हरियाणा में शनिवार और रविवार को CET की परीक्षा होनी है. परीक्षा प्रदेश के अलग-अलग ज़िलों में होनी है. परीक्षा सेंटर पहुंचने के लिए हरियाणा सरकार ने हरियाणा रोडवेज की बसों में परीक्षार्थियों के लिए फ्री बस सेवा की सुविधा का ऐलान किया था. मगर आज जब परीक्षार्थियों सेंटर पहुंचे थे तो उन्हें सेंटर पर ताला लटका हुआ मिला, जिसके बाद गुस्साए छात्रों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
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अमन कपूर/अंबालाः अंबाला जिले में 29 सेंटरों में CET की परीक्षा होनी थी, जिसमें अंबाला छावनी के DAV स्कूल में बनाए गए बच्चों के सेंटर को परीक्षा के दिन बदल दिया गया, जिसके बाद गुस्साए छात्रों ने हरियाणा सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. उनका कहना था कि पहले भी दो बार सेंटर बदला गया था और एक बार परीक्षा के दिन ही सेंटर बदलने की वजह से अब हम CET की परीक्षा नहीं दे पाएंगे. हरियाणा सरकार से हमारी मांग है हमें एक और मौका मिलना चाहिए.
वहीं बच्चों का समर्थन करने के लिए आप पार्टी की नेत्री चित्रा सरवारा भी पहुंची. हरियाणा में होने वाले CET की परीक्षा देने अंबाला में पहुंचे परीक्षार्थियों के सेंटर तीन बार बदले गए, जिस वक्त बच्चे एग्जाम देने के लिए सेंटर के बाहर पहुंचे तो उन्हें पता चला कि उनका सेंटर किसी और जिले में कर दिया गया है. सेंटर इतनी दूर दिए गए कि बच्चों का समय पर पहुंच पाना बहुत मुश्किल था. इस तरीके की खामियों की वजह से हरियाणा सरकार की सभी व्यवथाओं पर पानी फीर गया.
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एक बार फिर शिक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए. गुस्साए अभियर्थियों ने जमकर नारेबाजी की. इसके साथ ही हरियाणा सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की गई. वहीं सोनीपत से आई महिला अभियार्थी ने बताया कि पहले रेवाड़ी में सेंटर दिया गया. उसके बाद अंबाला के DAV स्कूल में दिया गया, लेकिन जब सेंटर में पहुंचे है तो इस स्कूल में ताला जड़ा हुआ मिला. वहीं मौके पर आम आदमी पार्टी की नेत्री चित्रा सरवारा भी पहुंची, जिन्होंने बताया कि हरियाणा में CET एग्जाम आयोजित किया गया है.
उन्होंने कहा कि जिसके लिए दूसरे जिलों से काफी बच्चे परीक्षा देने आ रहे है. अंबाला छावनी के DAV स्कूल में जिन बच्चों का सेंटर बना उनको अब पता चल रहा है कि ये उनका सेंटर नहीं है इन बच्चों का पहले भी दो बार सेंटर बदला जा चुका है और अब तीसरा सेंटर मिल रहा है, जो बच्चे परीक्षा देने आने है उन्हें रेवाड़ी, फरीदाबाद, गुरुग्राम यानी दूर-दूर के सेंटर दिए गए है. बच्चों के भविष्य के साथ मजाक हुआ है. सरकार को पहले से CET परीक्षा के लिए व्यवस्था दुरुस्त करनी चाहिए थी.
CET की परीक्षा में लाखों बच्चों का भविष्य अटका हुआ है. चित्रा सरवारा ने सरकार से अपील की कि इन बच्चों को एक और मौका मिलना चाहिए और महिलाओं का होम डिस्ट्रिक्ट में ही सेंटर बनाना चाहिए.