DDA Demolition: दिल्ली के इस इलाके में डेमोलेशन की बड़ी कार्यवाही को अंजाम दिया गया, जिसमें दर्जनों लोगों के आशियाने उजड़ गए हैं. उसके बाद अब इब्राहिमपुर के सुशांत बहार में रहने वाले लोगों की नींद उड़ चुकी है. क्योंकि इनको भी DDA विभाग की तरफ से सुशांत विहार में फैले अतिक्रमण को हटाने के नोटिस जारी कर दिए हैं.
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DDA Demolition: बुराड़ी के केशव नगर में डीडीए (DDA) विभाग द्वारा डेमोलेशन की बड़ी कार्यवाही को अंजाम दिया गया, जिसमें दर्जनों लोगों के आशियाने उजड़ गए हैं. उसके बाद अब इब्राहिमपुर के सुशांत बहार में रहने वाले लोगों की नींद उड़ चुकी है. क्योंकि इनको भी DDA विभाग की तरफ से सुशांत विहार में फैले अतिक्रमण को हटाने के नोटिस जारी कर दिए गए हैं, जिसके बाद सुशांत विहार की जनता DDA विभाग की तरफ से होने वाली कार्यवाही के चलते डर के साए में जी रहे हैं.
बुराड़ी के सुशांत विहार में रहने वाले लोगों के चेहरे पर खौफ जुबान पर लड़खड़ा हाथ और दिल में आशियाने उजड़ने का डर और जहन में DDA विभाग का खौफ है. ये खौफ भी क्यों न हो क्योंकि देखते ही देखते हैं इन लोगों की आंखों के केशव नगर में रहने वाले लोगों के आशियाने DDA विभाग द्वारा उजाड़ दिए गए. हालांकि, DDA विभाग की नजर में बसी हुई नई व पुरानी कॉलोनी एक अतिक्रमण के रूप देखी जा रही हैं और लैंड पूलिंग योजना के तहत मास्टर प्लान कालोनियां रुकावट न बने इसलिए मास्टर प्लान के तहत सड़कों के किनारे आई कॉलोनियों को ध्वस्त किया जा रहा है.
आपको बता दें कि सुशांत बिहार में रहने वाले ज्यादातर लोग गरीब मजदूर तबके के हैं, जिन्होंने अपनी जिंदगी भर की जमा पूंजी यहां जमीन खरीद के मकान बनाने में लगा दी, यदि अब यहां मकानों का डेमोलेशन होता है तो उसके बाद यहां रहने वाले लोगों का कोई ठिकाना ही नहीं बचेगा. हालांकि, सुशांत बिहार में रहने वाले लोगों को जब नोटिस जारी किए गए थे तो यह लोग सोच रहे थे कि सरकारी प्रक्रिया है. नोटिस आते जाते रहते हैं.
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लेकिन, नोटिस जारी के बाद जब केशव नगर की कॉलोनी में DDA पिला पंजा चला और काफी लोग बेघर हो गए. तब इन लोगों को DDA की कार्यवाही का खौफ सताने लगा कि यह अपने मकानों को बचाने के लिए दर बदर की ठोकरें खा रहे हैं और शासन प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं. वही सुशांत विहार में रहने वाले लोग एकत्रित होकर स्थानीय सांसद मनोज तिवारी से भी मिले और जमीनों के पुराने कागजात भी दिखाए जिसे यह प्रमाण होता हो कि यह लोग यहां करीब 18 वर्षो से रह रहे है वह तमाम कागजात दिखाए.
मास्टर प्लान के तहत जो भी अतिक्रमण डीडीए विभाग के रास्ते आएगा वह हटना लाजमी है, लेकिन जो लोग वर्षों से अपने घरों में पुरानी कॉलोनियों में रह रहे हैं. उनका आशियाना उनसे बिखरता हुआ नजर आ रहा है. हालांकि, सांसद मनोज तिवारी की तरफ से इन लोगों को लगातार आश्वासन दिया जा रहा है कि उनके मकानों पर DDA की कार्यवाही नहीं होगी. परंतु DDA के नोटिज जारी होने के बाद सुशांत विहार में रहने वाले लोगो की चिंताएं बढ़ गई है.
(इनपुटः नसीम अहमद)