Kaithal News: दीपेंद्र हुड्डा ने बृजभूषण शरण सिंह के उस बयान पर निशाना साधा, जिसमें उन्होंने खिलाड़ियों के कांग्रेस की गोदी में जाकर बैठने की बात कही थी. उन्होंने कहा कि ये वो देश है जहां बहन-बेटियों का सम्मान सर्वोपरि रहा है. चाहे वो अपनी बहन हो या किसी और की.
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Kaithal News: हरियाणा के कैथल जिले के गांव फरल में हाथ से हाथ जोड़ो कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए. इस दौरान दीपेंद्र हुड्डा ने पहलवानों के मुद्दे पर बात करते हुए हरियाणा सरकार को जमकर घेरा. साथ ही रेसलर्स से पुरस्कार नहीं लौटाने की अपील की.
पत्रकारों से चर्चा के दौरान सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि हमारे प्रसिद्ध रेसलर गूंगा पहलवान उर्फ वीरेंद्र यादव ने अपना पदक वापस लौटाने की बात कही है. वहीं बजरंग पूनिया ने अपना पद्मश्री अवार्ड वापिस कर दिया. साक्षी मलिक ने भी अपना गेम छोड़ने की बात कही है. ये कहीं न कहीं खेल जगत के लिए और देश की प्रतिष्ठा के लिए अच्छे संकेत नहीं है और न ही बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ और खेलो इंडिया दोनों नारों के लिए शुभ संकेत हैं. देश की सरकार इन सब बातों पर मंथन करे. ऐसी स्थिति में कौन अपनी बेटियों को खेल के लिए भेजेगा.
दीपेंद्र हुड्डा ने बृजभूषण शरण सिंह के उस बयान पर भी निशाना साधा, जिसमें उन्होंने खिलाड़ियों के कांग्रेस की गोदी में जाकर बैठने की बात कही थी. दीपेंद्र हुड्डा ने कहा ये वो देश है जहां बहन-बेटियों का सम्मान सर्वोपरि रहा है. चाहे वो अपनी बहन हो या किसी और की. वर्तमान में जो भी स्थितियां बनी हैं वो बेहद दुखद हैं.
खिलाड़ियों द्वारा पुरस्कार लौटाने पर बोलते हुए हुड्डा ने निवेदन किया की वो पुरस्कार न लौटाएं. उन्होंने कहा कि मैं खिलाड़ियों से आग्रह करता हूं कि अपने पुरस्कार वापिस न लौटाएं. ये महिलाओं और खेल के सम्मान के लिए अच्छे संकेत नहीं है. खिलाड़ी अपने न्याय की लड़ाई जारी रखें हम उनकी लड़ाई में उनके साथ है.
वहीं विधायक लीला राम के बयान पर बोलते हुए दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि ये लीला राम नहीं बोल रहें उनके अंदर भाजपा का अहंकार बोल रहा है. ये वही अहंकारी हैं, जो किसानों के, सरपंचों के बारे में बोल बोले थे और जब स्कूल के बच्चे स्कूलों के आगे धरना देने के लिए बैठे थे तो कंवरपाल गुर्जर ने कहा था कि इन्हें कांग्रेस ने बिठाया है.
दीपेन्द्र सिंह हुडा ने प्रेस वार्ता में निलंबित सांसदों और मिमिक्री पर बोलते हुए कहा कि जब संसद भवन का उद्घाटन हुआ तो प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति को निमंत्रण नहीं दिया. यह एक संवैधानिक अपमान था, जिस सांसद ने अपमान किया उसकी जवाब देही बनती है. वहीं संसद में सांसदों के निलंबन पर पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने सिर्फ संसद की सुरक्षा के लिए आवाज उठाई थी और उन्हें निलंबित कर दिया गया.
हरियाणा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के फर्जी वोटरों पर बोलते हुए कहा कि मेरे संज्ञान में ये मामला नहीं है, लेकिन अगर ऐसा हुआ है तो कहीं न कहीं एक बड़ी चूक है और इसकी जांच होनी चाहिए. JJP के विषय में बोलते हुए दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि JJP की चाबी फेल हो गई है और उनकी चाबी से अब कोई भी ताला नहीं खुल रहा. JJP के लोगों को विश्वासघाती बोलते हुए उन्होंने कहा कि इन्होंने अपने सगों को ही ठगा है.
Input- Vipin Sharma