों के मुताबिक, 80 फीसदी भर्तियां पुराने कर्मचारियों की होनी चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है जिन कर्मचारियों को नौकरी मिलती है, उनके वेतन में से ठेकेदार अपना हिस्सा लेते हैं. माफिया और ठेकेदार सेटिंग के जरिए पैसे लेकर नौकरियां दे रहे हैं. शिकायत सभी जगह की, लेकिन कोई एक्शन नहीं लिया गया.
बीते दिन LG पर बरसे थे केजरीवाल
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन विधानसभा में शिक्षकों को फिनलैंड जाने से रोकन के मामले को लेकर सदन में जोरदार हंगामा हुआ. इस दौरान सीएम केजरीवाल एक बार फिर से उपराज्यपाल वीके सक्सेना पर भड़के. उन्होंने कहा कि जितनी अच्छी शिक्षा मैंने हर्षिता और पुलकित को दी है उतनी अच्छी शिक्षा दिल्ली के हर बच्चे को देना चाहता हूं. मेरे मास्टर ने मेरा होमवर्क ऐसे चेक नहीं किया, जैसे एलजी साहब फाइल चेक करते हैं. मैं चुना हुआ मुख्यमंत्री हूं, दिल्ली के दो करोड़ लोगों ने मुझे चुन कर भेजा है. आप कौन हैं?