Haryana News: तहसील कार्यालय में उड़नदस्ता टीम की छापेमारी से छोटे बड़े सभी कर्मचारियों में हड़कंप मच गया. सभी अपनी लेटलतीफी से संबंधित सफाई देने लगे. उड़नदस्ता टीम ने हाजिरी रजिस्टर पेश करने को कहा तो पेश नही कर सके. नायब तहसीलदार को कर्मचारियों का पूरा बोरा मालूम नहीं था.
Trending Photos
कासिम खान/ नूंह मेवात: हरियाणा के तावडू तहसील कार्यालय में मंगलवार को मुख्यमंत्री उड़नदस्ता की टीम (CM Flying Team) द्वारा छापेमारी की गई. छापेमारी के दौरान छोटे-बड़े 17 कर्मचारियों और अधिकारियों में से 11 गैरहाजिर मिले, जबकि 6 समय पर कार्यालय नहीं पहुंचे. जिसके चलते तहसील परिसर में सीएम फ्लाई टीम की कार्रवाई से हड़कंप मच गया. देरी से पहुंचने वाले अधिकारी और कर्मचारी उड़नदस्ता टीम को अपनी-अपनी सफाई देने में जुट गए. टीम को छापेमारी के दौरान कई अन्य खामियां भी मिली. वहीं फ्लाई टीम ने रिपोर्ट बनाकर उच्च अधिकारियों को प्रेषित कर दी है.
दरअसल, सीएम फ्लाई टीम को तावडू तहसील कार्यालय में कर्मचारियों के कार्यालय समय पूरा होने से पहले ही सीट छोड़कर जाने और देरी से आने की शिकायतें मिल रही थी. इन शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए निरीक्षण के लिए एसआई सतेंद्र के नेतृत्व में मुख्यमंत्री उड़नदस्ता तावडू पहुंचा. इस कार्रवाई से सरकारी विभागों में तैनात कर्मचारियों की लापरवाही की पोल खोल गई.
मुख्यमंत्री उड़नदस्ता DSP राजेश चेची ने बताया कि खुफिया विभाग और आमजन के माध्यम शिकायत आ रही थी कि तावडू तहसील कार्यालय में कर्मचारी और अधिकारी समय पर नहीं पहुंचते हैं. अधिकारियों और कर्मचारियों के समय पर नही पहुंचने से उन्हें घंटों तक इंतजार करना पड़ता है. इससे उनके काम बाधित होते हैं आमजन की शिकायतों को ध्यान में रखते हुए उड़नदस्ता टीम ने यह छापेमारी की. उनके दिशा निर्देशों पर एसआई सतेंद्र के नेतृत्व में छापेमारी के दौरान कुल पांच सदस्यों की एक टीम थी. लेटलतीफी की शिकायत की जांच पड़ताल करने के लिए यह टीम सुबह तावडू तहसील कार्यालय में पहुंची. जहां पर 9:45 तक कोई भी कर्मचारी और अधिकारी ड्यूटी पर मौजूद नहीं था. करीब 9:50 पर कार में सवार कुछ कर्मचारी कार्यालय में पहुंचे.
टीम द्वारा पूछताछ करने पर सभी सफाई पेश करने लगे. इसके बाद नायब तहसीलदार कार्यालय में पहुंचे वह भी टीम के समक्ष अपनी सफाई देते रहे. मुख्यमंत्री उड़नदस्ता टीम ने हाजिरी रजिस्टर पेश करने को कहा, लेकिन हाजिरी रजिस्टर नहीं था और ना ही कोई बायोमेट्रिक मशीन मौके पर मिली. काफी देर तक पूछताछ करने पर उड़नदस्ता टीम को सभी अधिकारी और कर्मचारियों का बोरा उपलब्ध कराया गया. मुख्यमंत्री उड़नदस्ता डीएसपी राजेश ने बताया कि जिन कर्मचारी और अधिकारियों की लापरवाही सामने आएगी उनके खिलाफ कार्रवाई होगी. मंगलवार को तहसील में छापेमारी के दौरान एएसआई सचिन कुमार, एएसआई करमपाल, खुफिया विभाग के एसआई विनोद कुमार और कांस्टेबल पवन कुमार मौजूद थे.